Uttarakhand Assembly Election 2022: जसपुर विधानसभा में सियासी तैयारियां तेज, 2017 में कांग्रेस ने दर्ज की थी जीत

जसपुर सीट पर 2017 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. इसकी स्‍थापना चन्द्रवंश के सेनापति यशोधर सिंह द्वारा की गयी थी.

उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारियां शुरू हो गई हैं. जसपुर विधानसभा सीट (Jaspur Assembly Seat) पर 2017 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. देखना होगा 2022 के चुनाव में किसकी जीत होगी. जसपुर की स्‍थापना चन्द्र वंश के सुप्रसिद्ध सेनापति यशोधर सिंह अधिकारी द्वारा की गयी थी. जिसका नाम यशपुर था. जसपुर मुख्य रूप से वन क्षेत्र से घिरे होने के बावजूद यहां छपाई का काम प्रमुखता से होता था.

एशिया की सबसे बड़ी मंडी का खिताब

जंगलों से घिरे जसपुर में 1962 से लकड़ी का आयात-निर्यात होता रहा है. जसपुर को एशिया की सबसे बड़ी लकड़ी मंडी होने का खिताब भी मिला. जसपुर विधानसभा उत्तर प्रदेश का एक शहर हुआ करता था. उत्तराखंड राज्य बनने के बाद जसपुर विधानसभा का अस्तित्व 2002 में सामने आया. पहली बार डॉ. शैलेंद्र मोहन सिंघल निर्दलीय चुनाव लड़े और उन्होंने जीत दर्ज किया.

उधम सिंह नगर की सीट

जसपुर विधानसभा सीट (Jaspur Assembly Seat) उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले में आती है. 2017 में कांग्रेस से आदेश सिंह चौहान ने भारतीय जनता पार्टी के डॉ. शैलेंद्र मोहन सिंघल को 4204 मतों के अंतर से हराया था. 2012 में  कांग्रेस से डॉ. शैलेंद्र मोहन सिंघल ने 25,533 मतों के साथ बसपा के मोहम्मद कुमार को हराया था. 2007 में कांग्रेस से डॉ. शैलेंद्र मोहन सिंघल 25,063 मतों के साथ निर्दलीय प्रत्याशी मोहम्मद उमर को हराया था. 2002 में निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. शैलेंद्र मोहन सिंघल ने जीत दर्ज किया था.

मतदाताओं की संख्या

जसपुर विधानसभा सीट (Jaspur Assembly Seat) पर कुल मतदाताओं की संख्या 198479 थे, जिनमें 100204 पुरुष मतदाता और 98275 महिला मतदाता शामिल हैं. यहां करीब 35 प्रतिशत चौहान, 9 प्रतिशत एसटी-एससी के मतदाता हैं. इसके बाद करीब 10 प्रतिशत सिख, 5 हजार यादव, 8 प्रतिशत ब्राह्मण, 2 प्रतिशत राजपूत, 25 प्रतिशत मुस्लिम, 5 प्रतिशत पंजाबी, 5 प्रतिशत ठाकुर, 6 प्रतिशत बनिया और 3 प्रतिशत अन्य जातीय समीकरण रहा है.

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