कलेक्टर के बंगले के बाहर भाजपा विधायक का धरना …..विधायक बोले- ये कांग्रेसी सोच के अधिकारी हैं, कांग्रेस शासन काल में कांग्रेसी विधायकों के घर जाकर खाना खाते थे सिंह
जिले के चंदला से भाजपा विधायक राजेश प्रजापति कलेक्टर निवास के बाहर धरने पर बैठे हैं। प्रजापति ने कहा कि कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह कोंग्रेसी मानसिकता के अफसर हैं। ये वही अफसर हैं, जो कांग्रेस सरकार के समय कांग्रेस विधायकों के घर जाते थे। खाना खाते थे। विधायक इनके बंगले पर आते थे। क्योंकि ये कांग्रेसी मानसिकता के विधायक हैं इसलिए ये भाजपा विधायकों की उपेक्षा करते हैं। मैं एक दलित विधायक हूं, इसलिए मेरी और अधिक उपेक्षा होती है।
ये है पूरा मामला
चंदला से भाजपा विधायक राजेश प्रजापति ने कलेक्टर के बंगले के गेट पर धरने के दौरान आरोप लगाते हुए कहा कि वे क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को लेकर कलेक्टर से मिलने शाम चार बजे कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। एक घंटा इंतजार करने के बाद कलेक्टर ने मुख्यमंत्री की वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के बाद मिलने की बात कहीं, लेकिन वे वीसी के बाद सीधे घर पर चले गए। विधायक उनके पीछे बंगले पहुंचे तो गेट के सुरक्षाकर्मी ने कलेक्टर से बात कर विधायक को बोल दिया कि कलेक्टर बंगले में नहीं हैं।
आला-अधिकारी मौके पर पहुंचे
इसी बीच आरटीओ विक्रमजीत सिंह बंगले से बाहर निकले, जिन्होंने विधायक के पूछने पर बताया कि कलेक्टर बंगले में हैं। बस इसी बात से विधायक बिफर गए और रात 8 बजे गेट पर ही अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए। बंगले के गेट पर विधायक के धरने पर बैठने की खबर लगते ही एडीएम आरडीएस अग्निवंशी, सिविल लाइन पुलिस समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और विधायक को मनाने की कोशिश की, लेकिन विधायक कलेक्टर पर दलित विधायक की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए धरने पर बैठे रहे।
कलेक्टर का ईगो हर्ट
प्रजापति ने बताया है कि प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने भी इन्हे कॉल किया था और कहा था कि एक बार बाहर जाकर मुझसे मिल लें। चूंकि में एक दलित हूं, अंतिम छोर का जनप्रतिनिधि हूं इसलिए वो मुझसे मिलने बाहर नहीं आए। मेरे से मिलने में उनका इतना ईगो हर्ट हो रहा है कि वे एक प्रदेश अध्यक्ष की बात नहीं मान रहे हैं।
कलेक्टर से बात नहीं हो पाई है
रात 9 बजे कलेक्टर ने विधायक को अंदर आने का संदेश भिजवाया था लेकिन नाराज विधायक धरने पर ही बैठे रहे। वहीं, जिला प्रशासन के अधिकारी उन्हें मनाने में लगे हैं। लेकिन विधायक धरने पर बैठे रहे। वहीं इस मामले में कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, न ही उनसे संपर्क हो सका।