UP Assembly Election 2022: फूलपुर विधानसभा पर 2017 में बीजेपी को मिली पहली जीत, जानिए इस सीट से जुड़ी हर अपडेट
फूलपुर सीट पर 2017 में भाजपा के प्रवीण कुमार सिंह ने जीत दर्ज की थी. इससे पहले इस सीट पर बीजेपी जीत नहीं पाई थी.
प्रयागराज जिले की फूलपुर विधानसभा सीट (Phulpur Assembly Seat) एक वीआईपी सीट के तौर पर जानी जाती है. आजादी के बाद यह सीट नेहरू परिवार की सीट मानी जाती थी. आजादी के बाद से ही इस सीट पर 1952 से लेकर 1962 तक देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू का कब्जा रहा. उसके बाद उनकी बहन ने इस सीट का प्रतिनिधित्व किया. परिसीमन के चलते हैं बदले हुए समीकरण दूसरे दलों को भी इस सीट पर जीत दर्ज करने का मौका मिला. इस विधानसभा सीट (Phulpur Assembly Seat) पर भाजपा 2017 में पहली बार जीत दर्ज कर सकी. इससे पहले भाजपा इस सीट पर 1991 और 1993 में दूसरे नंबर पर रही.
राजनीतिक इतिहास
प्रयागराज की फूलपुर सीट (Phulpur Assembly Seat) जवाहर लाल नेहरू से जुड़ी होने के कारण वीआईपी सीट रही है. इस सीट पर 1952 से लेकर 1962 तक देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू इस सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं. 1962 में यह सीट पर समाजवादी नेता राम मनोहर लोहिया की चुनाव में हार के लिए चर्चा का कारण बनी. जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद इस सीट पर 1967 में उनकी बहन विजयलक्ष्मी पंडित ने चुनाव जीता. 2 साल बाद ही उन्होंने इस सीट से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद इस सीट पर कांग्रेस की दावेदारी कम हो गई.
1969 में समाजवादी नेता जनेश्वर मिश्रा को इस पर विजय मिली. 1971 में विश्वनाथ प्रताप सिंह ने कांग्रेसी उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज की. यह तो ही बात लोकसभा प्रत्याशियों की लेकिन विधानसभा प्रत्याशी के रूप में आजादी के बाद से ही 1967 तक कांग्रेस का कब्जा रहा. फिर इस सीट पर दूसरे दलों की भी जीत होने लगी. 1989 में पहली बार इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी के रमाकांत ने जीत दर्ज की. 1991 में जनता दल ने इस सीट (Phulpur Assembly Seat) पर जीत दर्ज की. जनता दल के विधायक रमाकांत यादव 1993 में समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया और इस सीट से विजयी हुए. 1996 में कांग्रेस के रामनरेश यादव ने इस पर जीत दर्ज की. और उन्हें दोबारा 2002 के चुनाव में भी कांग्रेस प्रत्याशी रुप में जीत दर्ज की.
2007 में इस सीट से समाजवादी पार्टी के अरुण कुमार यादव ने जीत दर्ज की. 2012 में समाजवादी पार्टी के सईद अहमद ने जीत दर्ज की. उन्होंने बीएसपी के प्रवीण पटेल को हराया. 2017 में इस सीट पर भाजपा के प्रवीण कुमार सिंह ने जीत दर्ज की. यह बीजेपी की पहली जीत थी. इससे पहले इस सीट पर बीजेपी कभी कोई जीत नहीं दर्ज कर पाई थी. मोदी लहर के चलते भाजपा प्रत्याशी प्रवीण कुमार सिंह को 93912 वोट मिले, जबकि समाजवादी पार्टी के मंसूर आलम को 67299 वोट मिले.
कुल मतदाता – 314041
पुरुष मतदाता – 175485
महिला मतदाता – 138541