जोधपुर में मकान में आग लगने से पति-पत्नी समेत दो बेटियां जिंदा जलीं, पुलिस के पहुंचने तक मौके से मिले सिर्फ नरकंकाल
जोधपुर के सुभाष नगर के एक मकान में रविवार देर रात लगी आग में तीन महिलाएं और एक पुरुष जिंदा जल गए. आग लगने के सही कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है. वहीं आग के बुझने के बाद घर से चार नरकंकाल मिले हैं. पुलिस मामले की जांच-पड़ताल कर रही है
राजस्थान (Rajasthan) के जोधपुर (Jodhpur) शहर में शास्त्री नगर थाना क्षेत्र के सुभाष नगर में रविवार देर शाम एक मकान में आग लग गई. इस मकान में आग लगने से तीन महिलाएं और एक पुरुष की मौत हो गई. मकान में आग को अभी तक पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है. जानकारी कें मुताबिक परिवार की एक बीमार बेटी को बाहर निकालने की कोशिश में पूरा परिवार आग की लपटों में घिर गया और खुद को बचा नहीं पाया. आग की लपटें बंद होने के बाद चार कंकाल मिले हैं. वहीं पुलिस इस मामले की जांच कर रही है.
पुलिस अधिकारी के मुताबिक यह मकान सुभाष चौधरी (81) का था, वे काजरी से रिटायर्ड इंजीनियर थे. इस घटनाक्रम में सुभाष चौधरी, उनकी पत्नी सहित दो पुत्रियां की मौत हुई है. जब तक आस-पड़ोस के लोगों को इस आग का पता चला, तब तक चारों लोग पूरी तरह से जल चुके थे. पड़ोसियों के अनुसार रविवार शाम 5 बजे आग अंदर लग रही थी, जिसका धुआं बाहर आया, लेकिन रात के 9 बजते ही तेज धुआं और बदबू होने के बाद लोगों को शक हुआ तो पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी.
जिले के आलाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे
फायर ऑफिसर प्रशांत ने बताया कि साढ़े नौ बजे सुभाष नगर के एक मकान में आग लगने की सूचना मिली. हम लोगों ने मौके पर पहुंच बचाव कार्य शुरू किया. आग मकान के पिछले हिस्से में लगी थी और तेजी से फैल रही थी. 11 बजे तक आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन यह पूरी तरह से बुझ नहीं पाई है. उन्होंने बताया कि इस मकान में आग से चार लोग जिंदा जल गए है. इस दर्दनाक हादसे की जानकारी मिलने के बाद जिले के कलेक्टर समेत पुलिस कमिश्नर भी मौके पर पहुंचे हैं.
आग के कारणों का नहीं चला पता
जोधपुर पुलिस के उपायुक्त आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि सुभाष चौधरी (81), उनकी पत्नी नीलम चौधरी ( 76), बेटी पल्लवी चौधरी ( 50) और लावण्या चौधरी (40) की मौत हुई है. उन्होंने बताया कि सुभाष चौधरी, उनकी पत्नी और पुत्री लावण्या चलने फिरने में असमर्थ थे. जिसको लेकर परिवार में काफी परेशानी थी. सेंट पॉल स्कूल में शिक्षक पल्लवी चौधरी तीनों लोगों की देखभाल करती थी. इउनकी एक बेटी चंडीगढ़ रहती है, जिसे सूचना दे दी गई है. उपायुक्त ने कहा कि आग के सही कारणों का पता नहीं चल पाया है. इसको लेकर अभी जांच जारी है.