उज्ज्वला स्कीम:पांच साल में 56 फीसदी महंगा हुआ सिलेंडर, सब्सिडी भी तीन गुना से ज्यादा घटी इसलिए 75% सिलेंडर की री-फिलिंग बंद

पांच साल पुरानी उज्ज्वला स्कीम बंद होने के कगार पर है। जो लोग कनेक्शन ले चुके हैं, उनमें से 75 फीसदी अब सिलेंडरों की री-फिलिंग नहीं करा रहे हैं। एजेंसी संचालक इसका कारण सिलेंडर की कीमतों में 56 फीसदी वृद्धि, सब्सिडी में तीन गुना से ज्यादा गिरावट और डेढ़ साल के कोरोना काल में काम धंधे खत्म होने को मान रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र में स्थिति सर्वाधिक खराब है। यहां पर बुकिंग लगभग बंद है। ग्रामीण इलाकों के परिवार फिर पहले की तरह घरेलू चूल्हे पर लकड़ी से खाना पका रहे हैं।

गैस एजेंसी संचालक मयूर गोयल ने कहा कि उनके यहां उज्जवला के कनेक्शन 1252 हैं। अप्रैल में इनमें से 362 ग्राहकों ने बुकिंग की जबकि मई में सिर्फ 313 ने। करीब 75 फीसदी ग्राहक बुकिंग ही नहीं कर रहे हैं। ऐसे ही गोला का मंदिर की एक अन्य एजेंसी पर 880 उज्ज्वला के ग्राहकों में से मई में सिर्फ 174 ने ही बुकिंग कर सिलेंडर लिए हैं। गोयल ने बताया कि शहरी क्षेत्र में कुछ डिमांड है पर ग्रामीण क्षेत्रों में बुकिंग पर इससे भी अधिक असर आया है। वहीं सिटी सेंटर क्षेत्र में पीएनजी के कारण एलपीजी की सामान्य बुकिंग पर भी असर आ रहा है। कोरोना कर्फ्यू के कारण बाजार बंद होने से भी एलपीजी की मांग घटी है। यहां बुकिंग में 20% की गिरावट आई है।

पीएनजी में 325 रुपए तक की बचत
वर्तमान में एलपीजी का 14.2 किलो का सिलेंडर सब्सिडी घटाकर 835.29 रुपए का पड़ता है। जिस परिवार में एक सिलेंडर हर महीने लगता है वह यदि पीएनजी का उपयोग करेगा तो 14.2 किलो एलपीजी के बदले 17 स्टेंडर्ड क्युबिक मीटर (एससीएम) पीएनजी लगेगी। पीएनजी के ऑफिस इंचार्ज पीयूष बिचपुरिया के मुताबिक वर्तमान में सभी टैक्स के साथ यह 30 रुपए स्टैंडर्ड क्युबिक मीटर के भाव से मिल रही है। इस तरह 17 एससीएम पर कुल खर्च 510 रुपए आएगा और कुल बचत हर महीने 325.29 रुपए तक होगी। यह एलपीजी की तुलना में सुविधाजनक और सुरक्षित है। इसी कारण शहरी क्षेत्र में अब तक 22 हजार कनेक्शन हो चुके हैं।

पांच महीने में बुकिंग के आंकड़े

  • 0 से 1 सिलेंडर लेने वाले 50 फीसदी
  • 2 सिलेंडर लेने वाले ग्राहक 35 फीसदी
  • 2 से अधिक सिलेंडर लेने वाले 15 फीसदी

शहर की गैस एजेंसियों के मुताबिक)

ऐसे समझें कीमत के अंतर को
केंद्र सरकार ने 1 मई 2016 को उज्ज्वला स्कीम चालू की, तब सिलेंडर का रेट 656.50 रुपए था और ग्राहक के खाते में सब्सिडी 185.16 रुपए आ रही थी। उक्त स्कीम में तीन महीने सिलेंडर फ्री दिए गए। वर्तमान में सिलेंडर का रेट 893 रुपए है और सब्सिडी 57.71 रुपए आ रही है।

‘कैसे खरीदूं सिलेंडर’
कटिंग की दुकान पर काम करने वाले नई सड़क के गिरीश कोटिया ने कहा कि पत्नी संध्या के नाम से उज्ज्वला स्कीम में गैस कनेक्शन लिया था। तब रेट 656.50 रुपए था और सब्सिडी 185.16 रुपए मिल रही थी। तीन सिलेंडर भी फ्री मिले थे। अब रेट 893 रुपए हो गया है और सब्सिडी सिर्फ 57.71 रुपए आ रही है। चूंकि डेढ़ साल से कोरोना के कारण धंधा बंद है, इसलिए जुलाई 2020 के बाद बुकिंग ही नहीं की। इन दिनों रोजगार ही नहीं है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *