मुरैना .. खनन माफिया को पकड़ने में असमर्थ वन विभाग …. रेंजर बोले- पेशेवर आरोपी हैं, नहीं आ रहे हाथ, खोजने के लिए आदमी लगा दिए हैं
मुरैना की पहाड़ी वन चौकी से खनन माफिया द्वारा अपने आदमियों को छुड़ाकर ले जाने का मामला ठंडा पड़ गया है। पहले वन विभाग पुलिस पर असहयोग करने का आरोप लगाता रहा। अब विभाग के अधिकारी इस बात को कहते नजर आ रहे हैं कि वे खतरनाक व अपराधिक किस्म के बदमाश हैं उन्हें वह पकड़़ नहीं पा रहे हैं। विभाग ने बंटी गुर्जर नामक आरोपी की पहचान की है, जिसे पकड़ना अब विभाग के अधिकारियों के लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है।
आपको बता दें, कि पहाड़ी वन चौकी पर वन विभाग के अमले के सामने खनन माफिया अपने दो आदमियों को छुड़ा ले गया था। यह वे दो आदमी थे जिन वन विभाग के अमले ने पकड़ा था। जब यह मामला, मीडिया के सामने आया तो मजबूरन विभाग ने इस मामले में अपराध पंजीबद्ध कर लिया वहीं पुलिस पर भी असहयोग न करने की बात कही। इस घटना को सप्ताह भर बीतने के बावजूद विभाग अभी तक उन लोगों को नहीं पकड़ सका है जो उनके सामने खनन करने वालों को ले गए थे।
दो बार हुआ वाक्या, रिपोर्ट एक में भी नहीं
आपको बता दें कि लगभग एक माह पूर्व रिठौरा थानार्न्तगत विभाग के अमले पर माफिया के लोगों ने हमला किया था। वन अमले ने माफिया की LNT मशीन को कब्जे में ले लिया था लेकिन संगठित माफिया उसे बंदूकों की दम पर छुड़ा ले गया। उलटा वन अमले पर 60-70 राउंड गोलियों से फायर किए। वन अमले का नेतृत्व कर रहे केशव शर्मा ने रिठौरा थाने को फोन करके फोर्स मांगा जो उन्हें नहीं दिया गया था। बाद में अमला वहां से उलटे पैर जान बचाकर भाग आया तथा रिठौरा थाने में घटना की FIR दर्ज करने को कहा लेकिन पुलिस ने दर्ज नहीं की।
दूसरा मामला
दूसरे मामले में पहाड़ी वन चौकी पर से माफिया अपने दो आदमियों को छुड़ाकर ले गया लेकिन उसकी भी FIR अभी तक बानमौर थाने में दर्ज नहीं होने की बात कही जा रही है। इस मामले से स्पष्ट हो रहा है कि इन दोनों हादसों के बावजूद वन विभाग इस मामले में अब लीपापोती करने में लग गया है।
मामला संक्षेप में
आपको बता दें, कि शनीचरा क्षेत्र में वन विभाग की पहाड़ी चौकी है। इस चौकी के इंचार्ज नरेन्द्र प्रताप कुशवाह हैं। उन्हें कुछ ही दिनों पूर्व प्रभारी बनाया गया है। उन्हें जानकारी लगी कि कुछ लोग पहाड़ी क्षेत्र में अवैध खनन कर रहे हैं। इस पर SAF के जवानों व वन आरक्षकों के साथ वे खनन करने वाली जगह पर पहुंचे तो देखा कि कुछ लोग अवैध खनन कर रहे हैं। अवैध खनन करने वाले दो लोगों को मौके से पकड़ लाए तथा पहाड़ी वन चौकी पर बंदी बना लिया। वे उन बंदियों को मुरैना लाने की तैयारी कर ही रहे थे कि इतने में 6 लोग मय हथियारों के वहां पहुंचे तथा बंदियों को बंदूकों की दम पर चौकी से छुड़ा ले गए थे।
कहते हैं अधिकारी
हमने माफिया को खोजने के लिए आदमी लगा दिए हैं, लेकिन वह लोग पेशेवर अपराधी हैं तथा जंगल में कहीं छिपे बैठे हैं। पुलिस के पास भी पर्याप्त फोर्स नहीं है। हमारे आदमी भी नहीं खोज पा रहे हैं।
दीपांकर सिंह, रेंजर, वन विभाग, मुरैना