नया सेटअप …..खनिज विभाग में 40 साल बाद बदला सेटअप पहली बार आईएएस को बनाया जाएगा डायरेक्टर
- खनिज संचालनालय में अब दो डायरेक्टर के पद होंगे…..
राज्य सरकार ने रेत खनन पर लगाम कसने और नए खनिजों की खोज के लिए 40 साल बाद खनिज विभाग के सेटअप में बदलाव कर दिया है। खनिज संचालनालय में पहली बार डायरेक्टर के अब दो पद प्रशासनिक और तकनीकी के होंगे। एक डायरेक्टर प्रशासन के लिए आईएएस कैडर का होगा, जबकि दूसरे पद पर संचालक भौमिकी तथा खनिकर्म होगा, जो खनिजों की खोज के तकनीकी कामों को संभालेंगे।
खनिज विभाग की स्थापना के बाद से अभी तक पुराना सेटअप चल रहा था। खनिज विभाग में वर्तमान में 650 के करीब पद भरे है। बड़ी संख्या में पद खाली होने की वजह से नया सेटअप तैयार किया गया है। शिवराज कैबिनेट में 868 नए पदों की मंजूरी दी गई है। इसके बाद खनिज संचालनालय भौमिकी तथा खनिकर्म में दो डायरेक्टर के आदेश जारी हो गए है। इसमें एक पद प्रशासनिक और दूसरा तकनीकी होगा।
खनिज विभाग में प्रशासनिक काम का जिम्मा प्रतिनियुक्ति पर किसी आईएएस को दिया जाना तय हो गया है, जबकि तकनीकी पद के लिए विभाग में पदोन्नति से नियुक्ति होगी। शासन ने नए 868 पदों पर नियुक्ति के लिए 511 नियमित और 357 आउटसोर्स के पद स्वीकृत किए है।
विवादों में रहा विभाग- 35 साल में केवल तीन डायरेक्टर
खनिज विभाग रेत खनन से जुड़े मामलों और भ्रष्टाचार के चलते विवादों में रहता आया है। अभी तक डायरेक्टर का एक ही पद होने की वजह से लंबे समय तक एक ही अफसर डायरेक्टर पद पर रहा है। सबसे पहले एसएस देव डायरेक्टर बनाए गए थे जो 17 साल पद पर बने रहे।
दूसरे डायरेक्टर आरके शर्मा 8 साल तक पद पर रहे। वर्तमान डायरेक्टर विनीत आस्टीन को ही एक पद पर 10 साल हो चुके है। आस्टीन के खिलाफ कई शिकायतें होती रही है। इसके बाद भी विकल्प नहीं होने की वजह से हटाने पर शासन कोई फैसला नहीं ले पाया था।
नए सेटअप से कई फायदे
- खनिज विभाग के नए सेटअप से विभाग में पद सीधे दोगुने हो जाएंगे।
- तकनीकी डायरेक्टर के अलग होने से खनिजों की खोज ज्यादा हो सकेगी। अभी डायरेक्टर प्रशासनिक कामों में व्यस्त रहते थे।
- प्रदेश में खनिज के नए ब्लॉक बनेंगे। इसके चलते शासन को राजस्व बढ़ेगा।
- नए पदों के भरने से अवैध खनन पर लगाम के लिए विभाग के पास खुद का ज्यादा अमला रहेगा।