ट्रेन में व्यापारी से लूट का खुलासा ….क्राइम अफसर बनकर लूटे 3.5 लाख रुपए, BJP का पूर्व पार्षद, कॉन्स्टेबल, बिल्डर और पत्रकार गिरफ्तार
खंडवा में GRP ने वाराणसी एक्सप्रेस ट्रेन में व्यापारी से लूट करने वाले 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में भाजपा का पूर्व पार्षद, आरपीएफ काॅन्स्टेबल, बिल्डर और पत्रकार शामिल हैं। आरोपियों ने खुद को नकली क्राइम ब्रांच का अफसर बताकर जबलपुर के व्यापारी से 3.5 लाख रुपए लूट लिए थे। आरोपियों ने झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर मारपीट भी की थी। वारदात का मास्टर माइंड भाजपा का पूर्व पार्षद ही है। आरोपियों के पास से लूटी हुई रकम भी मिली है।
भोपाल रेल एसपी हितेश चौधरी ने बताया कि 22-23 अक्टूबर की रात वाराणसी-एलटीटी एक्सप्रेस से जबलपुर के कृष्णकांत गौतम(35) मुंबई जा रहे थे। इस दौरान बुरहानपुर रेलवे स्टेशन आने से पहले दो अज्ञात लोग उनके पास आए। आरोपियों ने खुद को क्राइम ब्रांच का अफसर बताया।
आधार कार्ड, टिकट लेकर जबरदस्ती बैग खुलवाया। बैग में 5 लाख रुपए रखे थे। रुपए नहीं देने पर व्यापारी को झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। ट्रेन के बाथरूम में ले जाकर धमकाया। इसके बाद साढ़े 3 लाख रुपए ले लिए। मुंबई से वापस आकर कृष्णकांत ने जबलपुर में दाेस्तों को घटना बताई। दोस्तों ने जीआरपी थाने में शिकायत करने की सलाह दी। 24 अक्टूबर को जीआरपी में शिकायत की गई।
BJP नेता से लेकर पत्रकार और आरपीएफ जवान शामिल
खंडवा GRP थाना प्रभारी बबीता कठेरिया ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम बनाई थी। टीम ने मुखबिर सूचना के आधार पर आरोपियों का पता लगाया। आरोपियों में जबलपुर में पदस्थ आरपीएफ काॅन्स्टेबल संदीप तिवारी, बिल्डर सौरभ शर्मा, न्यूज चैनल का संभागीय ब्यूरो चीफ सचिन राव व बीजेपी का पूर्व पार्षद नरेंद्र वर्मा शामिल है। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

प्लानिंग के तहत दिया वारदात काे अंजाम
पूछताछ में पता चला कि आरोपी नरेंद्र वर्मा की नजर स्थानीय व्यापारियों के पैसों के आवागमन पर लंबे समय से थी। उसी ने कृष्णकांत पटेल के व्यावसायिक आवागमन पर नजर रखने के लिए कुछ लोगों को लगा रखा था। जब कृष्णकांत पटेल ट्रेन में पैसा लेकर जाने के लिए तैयार हुआ, तो उसने यह सूचना पत्रकार सचिन राव से शेयर की।
रैकी के बाद ट्रेन में सवार हुए दो लोग
रैकी के बाद जबलपुर से सचिन ने कृष्णकांत का पीछा किया। वह खंडवा में उतर गया। यहां से संदीप और सौरभ ट्रेन में बैठे। दोनों ने उस पर नजर रखी। इसके बाद बुरहानपुर से आगे दोनों ने वारदात को अंजाम दिया।

ऐसे मिला क्लू
कृष्णकांत ने पुलिस काे बताया कि आरोपी जबलपुर की भाषा में बात कर रहे थे। इससे पुलिस को शक हुआ कि कोई स्थानीय लोग ही हो सकते हैं। इसके बाद सीसीटीवी भी खंगाले गए। पुलिस ने आरोपियों के स्कैच भी बनवाए गए। इस आधार पर आरोपियों की पहचान की गई। सख्ती से पूछताछ में आरोपियों ने गुनाह कबूल कर लिया।