Vaccination In Jharkhand : वैक्सीन की बर्बादी में झारखंड टॉप पर, केंद्र के आरोप पर बिफरे हेमंत सोरेन, कहा- मात्र 4.65% हुई बर्बादी

कोरोना वैक्‍सीन (Corona Vaccine) बर्बादी का राष्ट्रीय औसत 6.3 फीसदी है. वैक्‍सीन की बर्बादी में झारखंड (Jharkhand) टॉप पर है, जहां पर 37 फीसदी से ज्‍यादा वैक्‍सीन बर्बाद होती है

कोरोना वायरस (Corona Virus) की बर्बादी को लेकर केंद्र सरकार और झारखंड की हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) सरकार आमने-सामने आ गई है. कोरोना वैक्सीन (Vaccine) की बर्बादी पर केंद्र ने नाराजगी जताई है. कोरोना वैक्‍सीन बर्बादी का राष्ट्रीय औसत 6.3 फीसदी है. वैक्‍सीन की बर्बादी में झारखंड (Jharkhand) टॉप पर है जहां पर 37 फीसदी से ज्‍यादा वैक्‍सीन बर्बाद होती है.

जबकि झारखंड सरकार ने केंद्र सरकार के आरोप को पूरी तरह से खारिज कर दिया है.
झारखंड सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि राज्य सरकार के पास अबतक टीके की कुल खुराक की उपलब्धता के अनुसार, वैक्सीन का अपव्यय अनुपात केवल 4.65 प्रतिशत है.

डेटा केंद्रीय को-विन सर्वर में पूरी तरह अपडेट नहीं

झारखंड सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि तकनीकी कठिनाइयों के कारण टीकाकरण डेटा को केंद्रीय को-विन सर्वर पर पूरी तरह से अपडेट नहीं किया जा सका. इसका अपडेशन प्रक्रिया में है. राज्य सरकार द्वारा जिलों को 48.63 लाख टीके की आपूर्ति की गई है. जिलों द्वारा अबतक 42.07 लाख टीकों का उपयोग किया गया है. जिलों में कुल टीके की कवरेज को देखें तो वह 40.12 लाख है, जबकि अपव्यय का प्रतिशत 4.63 है.

वैक्सीन खुराक का अधिकतम उपयोग का हो रहा है प्रयास

बयान में कहा गया है कि राज्य सरकार टीकों की कम से कम बर्बादी सुनिश्चित करने के लिए यथासंभव उपलब्ध वैक्सीन खुराक का अधिकतम उपयोग करने का प्रयास कर रही है. राज्य के सुदूरवर्ती और अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण जागरूकता अभियान के साथ इसे और कम करने का प्रयास किया जा रहा है.

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