महाराष्ट्र के अस्पताल में आग:अहमदनगर जिला अस्पताल के ICU में आग, 11 की मौत; काम नहीं आए आग बुझाने के उपकरण

महाराष्ट्र में अहमदनगर के डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में शनिवार सुबह भीषण आग लग गई। अस्पताल के ICU में लगी आग से 11 लोगों की जान चली गई है। दमकल की कई गाड़ियों ने मिलकर आग बुझाई। इधर, अस्पताल में एडमिट मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट करना पड़ा। इस दौरान अस्पताल में रखे आग बुझाने के उपकरण आग बुझाने में नाकाम रहे, जिससे आग बढ़ गई।

आग शनिवार सुबह 11.30 बजे के आसपास लगी। जिस दौरान यह आग लगी, उस समय ICU वार्ड में 20 लोग मौजूद थे। ICU में कई मरीज ऐसे भी थे, जो वैंटिलेटर पर थे। हॉस्पिटल के वार्ड बॉय, नर्स और डॉक्टर्स ने सभी मरीजों को सेफ वार्ड में शिफ्ट किया। जिस वार्ड में आग लगी, वह अस्पताल के बिलकुल बीच में है।

अहमदनगर के जिला अस्पताल में ICU से ही आग भड़की थी। जब तक आग पर काबू पाया गया, तब तक ICU पूरी तरह जल चुका था।
अहमदनगर के जिला अस्पताल में ICU से ही आग भड़की थी। जब तक आग पर काबू पाया गया, तब तक ICU पूरी तरह जल चुका था।
आग लगने के दौरान जिला अस्पताल के ICU में गंभीर रूप से बीमार कई मरीज भर्ती थे। इनमें से कुछ मरीज वेंटिलेटर पर थे।
आग लगने के दौरान जिला अस्पताल के ICU में गंभीर रूप से बीमार कई मरीज भर्ती थे। इनमें से कुछ मरीज वेंटिलेटर पर थे।
आग लगने के साथ ही अस्पताल के कर्मचारियों ने हालात संभालने की कोशिश की, लेकिन वहां मौजूद आग बुझाने के उपकरणों से आग नहीं बुझाई जा सकी।
आग लगने के साथ ही अस्पताल के कर्मचारियों ने हालात संभालने की कोशिश की, लेकिन वहां मौजूद आग बुझाने के उपकरणों से आग नहीं बुझाई जा सकी।
दमकलकर्मी अस्पताल पहुंचकर आग पर काबू करने के लिए मश्क्कत करते नजर आए, लेकिन उन्हें भी आग बुझाने में काफी समय लगा।
दमकलकर्मी अस्पताल पहुंचकर आग पर काबू करने के लिए मश्क्कत करते नजर आए, लेकिन उन्हें भी आग बुझाने में काफी समय लगा।

आग पर काबू पाने की कोशिशें जारी
आग लगने पर पहले अस्पताल के अग्निशमन यंत्र से इस पर काबू पाने की कोशिश की गई, लेकिन यह असफल रहा। इसके बाद अहमदनगर नगर निगम और एमआईडीसी दमकल विभाग की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं।

ताजा जानकारी के मुताबिक, आग पर काबू करने का प्रयास आखिरी चरण में है। मौके पर दमकल विभाग के कर्मचारी, पुलिसकर्मी और अस्पताल प्रबंधन के लोग राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं। प्रारंभिक अनुमान है कि आग शॉर्ट सर्किट से लगी है। हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है।

आग लगने के बाद अस्पताल के मेडिकल स्टाफ ने ही ICU के अंदर मौजूद मरीजों को सेफ वार्ड में शिफ्ट किया।
आग लगने के बाद अस्पताल के मेडिकल स्टाफ ने ही ICU के अंदर मौजूद मरीजों को सेफ वार्ड में शिफ्ट किया।
आग से अस्पताल में भर्ती कई मरीज झुलस गए, इन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल के ही दूसरे वार्डों में ले जाया गया।
आग से अस्पताल में भर्ती कई मरीज झुलस गए, इन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल के ही दूसरे वार्डों में ले जाया गया।
अस्पताल में आग किस वजह से लगी, इसकी पुख्ता जानकारी नहीं मिली है, हालांकि शॉर्ट सर्किट को इसकी वजह बताया जा रहा है।
अस्पताल में आग किस वजह से लगी, इसकी पुख्ता जानकारी नहीं मिली है, हालांकि शॉर्ट सर्किट को इसकी वजह बताया जा रहा है।
आग लगने के बाद अस्पताल में काफी देर तक मरीजों की हालत के बारे में जानकारी नहीं मिल सकती। इस वजह से मरीजों के परिजन बदहवास नजर आए।
आग लगने के बाद अस्पताल में काफी देर तक मरीजों की हालत के बारे में जानकारी नहीं मिल सकती। इस वजह से मरीजों के परिजन बदहवास नजर आए।

मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपए देने की घोषणा
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस हादसे पर शोक व्यक्त किया है। साथ ही उन्होंने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। वहीं, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने प्रत्येक मृतक के परिजन को 5-5 लाख रुपए देने की घोषणा की गई है। डीसी को घटना की जांच करने और एक सप्ताह में रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया है।

महाराष्ट्र में लापरवाही वाले अस्पताल

  1. महाराष्ट्र में अप्रैल में मुंबई से सटे विरार पश्चिम में स्थित विजय वल्लभ कोविड अस्पताल में आग लगने से 13 लोगों की मौत हुई थी। यहां ICU के एयर कंडिशनर में ब्लास्ट के बाद यह दुर्घटना हुई थी।
  2. जनवरी 2021 में भंडारा के सरकारी अस्पताल के सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट (SNCU) वार्ड में 10 नवजात की मौत हो गई थी। इनमें से 8 लड़कियां थीं। वार्ड में 17 बच्चे थे, जिनमें से 7 को बचा लिया गया।
  3. मुंबई के भांडुप इलाके में एक मॉल की तीसरी मंजिल पर बने कोविड हॉस्पिटल में रात करीब 12 बजे आग लग गई। हादसे में 10 लोगों की मौत हुई थी।
  4. नासिक के सरकारी अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक लीक होने से सप्लाई 30 मिनट रुकी रही और इस हादसे में 24 मरीजों की मौत हुई थी।

कोरोनाकाल में अस्पतालों में हुई आगजनी…

गुजरात के कोविड अस्पताल में 18 लोगों की मौत हुई थी
गुजरात में भरूच के पटेल वेलफेयर कोविड अस्पताल में 6 महीने पहले रात के समय भीषण आग लग गई थी। हादसे में अब तक 18 लोगों की मौत हुई थी। इनमें 16 मरीज और 2 स्टाफ नर्स थीं। चार मंजिला अस्पताल में 50 मरीज और भर्ती थे। अस्पताल भरूच-जंबुसर हाईवे पर है। हादसे पर गुजरात के तब के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने दुख जताया था और 4 लाख रु. की आर्थिक सहायता दी थी।

अहमदाबाद के अस्पताल में 8 मरीजों की मौत हुई थी
एक साल पहले अहमदाबाद के नवरंगपुरा इलाके के कोविड अस्पताल में आग लगने से 8 मरीजों की मौत हो गई थी। इनमें 5 पुरुष और 3 महिलाएं थीं। रिपोर्ट के मुताबिक सभी की मौत सांस में कार्बन मोनोऑक्साइड जाने के चलते हुई थी। आग अस्पताल के चौथी मंजिल पर लगी थी। पुलिस ने इस मामले में अस्पताल के ट्रस्टी भारत महंत और एक कर्मचारी को हिरासत में लिया था।

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