जहरीली शराब पर बड़ा खुलासा:इंदौर से बड़े ब्रांड के ढक्कन, रैपर और होलोग्राम मंगाते थे, फिर स्प्रिट से बनी शराब भरकर कम दाम में बेच देते थे; मास्टरमाइंड समेत 3 गिरफ्तार
इंदौर समेत मालवा-निमाड़ में जहरीली शराब से मौतों के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। अब तक पूरे अचंल में जहरीली शराब ने एक दर्जन से ज्यादा लोगों की जानें ली हैं। मंदसौर में 9 और इंदौर में 5 लोगों की जान जा चुकी है। अवैध शराब का कारोबार इंदौर और खरगोन से जुड़ रहा है। खरगोन के तस्कर इंदौर से रॉयल स्टैग और ब्लेंडर प्राइड के ढक्कन, बोतल, रैपर और होलोग्राम मंगाते थे। उसमें जहरीली स्प्रिट से बनी शराब भरकर 600 से 900 रुपए में बचे देते थे।
खरगोन के सनावद से शराब खरीदकर धार्मिक यात्रा पर गए ढकलगांव के 2 लोगों की मौत की जांच में इसका खुलासा हुआ है। इस मामले में पुलिस ने मास्टरमाइंड कालका प्रसाद निवासी मोरगढ़ी (थाना मांधाता), लक्की जायसवाल व राेहित प्रजापत को गिरफ्तार किया है। मास्टरमाइंड कालका इंदौर से सामान मंगाकर नकली शराब तैयार करता था। वह खरगोन व खंडवा सीमावर्ती जिलों में सप्लायर को शराब बेचता था। पुलिस ने कहा कि खंडवा में दो युवकों की मौत इन्हीं की शराब पीने से हुई है। आरोपियों के इंदौर व मंदसौर से तार जुड़े हैं।
खरगोन एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि थापना गांव में 1 हजार लीटर की स्टील टंकी में स्प्रिट व कलर डालकर शराब तैयार की जा रही थी। पुलिस ने गड्ढा खोदकर टैंक से स्प्रिट की शराब जब्त की। ब्रांडेड बोतलों में इस शराब को नामी कंपनियों की बोतल में डालकर हैंड होल्डिंग मशीन से ढक्कन पैककर विभिन्न कंपनियों के स्टीकर, होलोग्राम व पेपर बॉक्स में पैक किया जा रहा था। खेत से बड़ी मात्रा में स्प्रिट, लेबल, होलोग्राम सहित अन्य सामग्री जब्त की गई है। पुलिस को कोर्ट से तीनों आरोपियों की 3 अगस्त तक रिमांड मिली है।
नकली असली में फर्क करना मुश्किल
पुलिस ने आरोपियों के पास से 6320 रॉयल स्टैग बोतल के ढक्कन, 9021 स्टीकर, 1500 पेपर बॉक्स, 13 ब्लेंडर प्राइड के पेपर बॉक्स, 10775 होलोग्राम, 1 ढक्कन लगाने वाली हैंड होल्डिंग मशीन, 542 लीटर स्प्रिट, 40 लीटर स्प्रिट में डालने वाला कलर, खाली बोतलें, 1 हजार लीटर की स्टील टंकी जब्त की है।
पुलिस ने जारी की एडवायजरी
असली और नकली शराब की पहचान के लिए 9222211188 व 9562634500 नंबर पर शराब की बोतल पर लगे होलोग्राम के सीरियल नंबर को SMS कर उसके संबंध में जानकारी ले सकते हैं।
पुलिस लक्की के सहारे मास्टरमाइंड कालका तक पहुंची
मामले की जांच के लिए गठित SIT ने पहले सनावद के रहने वाले लक्की जायसवाल (27) को गिरफ्तार किया। लक्की ने पूछताछ में बताया कि उसने रोहित प्रजापत से शराब ली थी। जब रोहित से पूछताछ की गई तो उसने कालका प्रसाद का नाम लिया। कालका प्रसाद ने पुलिस के सामने कबूल किया है कि वह अंग्रेजी ब्रांड की नकली शराब बनाता था।
दो युवकों का इलाज जारी : लक्की ने 1500 रु. की बोतल 900 रु. में बेची थी
25 जुलाई को ढकलगांव से खाटू श्याम यात्रा रवाना हुई। इसमें से रूपेश नाम के युवक ने सनावद में अवैध शराब कारोबारी लक्की जायसवाल उर्फ गौरव को 6 बोतल शराब देने को कहा। लक्की ने मंडी गेट पर 5400 रुपए में 6 (ब्लेंडर प्राइड) बोतल दी। रूपेश व साथी नरेंद्र, निलेश, ईश्वर व जय धामनोद तक ढाई बोतल शराब पी चुके थे। नयागांव बाॅर्डर पहुंचने पर पांचों की तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में दिखाया। उन्हें चित्तौड़गढ़ रेफर किया। जहां दो लोगों की मौत हो गई। दो का इलाज चल रहा है।
खंडवा में भी इनकी शराब पीने से हुई मौत
खरगोन के एसपी ने बताया पिछले दिनों खंडवा क्षेत्र में भी नकली शराब पीने से कुछ युवकों की मौत हुई थी, जिसमें जांच करने पर पता चला कि जिन युवकों की मौत हुई है। उन्हें भी रोहित के माध्यम से शराब की बोतल सप्लाई की गई थी। उनके पास भी नकली शराब की बोतलें मिली थीं।
मास्टरमाइंड कालका पर हो चुकी है प्रतिबंधात्मक कार्रवाई
मुख्य आरोपी कालका पर मांधाता थाना क्षेत्र में 6 मामले दर्ज हैं। वहीं प्रतिबंधात्मक कार्रवाई के 8 मामले दर्ज हैं। इसके पूर्व भी कालका प्रसाद पर 2013 में नकली शराब बनाने पर बड़ी कार्रवाई हो चुकी है। इसी प्रकार अन्य आरोपी लक्की व रोहित पर यह पहला मामला दर्ज हुआ है। कालका नकली शराब निर्माण के लिए इंदौर से ही चोरी छिपे स्प्रिट व अन्य सामग्री लेकर आता था।