यूपी में RSS ने संभाला मोर्चा! राम मंदिर, अनुच्छेद-370, जनसंख्या नियंत्रण और धर्मांतरण जैसे मुद्दों पर लड़ा जाएगा चुनाव

लखनऊ में दो दिन तक चली RSS की बैठक में आगामी यूपी विधानसभा चुनावों में बीजेपी की रणनीति को लेकर गहन चर्चा की गई. इस मीटिंग में तय किया गया है कि चुनाव राम मंदिर, जनसंख्या बिल और धर्मांतरण जैसे मुद्दों पर ही लड़ा जाएगा

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों (UP Assembly Election 2022 ) के मद्देनज़र अब राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) भी यूपी में एक्टिव होता नज़र आ रहा है. यूपी में बीजेपी (BJP) की चुनावी तैयारियों के लिए RSS ने मोर्चा संभाल लिया है. शनिवार-रविवार को लखनऊ के आशियाना इलाके में सीएमएस सभागार में आरएसएस की बैठक हुई जिसमें यूपी बीजेपी और सरकार से जुड़े लोगों ने भी हिस्सा लिया. इस समन्वय बैठक में मिशन 2022 को लेकर चर्चा हुई है। संघ की इस बैठक में सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Aditya Nath), डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, दिनेश शर्मा, बीजेपी के प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह शामिल हुए.

इस बैठक में न सिर्फ सरकार के काम की समीक्षा की गई बल्कि चुनाव के लिए जमीनी रणनीति भी तैयार की गई. रविवार को ये बैठक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले की मौजूदगी में दोपहर 2 बजे शुरू होकर 5 घंटे तक चली. इस बैठक में राज्य में कोरोना महामारी के प्रबंधन पर भी विशेष चर्चा हुई. समन्वय बैठक में  सरकार और संगठन के कामकाज की समीक्षा के साथ साथ कोरोना काल में किए गए कामकाज पर चर्चा हुई. इसके अलावा पार्टी के आगामी कार्यक्रमों पर भी मंथन किया गया. समन्वय बैठक में सरकार और संगठन को आपसी तालमेल बनाकर विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुटने के निर्देश दिए गए हैं.

इस मुद्दों पर होगा चुनाव

सूत्रों के मुतबिक बैठक में स्पष्ट था कि विधानसभा चुनावों में योगी आदित्यनाथ को हिंदुत्व के एक बड़े चेहरे के तौर पर पेश किया जाने वाला है. इसके अलावा ये चुनाव अयोध्या में राम मंदिर, अनुच्छेद 370, जनसंख्या नियंत्रण, धर्मांतरण और राष्ट्रवाद जैसे मुद्दों पर ही लड़ा जाएगा. संघ की इस बैठक में बीजेपी के के चार प्रमुख नेताओं नव भी हिस्सा लिया. इसमें पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष, यूपी के प्रभारी राधा मोहन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और संगठन मंत्री सुनील बंसल शामिल रहे. इस बैठक में इन सभी से भी पार्टी के कामकाज और सरकार के बीच तालमेल को लेकर विस्तृत चर्चा की गई.

कार्यकर्ताओं के असंतोष पर भी चर्चा

बैठक में पार्टी कार्यकर्ताओ और नेताओं के बीच असन्तोष नाराजगी को दूर कर पार्टी को मजबूत बनाने पर चर्चा की गई. बता दें कि अरुण कुमार को नई जिम्मेदारी मिलने के बाद पहली बैठक थी. अब तक बीजेपी समन्वय की जिम्मेदारी संघ की ओर से सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल सम्हाल रहे थे. सह सरकार्यवाह अरुण कुमार को बीजेपी में समन्वय की जिम्मेदारी मिलने के बाद बीजेपी और संघ की यह पहली बैठक है.

हर 6 महीने में होने वाली इस बैठक में सभी संगठनों के प्रदेश अध्यक्ष व संगठन मंत्री शामिल होते रहे हैं. संघ में  संगठनात्मक दृष्टि से यूपी  को 6 प्रांतों में बांटा है. इसलिए लखनऊ में चल रही समन्वय में बैठक में अवध प्रांत, कानपुर प्रांत, काशी प्रांत, गोरक्ष प्रांत, मेरठ व बृज प्रांत के संघ की प्रांतीय टोली के लोग शामिल रहे. इसमें इन छह प्रांतों के प्रांत प्रचारक, सह प्रांत प्रचारक, प्रांत संघचालक, सह प्रांत संघचालक और प्रांत कार्यवाह, सह प्रांत कार्यवाह बुलाए गए थे. दो दिवसीय बैठक में पहले दि सभी क्षेत्रीय प्रचारक, प्रांत प्रचारक और प्रांत की टोलियां शामिल हुईं. इस बैठक में संघ, संगठन और सरकार के काम काज को लेकर चर्चा हुई, साथ ही सूबे में संघ की भूमिका को लेकर भी बात हुई.

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