चरक में सीजर से डिलीवरी 120 से घटकर 60 हुई, निजी अस्पतालों में कर रहे रैफर
- प्राइवेट एनेस्थेटिक रखे लेकिन हर समय उपलब्ध नहीं
- चरक में दो एनेस्थेटिक 6 माह से बीमार
चरक अस्पताल में गर्भवती महिलाओं की सीजर से होने वाली डिलीवरी घट गई है। पहले यहां 120 से 130 डिलीवरी हर माह होती थी, जो घटकर केवल 60-70 ही रह गई है। वजह है जिला अस्पताल प्रशासन के पास में एनेस्थेटिक नहीं है।
ऐसे में उन्होंने छह प्राइवेट एनेस्थेटिक रखे हैं जो हर समय उपलब्ध नहीं हो पाते हैं। नतीजतन उन गर्भवती महिलाओं को रैफर कर दिया जाता है, जिनकी सीजर से डिलीवरी होना है। हर दिन दो से तीन महिलाओं को रैफर किया जा रहा है। यही हाल रहे तो चरक में सीजर से डिलीवरी का आंकड़ा और कम होता जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा संस्थागत प्रसव को बढ़ावा दिए जाने के लिए जिले में चलाए जा रहे अभियान पर ब्रेक लगता जाएगा। जिला अस्पताल प्रशासन का तर्क कि 4000 रुपए प्रति डिलीवरी के मान से एनेस्थेटिक रखे गए हैं, जिन्हें कॉल कर बुलाया जाता है।
चरक के गायनिक विभाग के अनुसार सरकारी एनेस्थेटिक की पदस्थापना के समय हर माह 120 या ज्यादा सीजर से डिलीवरी हो जाती थी। केवल हाई रिस्क महिलाओं को ही रैफर किया जाता था। प्राइवेट एनेस्थेटिक रखने के बाद से सीजर से डिलीवरी कम होती जा रही है। अब यहां से 60 या 70 डिलीवरी ही सीजर से हो पा रही है।
26 दिन से ऐसे हाल- चरक से रैफर और इधर प्राइवेट में डिलीवरी
प्लेटलेट कम होने के नाम पर रैफर
किरण पति रोहित बोरासी को डिलीवरी के लिए गुरुवार को चरक अस्पताल में भर्ती किया था। डॉक्टर ने प्लेटलेट कम होने के नाम पर महिला को रैफर कर दिया। ऐसे में परिजनों को उसे देवास रोड स्थित अस्पताल ले जाया गया।
प्राथमिक इलाज के बाद ही प्राइवेट ले जाना पड़ा
तराना में रहने वाली सोनाली पति भरत को परिवार के लोगों ने चरक अस्पताल में भर्ती किया था। यहां प्राथमिक इलाज करने के बाद उसे रैफर कर दिया गया। ऐसे में परिजनों को उसे देवास रोड स्थित प्राइवेट अस्पताल ले जाना पड़ा। जहां पर उसकी डिलीवरी हुई। मामला 28 अक्टूबर का है।
एनेस्टेथिक नहीं आया दूसरे अस्पताल का कहा
शबनम बी निवासी विजयागंज मंडी, निर्मला बाई निवासी सुसनेर व अन्य तीन महिलाओं को भी पूर्व में रैफर किया जा चुका है। उन्हें सीजर से डिलीवरी के लिए अस्पताल की ओटी में ले जाया गया था और अनुबंधित प्राइवेट एनेस्थेटिक के नहीं आने पर उन्हें यहां से रैफर कर दिया गया।
चार पद स्वीकृत: जिला अस्पताल प्रशासन के अनुसार चरक अस्पताल में चार एनेस्थेटिक के पद स्वीकृत हैं। इनमें से दो एनेस्थेटिक की यहां पोस्टिंग है, जो बीमारी के चलते लंबे समय से चरक हॉस्पिटल नहीं आ रहे हैं।
सीजर से डिलीवरी कम हो रही है
पहले हर माह 120 या इससे ज्यादा गर्भवती महिलाओं की सीजर से डिलीवरी हो जाती थी। उन्हें रैफर नहीं करना पड़ता था। प्राइवेट एनेस्थेटिक रखने के बाद से सीजर से डिलीवरी कम होती जा रही है। 60 या 70 डिलीवरी ही सीजर से हो पा रही है। –डॉ. संगीता पलसानिया, एचओडी गायनिक विभाग
प्राइवेट की सेवाएं ले रहे
चार में से दो एनेस्थेटिक की पोस्टिंग यहां पर है, लेकिन वे बीमार हैं और अवकाश पर चल रहे हैं। ऐसे में प्राइवेट एनेस्थेटिक से अनुबंध किया हुआ है, जिनकी सेवाएं ली जा रही है। शासन को एनेस्थेटिक की पदस्थापना के लिए पत्र लिखा है। डॉ. पीएन वर्मा, प्रभारी सिविल सर्जन