ग्वालियर के प्रमुख बाजार नहीं हो सके कचरा मुक्त

स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल आने व अपनी रैंकिग सुधारने के लिए लाख दावे नगर निगम कर रहा हो, लेकिन यह दावे सच्चाई से बहुत दूर

स्वच्छता सर्वेक्षण में अव्वल आने व अपनी रैंकिग सुधारने के लिए लाख दावे नगर निगम कर रहा हो, लेकिन यह दावे सच्चाई से बहुत दूर हैं। शहर के टोपी बाजार, नजरबाग मार्केट, सुभाष मार्केट, गांधी मार्केट, सराफा बाजार, दौलतगंज समेत बाड़ा स्थित सभी बाजारों के व्यापारी सफाई को लेकर विशेष संजीदगी नहीं दिखा रहे हैं। दाल बाजार, लोहिया बाजार, हजीरा मार्केट व मुरार सदर बाजार के भी यही हाल हैं। शहर के प्रमुख बाजार ही कचरा मुक्त नहीं हो पा रहे हैं। आलम यह है कि बाजारों में नगर निगम द्वारा पर्याप्त डस्टबीन भी नहीं रखवाए गए हैं। ज्यादातर दुकानदारों ने भी गीला व सूखा कचरे के लिए दो डस्टबीन नहीं रखे हैं। ऐसे में बाजारों में यहां वहां कम-ज्यादा कचरा बिखरा रहता है।

गौरतलब है कि व्यापारियों का यह कहना होता है कि वे अपनी दुकान व खुद के इस्तेमाल के लिए डस्टबीन रखते हैं, लेकिन सड़क पर डस्टबीन रखने पर लोग उसमें थूकते हैं व अधिक गंदगी करते हैं। जिसके कारण उनके लिए डस्टबीन को दोबारा दुकान में रख पाना संभव नहीं होता है। रात में अगर वे डस्टबीन बाहर छोड़ देते हैं तो वे चोरी हो जाते हैं। व्यापारियों की मांग है कि नगर निगम बाजारों में पर्याप्त संख्या व उचित स्थानों पर डस्टबीन रखवाए

दो मिनट राष्ट्र के नाम कार्यक्रम के 40 माह पूरे़

भारत विकास परिषद शाखा समर्पण के लिए रविवार का दिन गौरांवित करने वाला रहा। इस दिन दो मिनट राष्ट्र के नाम कार्यक्रम के 40 माह पूर्ण हुए। इस मौके पर प्रांतीय संस्कार प्रमुख संजय धवन, उपाध्यक्ष गिरीश अग्रवाल, सचिव प्रदीप लक्षणे, डा. राकेश खरे और सजंय अग्रवाल ने राष्ट्रगान परिवार के सदस्यों का सम्मान किया। साथ मिठाई का वितरण किया गया।

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