झूठी शान को ‘करंट’:बिजली बिल बकाया तो कंधे से उतरेगी लाइसेंसी बंदूक, बिजली कंपनी ने 989 बड़े बकायादारों की सूची कलेक्टर को सौंपी

  • एडीएम दफ्तर से जाएगा लाइसेंस निरस्त करने का नोटिस

बिजली बिल की बकाया वसूली को लेकर अब कंपनी सख्त रवैया अपना रही है। इसके तहत अब बिजली कंपनी बड़े बकायादारों की झूठी शान पर करंट का झटका देने जा रही है। इसके लिए बिजली कंपनी ने 989 बड़े बकायादारों की सूची कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस को सौंपी है। अब इन बकायादारों के बिल जमा न करने पर शस्त्र लायसेंस निरस्त किए जाएंगे।

इसके लिए बकायदा अपर कलेक्टर प्रवीण कुमार फुलपगारे के यहां से उन्हें चेतावनी स्वरुप एक नोटिस भी भेजा जाएगा। मालूम हो कि इससे पहले मुरैना में भी बिजली जमा न करने वाले बड़े बकायादारों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। यहां बता दें कि जिले में इन दिनों बिजली कंपनी का बिजली बचाओ, राजस्व बढ़ाओ अभियान चल रहा है। इस अभियान के तहत पिछले दिनों कंपनी के एमडी गणेश शंकर मिश्रा भी भिंड आए थे।

जहां उन्होंने बड़े बकायादारों से वसूली तेज करने के लिए कंपनी के अधिकारियों को निर्देश दिए थे। इसके बाद कलेक्टर डॉ सतीश कुमार एस ने बिजली कंपनी से 100 बड़े बकायादारों के नाम मांगे थे। ताकि बिल न भरने की स्थिति उनके शस्त्र लायसेंस निरस्त किए जा सके। कलेक्टर के सूची मांगते ही बिजली कंपनी ने 989 बड़े बकायादारों की सूची कलेक्टर के पास भेज दी है। ये सभी बकायादार 70 हजार रुपए से अधिक वाले हैं। इन बिजली बिल के बकायादारों को पहले नोटिस भेजे जाएंगे, निर्धारित अवधि में बिल जमा नहीं करने पर उनके शस्त्र लाइसेंस निरस्त किए जाएंगे।

50 फीसदी बिजली हो रही चोरीः जिले में बिजली कंपनी का हर महीने 90 प्रतिशत पैसा न सिर्फ डूब जाता है। बल्कि 50 फीसदी बिजली चोरी भी चली जाती है। बिजली कंपनी के अफसरों की मानें तो हर महीने औसतन जिले में 12 करोड़ यूनिट बिजली खर्च होती है। जबकि कंपनी बिलिंग बमुश्किल 6 करोड़ यूनिट की कर पाती है। वहीं बिजली कंपनी इस घाटे की भरपाई के लिए ईमानदारी से बिल भरने वाले उपभोक्ताओं को एवरेज बिल देती है।

जिले में 23 हजार से ज्यादा शस्त्र लाइसेंस, बिजली कंपनी का 963 करोड़ रुपया बकाया

तीन श्रेणियों में तैयार बकायादारों की सूची
कलेक्टर के आदेश पर बिजली कंपनी ने तीन श्रेणियों बड़े बकायादारों की सूची तैयार की है, जिसमें पहली श्रेणी व्यवसायिक उपभोक्ताओं का रखा है, जिसमें करीब 386 बड़े बकायादार हैं। जबकि दूसरी श्रेणी इंडस्ट्रियल उपभोक्ताओं की है, जिसमें भी 301 बड़े बकायादार है। इसके अलावा तीसरी श्रेणी घरेलू उपभोक्ताओं की है, जिसमें 302 बड़े बकायादार उपभोक्ता हैं।
शस्त्र शाखा से जारी होंगे बकायादारों को नोटिस
बिजली कंपनी की ओर से कलेक्टर कार्यालय में भेजी गई 989 बड़े बकायादारों की सूची का अब कलेक्टोरेट की शस्त्र शाखा में मिलान होगा। इसके बाद बड़े बकायादारों के नाम पर शस्त्र लायसेंस दर्ज होने की जानकारी प्राप्त होने के बाद उन्हें लाइसेंस निरस्त किए जाने का नोटिस एडीएम की ओर से भेजा जाएगा। जिले में करीब 23 हजार करीब शस्त्र लायसेंस हैं।
बिजली कंपनी का 963 करोड़ रु. जिले में बकाया
जिले में बिजली कंपनी का करीब 963 करोड़ रुपया बकाया पड़ा हुआ है। आलम यह है कि बिजली कंपनी हर महीने 52 करोड़ रुपए की डिमांड तैयार करती है। लेकिन वसूली बमुश्किल 6 करोड़ रुपए की हो पाती है। जबकि करीब 46 करोड़ रुपया हर महीने कंपनी का उधारी में चला जाता है। इसी घाटे की भरपाई करने के लिए अब बिजली कंपनी वसूली अभियान पर जोर दे रही है।

बड़े बकायादारों की सूची कलेक्टर को भेजी
^बड़े बकायादारों की सूची कलेक्टर साहब की ओर से मांगी गई थी। हमारे द्वारा सूची तैयार कराकर कलेक्टर के ऑफिस में भेज दी गई है। – शुभम चौधरी, उप महाप्रबंधक, मप्रमक्षेविविकं भिंड
बकाया जमा नहीं करने पर लाइसेंस निरस्त
^बिजली बिल के बड़े बकायादारों कनाम पर शस्त्र लायसेंस दर्ज होने पर उन्हें नोटिस भेजे जाएंगे। तय अवधि में बिल जमा न करने पर उनके लायसेंस निरस्त किए जाएंगे। – डॉ सतीश कुमार एस, कलेक्टर

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