gwalior … प्राइवेट स्कूल:सिर्फ 426 स्कूलों ने दी फीस की जानकारी, पब्लिक डोमेन पर देख सकेंगे पालक
- कमेटी बनने में ही लगे 40 दिन, बाकी है 1881 स्कूलों की फीडिंग, इनमें सर्वाधिक एमपी बोर्ड के
प्राइवेट स्कूलों में ली जाने वाली फीस की पारदर्शी व्यवस्था को लेकर न तो विभाग गंभीर है न स्कूल संचालक। कलेक्टर की अध्यक्षता में 40 दिन बाद शुक्रवार को कमेटी गठित हो गई पर अभी सिर्फ 426 स्कूल पोर्टल पर फीस की जानकारी फीड कर सके हैं। जिले में स्कूलों की संख्या 2,307 है।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर स्कूल शिक्षा विभाग ने 26 अगस्त को फीस की जानकारी ऑनलाइन करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद 10 सितंबर तक 28 और 28 सितंबर तक यह संख्या 336 तक पहुंच गई थी। शुक्रवार सुबह फीस की जानकारी फीड करने वाले स्कूलों की संख्या जिले में 426 तक पहुंची। यह कुल स्कूलोंं की संख्या के हिसाब से सिर्फ 20 फीसदी तक है।
इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी विकास जोशी ने कहा कि पोर्टल पर भले ही जिले में स्कूलों की संख्या 2 हजार 307 दिखाई दे रही है पर वास्तव में इतने स्कूल संचालित नहीं है। उन्होंने कहा कि अभी तक जिन स्कूलों ने फीस की जानकारी फीड की है उनमें अधिकतर सीबीएसई स्कूल शामिल हैं।
जो बचे हैं उनमें सर्वाधिक एमपी बोर्ड के प्राइवेट स्कूल हैं। जिला शिक्षाधिकारी ने कहा कि फीडिंग पूरी होने के बाद अब मुख्यालय सारे स्कूलों की जानकारी पब्लिक डोमेन पर डालेगा। इसके बाद पालक व छात्र अपने स्कूल की फीस की जानकारी आसानी से देख सकेंगे। शुक्रवार को जो कमेटी बनी है, वह पालक-छात्रों की शिकायतों का जिलास्तर पर निराकरण करेगी।
कमेटी में चार लोग अध्यक्ष रहेंगे कलेक्टर
शुक्रवार को गठित कमेटी में कुल चार अफसर शामिल हैं। इसके अध्यक्ष कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह रहेंगे जबकि सचिव जिला शिक्षा अधिकारी विकास जोशी। एक्सपर्ट सदस्य के रूप में जिला कोषालय अधिकारी अनिल सक्सेना को जबकि विभागीय सदस्य के रूप में कलेक्टर ने सहायक संचालक रवीन्द्र कुमार शर्मा को मनोनीत किया है।