यूपी-उत्तराखंड से लेकर पंजाब और गोवा-मणिपुर तक कहां किसकी सरकार? सबसे बड़ा चुनावी सर्वे
यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर की जनता के मूड को भांपने की कोशिश की गई है.
उत्तराखंड में अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव में किसे कितने वोट शेयर हासिल हो सकते हैं? सी वोटर सर्वे के मुताबिक, उत्तराखंड में बीजेपी को 43 फीसदी, कांग्रेस को 23 फीसदी, आम आदमी पार्टी को 6 फीसदी और अन्य को 4 फीसदी वोट शेयर हासिल हुआ है.
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में क्या होगा चुनावी मुद्दा? इस बारे में सर्वे के दौरान 9 फीसदी ने बताया भ्रष्टाचार, 41 फीसदी ने बताया बेरोजगारी, 16 फीसदी ने महंगाई, 12 फीसदी ने किसान, 15 फीसदी ने कोरोना और 7 फीसदी ने अन्य को चुनावी मुद्दा बताया है
सी वोटर के मुताबिक, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के कामकाज से 36 फीसदी लोग बहुत संतुष्ट नजर आते हैं. 11 फीसदी कम संतुष्ट, 36 फीसदी सीएम के कामकाज से संतुष्ट और 17 फीसदी ने कहा कि वह इस बारे में कुछ भी नहीं कह सकते हैं.
सर्वे के मुताबिक, पंजाब में बहुमत न मिलने का अनुमान जताया गया है. हालांकि, राज्य में आम आदमी पार्टी को सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरने की सर्वे में उम्मीद जताई गई है. सर्वे के मुताबिक, कांग्रेस की दोबारा राज्य में सरकार नहीं बन सकती है.
सी वोटर सर्वे के मुताबिक, पंजाब के आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के खाते में 28.8 फीसदी, शिरोमणि अकाली दल के खाते में 21.8 फीसदी, आम आदमी पार्टी के खाते में 35.1 फीसदी, बीजेपी के खाते में 73. फीसदी और अन्य के खाते में 7 फीसदी वोट आने का अनुमान है.
सी वोटर सर्वे के मुताबिक, पंजाब में 18 फीसदी लोग कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं. जबकि 22 फीसदी अरविंद केजरीवाल को, 19 फीसदी सुखबीर बादल को, 16 फीसदी लोग भगवंत मान को, 15 फीसदी नवजोत सिंह सिद्धू को और 10 फीसदी अन्य को मुख्यमंत्री उम्मीदवार देखना चाहते हैं.
पंजाब विधानसभा चुनाव को लेकर सी वोटर की तरफ से सर्वे किया गया. सर्वे के मुताबिक, 2022 चुनाव में कांग्रेस को 38 से 46 सीटें मिल सकती है. जबकि आम आदमी पार्टी को 51 से 57 सीटें मिल सकती है.
पंजाब की 117 सदस्यीय विधानसभा चुनाव 2017 में कांग्रेस 77 सीटें जीतकर सत्ता में आई थी और अमरिंदर की अगुवाई में सरकार बनी. शिरोमणि अकाली दल महज 15 सीटों पर सिमटकर रह गई, जबकि आम आदमी पार्टी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 20 सीटों पर जीत दर्ज कर राज्य में विपक्षी दल का दर्जा हासिल किया. बीजेपी को 3 सीटें मिली थी जबकि अन्य के खाते में 2 सीटें आई थी.
उत्तराखंड में 2017 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को 33.5 फीसदी वोट शेयर हासिल हुआ था. जबकि बीजेपी ने 46.5 फीसदी वोट हासिल किया था. जबकि, अन्य के खाते में 20 फीसदी वोट पड़े थे
भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2017 में शानदार प्रदर्शन करते हुए राज्य की 70 विधानसभा सीटों में से 57 सीटें जीतकर सत्ता में आई थी. बीजेपी महज 11 सीटों पर सिमटकर रह गई थी. तो वहीं, अन्य के खाते में 2 सीटें आई थी.
यूपी विधानसभा चुनाव 2017 में बीजेपी को 41.1 फीसदी वोट शेयर हासिल हुआ था. जबकि, समाजवादी पार्टी के खाते में 23.6 फीसदी वोट, बीएसपी के खाते में 22.2 फीसदी वोट, कांग्रेस के खाते में 6.3 फीसदी और अन्य के खाते में 6.5 फीसदी वोट पड़े थे
उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने 2017 विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज की थी. इसके बाद राज्य में योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में सरकार बनी. बीजेपी को राज्य की 403 सदस्यीय विधानसभा में से 325 सीट मिली थी. जबकि, समाजवादी पार्टी 48, बहुजन समाज पार्टी 19, कांग्रेस 7 सीटों पर सिमट गई थी. तो वहीं अन्य के खाते में 4 सीटें आई थी.
अगले साल की शुरुआत में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव होने हैं. ये राज्य हैं- उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर. सी-वोटर ने सर्वे कर लोगों से उनका मूड जानने का प्रयास किया है. इस दौरान उनके यह जानने का प्रयास किया गया है कि उनका पसंसीदा सीएम उम्मीदवार कौन है. इसके साथ ही, उनसे मुद्दों के बारे में भी बात की गई है
Assembly Election 2022 : अगले साल की शुरुआत में देश के पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं. यह चुनाव इसलिए काफी अहम है क्योंकि इसमें वो राज्य भी शामिल है, जहां पर देश की सबसे ज्यादा 80 लोकसभा की सीटें है. बात उत्तर प्रदेश की हो रही है. बीजेपी अगर 2024 में दोबारा केन्द्र की सत्ता में अगर आना है तो उसे इस को जीतना ही होगा. इसके अलावा, उत्तराखंड, पंजाब के साथ गोवा और मणिपुर के चुनाव होने हैं.
सी-वोटर की तरफ से सर्वे कर जनता के मूड को भांपने की कोशिश की गई है. शाम पांच बजे से एबीपी न्यूज़ पर लाइव सर्वे देख पाएंगे.
सर्वे के दौरान आपको यह बताया जाएगा कि अगले साल होने वाले पांच राज्यों के चुनाव में किसकी कहां पर सरकार बन सकती है, किसे कितनी सीटें मिल सकती है. इसके साथ ही, राज्य की जनता क्या सोचती है अपने मुख्यमंत्री उम्मीदवार के बारे में, इसके बारे में भी बताया जाएगा.
गौरतलब है कि आगामी चुनाव के मद्देनजर सभी दल चुनावी राज्यों में कमर कस कर सियासी मैदान में उतर रहे हैं. ऐसे में साफ है कि अगले साल इन पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव का सीधार असर देश के 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर भी पड़ेगा.