देश के जिला अस्पतालों में 1 लाख की आबादी पर 24 बेड, पुडुचेरी सबसे आगे, बिहार सबसे पीछे
देश में जिला अस्पतालों में प्रति एक लाख आबादी पर औसतन 24 बेड हैं। इसमें पुडुचेरी में जिला अस्पतालों में सर्वाधिक औसतन 222 बेड उपलब्ध हैं वहीं बिहार में सबसे कम छह बेड हैं।
नयी दिल्ली: देश के जिला अस्पतालों में प्रति एक लाख आबादी पर औसतन 24 बेड हैं। इसमें पुडुचेरी में जिला अस्पतालों में सर्वाधिक औसतन 222 बेड उपलब्ध हैं वहीं बिहार में सबसे कम छह बेड हैं। नीति आयोग की एक रिपोर्ट में यह कहा गया है। आयोग की ‘जिला अस्पतालों के कामकाज में बेहतर गतिविधियों’ पर रिपोर्ट में कहा गया है कि बेड की उपलब्धता, चिकित्सा और इलाज में डॉक्टर की मदद करने वाले चिकित्साकर्मियों (पैरामेडिकल) की संख्या, जांच सुविधाएं जैसे संकेतकों के आधार पर 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 75 जिला अस्पतालों का प्रदर्शन काफी बेहतर है।
इसमें कहा गया है, ‘‘प्रदर्शन से जुड़े प्रमुख संकेतकों के आधार पर प्रति एक लाख की आबादी पर कार्यरत अस्पतालों में बेड की औसतन संख्या 24 है ।’’ भारतीय सार्वजनिक स्वास्थ्य मानक (आईपीएचएस) 2012 दिशानिर्देश के तहत जिला अस्पतालों को प्रति एक लाख आबादी पर कम से कम 22 बेड की सिफारिश की गयी है। यह सिफारिश 2001 की जनगणनना के औसत जिला जनसंख्या पर आधारित है। प्रदर्शन आकलन में कुल 707 जिला अस्पताल शामिल हुए। इसके लिये वर्ष 2017-18 के स्वास्थ्य प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) के आंकड़ों को आधार बनाया गया।
रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘देश में पुडुचेरी में बेड की औसतन संख्या सर्वाधिक है। केंद्रशासित प्रदेश के जिला अस्पताल में प्रति एक लाख आबादी पर 222 बेड हैं। जबकि बिहार में प्रति एक लाख आबादी पर सबसे कम छह बेड उपलब्ध हैं।’’ रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि 707 जिला अस्पतालों में कुल 101 ने सभी क्रियात्मक विशेषताओं वाले 14 मानदंडों को पूरा किया। इसमें कहा गया है कि तमिलनाडु में सभी क्रियात्मक विशेषताओं वाले अस्पतालों का अनुपात सबसे अधिक था। इसके बाद कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और केरल का स्थान है।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में जिला अस्पतालों में प्रति एक लाख की आबादी पर एक से 408 बेड हैं। नीति आयोग के अनुसार 217 जिला अस्पतालों में प्रति एक लाख आबादी पर कम-से-कम 22 बेड पाये गये। यह पाया गया कि जिन जिलों में आबादी कम है, वहां बुनियादी ढांचा से संबद्ध प्रदर्शन से जुड़े प्रमुख संकेतकों की स्थिति बेतहर है। रिपोर्ट स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय तथा विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ इंडिया) के सहयोग से तैयार की गयी है। देश में जिला अस्पतालों की संख्या 800 से अधिक हैं। ये अस्पताल लोगों को महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं। (भाषा)