CPA को समाप्त करने की प्रोसेस अंतिम दौर में …PWD, नगर निगम में मर्ज होंगे इंजीनियर, पार्क, सड़कें, पुल और बिल्डिंग भी सौंपी जाएंगी; खाका तैयार
भोपाल की खराब सड़कों को लेकर नपे 61 साल पुराने CPA (राजधानी परियोजना प्रशासन) को समाप्त करने की प्रोसेस अंतिम दौर में पहुंच गई है। इसकी फाइल भी तैयार कर ली गई है, जो जल्द ही CM शिवराज सिंह चौहान के सामने रखी जाएगी। फिर केबिनेट में प्रस्ताव पहुंचेगा। मंत्रालय में हुई मीटिंग में कई निर्णय लिए जा चुके हैं।
प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग नीरज मंडलोई, नगरीय आवास एवं विकास विभाग के प्रमुख सचिव मनीष सिंह सहित अन्य अफसरों की मौजूदगी में हुई मीटिंग में कई बिंदुओं पर चर्चा हुई। वहीं, एक विस्तृत प्रस्ताव कर केबिनेट में रखे जाने का निर्णय भी हुआ। इसके साथ इंजीनियर व कर्मचारियों को मर्ज करने की भी बातें हुईं।
सूत्रों ने बताया कि इंजीनियर-कर्मचारी PWD और नगर निगम में मर्ज किए जाएंगे। वहीं, पार्क निगम को दिए जाएंगे। सड़कें, पुल-पुलियाओं व बिल्डिंग का काम PWD को सौंपा जा रहा है।
CPA में इतना स्टाफ
एक अधीक्षण यंत्री, चार एग्ज्युक्टिव इंजीनियर, 20 एसडीओ, 50 सब इंजीनियर व 250 कर्मचारियों समेत 325 लोगों का स्टाफ है, जो अन्य विभागों से प्रतिनियुक्ति पर यहां आए हैं। इसके अलावा अस्थायी कर्मचारी भी हैं, जो पार्क समेत अन्य जगह लगाए गए हैं। सीपीए की 500 करोड़ की देनदारी है, जबकि बजट महज 300 करोड़ रुपए है। दो साल से कामों के भुगतान नहीं हुए हैं।
ये है CPA के काम
शहर को व्यवस्थित तरीके से डेवलप करने के लिए साल 1960 में आवास एवं पर्यावरण विभाग के अंतर्गत CPA का गठन किया गया था। इसका काम भोपाल शहर की सड़कों को बनाना और उनका मेंटेनेंस करना था। इसके अलावा, उसके जिम्मे पर उद्यान, बिल्डिंग निर्माण, पुल-पुलियाएं बनाने आदि के काम भी आ गए। इस विभाग की नए शहर को खूबसूरती देने में बड़ी भूमिका रही है। नए मंत्रालय एनेक्सी बनाने से लेकर VIP रोड जैसे कई बड़े काम उसने ही किए हैं।
भारत भवन, शौर्य स्मारक, ट्राइबल म्यूजियम, मानव संग्रहालय, टीटी नगर स्टेडियम, सतपुड़ा, विध्यांचल आदि इमारतें भी CPA ने बनाई है। वर्तमान में 132 एकड़ में एकांत, प्रियदर्शनी, चिनार, मयूर, प्रकाश तरण पुष्कर समेत 7 बड़े पार्क भी सीपीए की देखरेख में है। वहीं 92.5 किमी सड़कें हैं। हालांकि, कुल सड़कों की तुलना में सीपीए की 8% सड़कें भी नहीं है।