70 करोड़ की MD ड्रग्स में ‘टेंपो’ गिरफ्तार:मुंबई में छापे के दौरान हुआ था फरार, मामले में अब तक हो चुकी है 36 की गिरफ्तारी; इंदौर में भी की थी सप्लाई
70 किलो एंटी ड्रग्स मामले में लंबे समय से फरार आरोपी को इंदौर क्राइम ब्रांच ने गुजरात (अहमदाबाद) से पकड़ा है। गिरफ्त में आरोपी टेंपो उर्फ मोहम्मद हुसैन ने 8 करोड़ रुपए से अधिक की ड्रग्स अहमदाबाद सहित अन्य शहरों में खपाई गई है। आरोपी पर पहले से ही हत्या, चोरी, लूट, डकैती, अवैध हथियार जैसे 24 गंभीर अपराध दर्ज है। मुंबई में इंदौर पुलिस की कार्रवाई के दौरान यह भाग निकला था। मामले में अब तक 36 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
क्राइम ब्रांच ASP गुरुप्रसाद पाराशर के मुताबिक आरोपी अय्यूब से हुई पूछताछ में टेंपों के बारे में जानकारी मिली थी। इससे पहले गिरफ्तार हुए आरोपी दिनेश अग्रवाल और अशफाक से MD खरीद कर गुजरात के विभिन्न शहरों में सप्लाई करता था। मंगलवार को क्राइम ब्रांच आरोपित को ट्रांजिट रिमांड पर ले आई।
2 माह पहले गिरफ्तार हुआ है अय्यूब
दो माह पूर्व क्राइम ब्रांच मंदसौर जिले के श्यामगढ़ का रहने वाला दबिश देकर अय्यूब को पकड़ लिया। तलाश में उसके पास से एक किलो 100 ग्राम ड्रग मिली। इसकी लागत करीब 1 करोड़ 10 लाख रुपए है। आरोपी राजस्थान, मुंबई और तमिलनाडु में सक्रिय रहा है। यह ड्रग सेलिब्रिटीज की पार्टी में इस्तेमाल होता है। अय्यूब पहले बैंड बजाने का काम करता था। पूर्व में पकड़ाए आरोपी दिनेश का टेंट का काम होने के चलते वह उसके संपर्क में आया था। इसके बाद वह मंदसौर में ड्रग का काम भी करने लगा। इस दौरान आरोपी ने बैंड का काम बंद किया और तस्करी से जुड़ गया।
यह है मामला
क्राइम ब्रांच ने 5 जनवरी को 5 आरोपियों से 70 करोड़ रुपए की 70 किलो MDMA ड्रग्स बरामद की थी। इनके पास से 13 लाख रुपए नकद भी बरामद हुए थे। आरोपी तेलंगाना और मप्र के रहने वाले हैं। आरोपी ड्रग्स की खेप देने और टोकन मनी लेने के लिए एकत्रित हुए थे। आरोपियों की माने तो वे ट्रेन, प्लेन, बस, ट्रक ट्रांसपोर्ट और निजी कार हर प्रकार से ड्रग्स लाते थे। ये इतने शातिर हैं कि ट्रांसपोर्ट से ड्रग्स भेजते समय वे पैकेट में मुर्गी दाना पाउडर या बीमारियों के वैक्सीन का पाउडर बताते थे। इस मामले में अब तक 36 आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
MD ड्रग्स मामले में जनवरी में मुंबई से दो आरोपी इब्राहिम कुरैशी और वसीम खान को मुंबई से पकड़ा था। इनमें एक 1993 के मुंबई ब्लास्ट में सजा काट चुका है, जबकि दूसरा टी सीरीज के मालिक गुलशन कुमार हत्याकांड में शामिल अबू सलेम गैंग का सदस्य रहा था। कार्रवाई के दौरान टेंपो फरार हो गया था।