रेत का अवैध खनन ….. मशीनों से सिंध नदी से निकाला जा रहा है रेत, आसपास के गांव में जलस्तर हुआ कम

अमायन क्षेत्र में निकली सिंध नदी में लगातार हो रहे रेत के अवैध खनन से नदी का अस्तित्व को खतरा पैदा हो गया। स्थिति यह है कि नदी से रोजाना पोकलेन और जेसीबी मशीन से काफी तादाद में रेत माफिया के द्वारा रात के समय रेत निकाला जा रहा है। जिससे नदी के आसपास बसे हुए गांव का जलस्तर कम हो गया। खास बात यह है कि यह रेत खनन पुलिस के संरक्षण में किया जा रहा है। वहीं स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि अगर अमायन क्षेत्र में सिंध नदी से रेत के अवैध खनन पर रोक नहीं लगाई तो आने वाले कुछ साल में यहां पर पानी का संकट खड़ा हो जाएगा।

​​​​​​​अमायन क्षेत्र के बरैठी, कछार गांव के ग्रामीण बताते हैं कि गांव की रेत खदानों पर रात के समय गांव के दबंग लोग हथियारों की दम पर दिन और रात में जेसीबी, पोकलेन से रेत निकाल रहे हैं। रेत से भरी ऐसे सैकड़ों वाहन हर शाम से देर रात और अल सुबह तक क्षेत्र की सड़कों पर देखे जा रहे हैं। वहीं रेत का अवैध उत्खनन करने वाले लोगों को पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। जिसकी वजह से वो लोग खुले आम नदी से रेत निकाल रहे हैं। अवैध रेत माफिया की करतूतों ने जीवनदायिनी सिंध नदी पर संकट खड़ा कर दिया।

रेत के लिए नदी के किनारों को धीरे-धीरे खत्म किया जा रहा है। इससे नदी की संरचना ही बिगड़ती जा रही है। गामीणों का कहना है कि इसी तरह अवैध उत्खनन होता रहा तो नदी के अस्तित्व पर संकट आ जाएगा। प्रशासन अवैध खनन पर तत्काल रोक लगाए। अमायन क्षेत्र में निकली सिंध नदी में लगातार हो रहे रेत के अवैध खनन से नदी का अस्तित्व को खतरा पैदा हो गया। स्थिति यह है कि नदी से रोजाना पोकलेन और जेसीबी मशीन से काफी तादाद में रेत माफिया के द्वारा रात के समय रेत निकाला जा रहा है।

जिससे नदी के आसपास बसे हुए गांव का जलस्तर कम हो गया। खास बात यह है कि यह रेत खनन पुलिस के संरक्षण में किया जा रहा है। वहीं स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि अगर अमायन क्षेत्र में सिंध नदी से रेत के अवैध खनन पर रोक नहीं लगाई तो आने वाले कुछ साल में यहां पर पानी का संकट खड़ा हो जाएगा। अमायन क्षेत्र के बरैठी, कछार गांव के ग्रामीण बताते हैं कि गांव की रेत खदानों पर रात के समय गांव के दबंग लोग हथियारों की दम पर दिन और रात में जेसीबी, पोकलेन से रेत निकाल रहे हैं। रेत से भरी ऐसे सैकड़ों वाहन हर शाम से देर रात और अल सुबह तक क्षेत्र की सड़कों पर देखे जा रहे हैं।

वहीं रेत का अवैध उत्खनन करने वाले लोगों को पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। जिसकी वजह से वो लोग खुले आम नदी से रेत निकाल रहे हैं। अवैध रेत माफिया की करतूतों ने जीवनदायिनी सिंध नदी पर संकट खड़ा कर दिया। रेत के लिए नदी के किनारों को धीरे-धीरे खत्म किया जा रहा है। इससे नदी की संरचना ही बिगड़ती जा रही है। गामीणों का कहना है कि इसी तरह अवैध उत्खनन होता रहा तो नदी के अस्तित्व पर संकट आ जाएगा। प्रशासन अवैध खनन पर तत्काल रोक लगाए।

प्राइवेट लाेग पुलिस के नाम पर करते हैं वसूली

ग्रामीण कमलेश कुशवाह, दिनेश सिंह, मोहित सिंह सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि हम ग्रामीण जिला प्रशासन और पुलिस विभाग के आलाधिकारियों को ज्ञापन देकर अवगत कराया गया है। लेकिन उसके बाद भी काेई कार्रवाई नहीं हुई है। इसके अलावा सिंध नदी के किनारे रात में अवैध रेत खनन के साथ यहां से परिवहन के लिए रेत लेकर जाने वाले लोडिंग वाहनों से रास्ते में प्राइवेट लोग पुलिस के नाम की वसूली करते देखे गए हैं।

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