माफियाओं की सूची में नेता भी:बसपा के पूर्व एमएलसी रामू द्विवेदी देवरिया पुलिस की टॉप माफिया सूची में, लखनऊ से गिरफ्तार करके ले गई पुलिस

देवरिया पुलिस के द्वारा जारी की गई टॉप 33 माफियाओं की सूची में बसपा के पूर्व एमएलसी रामू द्विवेदी भी शामिल है। सूची जारी होने के बाद रामू द्विवेदी को लखनऊ में हजरतगंज स्थित धेनुमति अपार्टमेंट से पुलिस गिरफ्तार कर देवरिया ले गई। वहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है। उनकी गिरफ्तारी 2012 में रंगदारी के एक मामले में हुई है। द्विवेदी के खिलाफ प्रदेश के कई थानों में आधा दर्जन से ज्यादा संगीन मामले दर्ज हैं। रामू का नाम टॉप 33 माफिया में शामिल होने के बाद उनकी परेशानी बढ़ गई है। शासन-प्रशासन ने पूर्व एमएलसी पर शिकंजा कसने की पूरी तैयारी कर ली है। उनकी और उनसे जुड़े लोगों की संपत्तियों का ब्योरा भी जुटाया जा रहा है।

हत्या के 3 मुकदमे, 10 लाख की रंगदारी मांगने पर भी दर्ज हुआ था केस
चौरीचौरा थाने के हिस्ट्रीशीटर रामू पर लखनऊ में 1996 से 98 के बीच हत्या के तीन मुकदमे दर्ज हैं। इसके अलावा गोरखपुर, देवरिया में उन पर रंगदारी, हत्या की कोशिश जैसी कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है। देवरिया-कुशीनगर की राजनीति में कभी हावी रहे रामू द्विवेदी के दामन पर देवरिया जिले में अपराध का पहला केस सदर कोतवाली में दर्ज हुआ था। 17 फरवरी 2014 की रात में शहर के भुलौजी कॉलोनी में एमएलसी संजीव द्विवेदी उर्फ रामू के घर पर लग्जरी वाहन में सवार दर्जन भर बदमाशों ने फायरिंग की थी। उसमें एक युवक घायल हो गया था।

इस मामले में पूर्व एमएलसी की तहरीर पर कारोबारी संजय केडिया और श्रीप्रकाश तिवारी पर मुकदमा दर्ज हुआ था। जबकि संजय केडिया की तहरीर पर रामू द्विवेदी पर 10 लाख रुपए की रंगदारी मांगने का केस दर्ज हुआ था। कोतवाली पुलिस ने पूर्व एमएलसी संजीव द्विवेदी उर्फ रामू, विशाल राव चंदेल, संजय चौरसिया सहित अन्य लोगों पर हत्या के प्रयास और रंगदारी का केस दर्ज किया। पर सत्ता में पहुंच के कारण इस मामले कि विवेचना कुछ माह बाद कुशीनगर पुलिस को ट्रांसफर कर दी गई। रामू इस मामले में कोर्ट से जमानत करा चुके हैं।

पूर्व एमएलसी रामू द्विवेदी के खिलाफ केडिया और निकुंज अग्रवाल से पुलिस को नई तहरीर दी है। इसी आधार पर उनके खिलाफ कार्रवाई हुई है।
पूर्व एमएलसी रामू द्विवेदी के खिलाफ केडिया और निकुंज अग्रवाल से पुलिस को नई तहरीर दी है। इसी आधार पर उनके खिलाफ कार्रवाई हुई है।

सत्ता के प्रभाव में दर्ज नहीं हुआ था मुकदमा, अब जेल भेजा

पारी निकुंज अग्रवाल की पिटाई कर जान से मारने की धमकी का मामला प्रकाश में आने के बाद भी पुलिस ने उस दौरान केस दर्ज नहीं किया। निकुंज इस मामले में सुलह कोर्ट में कर चुके हैं। वहीं कारोबारी संजय केडिया और निकुंज अग्रवाल से पुलिस ने नई तहरीर देकर पूर्व एमएलसी के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है।

संपत्ति का रिकार्ड भी जुटा रही है पुलिस

एडीजी जोन अखिल कुमार ने एसपी को पत्र भेज कर रामू पर दर्ज मुकदमे, जुड़े लोग और संपत्तियों के बारे में जानकारी मांगी है। शुक्रवार को एसपी डॉ. श्रीपति मिश्र ने खुद कोतवाली में पूर्व एमएलसी पर दर्ज मामलों के बारे में जानकारी ली थी। जबकि दूसरी तरफ डीसीआरबी से भी रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है।

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