सपा नेताओं से 500 करोड़ की हेराफेरी के दस्तावेज मिले …. राय की फर्म से केरल की संस्थाओं को भेजे गए 80 लाख रुपए, मनोज यादव से 86 करोड़ की अघोषित आय मिली

पूर्व सीएम अखिलेश यादव के करीबियों के यहां पड़े छापे में बड़े स्तर पर गड़बड़ी मिलने की बात सामने आई है। आयकर विभाग ने दावा किया है कि लखनऊ, मैनपुरी, मऊ और बेंगलुरू के अलग-अलग ठिकानों में हुई छापेमारी में 500 करोड़ रुपए से ज्यादा के दस्तावेजों के हिसाब में गड़बड़ी मिली है। आईटी टीम ने सपा नेताओं से जुड़े 30 ठिकानों पर छापा मारा था।

आयकर विभाग ने सपा प्रवक्ता राजीव राय के मऊ और बेंगलुरु, मैनपुरी में आरसीएल ग्रुप के मनोज यादव, अखिलेश यादव के पूर्व ओएसडी जैनेंद्र यादव नीटू और कारोबारी राहुल भसीन और जगत के ठिकानों पर छापेमारी की थी।

केरल की संस्था को भेजे 80 लाख, इसका कनेक्शन खाड़ी देशों से

आयकर सूत्रों का कहना है कि बेंगलुरू स्थित सपा नेता की फर्म से खाड़ी देशाें में 80 लाख रुपए भेजे गए हैं। इसमें विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA)का उल्लंघन का आरोप है। बताया जा रहा है कि यह फर्म राजीव राय की है। हालांकि अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं ।

86 करोड़ रुपए की अघोषित आय पकड़ी गई
कंस्ट्रक्शन काम करने वाले कारोबारी के यहां 86 करोड़ रुपए की अघोषित आय पकड़ी गई है। इसमें करोड़ों रुपए की टैक्स चोरी की जा रही थी। इसके अलावा कारोबारी ने 68 करोड़ रुपए की अघोषित आय पर टैक्स देने की बात स्वीकार किया है। ये फर्म मनोज यादव की बताई जा रही है लेकिन आयकर अधिकारियों ने इस विषय में कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया था। लखनऊ में एक नेता के यहां 11 करोड़ रुपए की अघोषित निवेश के कागजात और 3.5 करोड़ रुपए की बेनामी कंपनी के दस्तावेज मिले हैं।

बोगस कंपनियों से कर दिया 408 करोड़ रुपए का निवेश
आयकर के एक अधिकारी ने बताया कि बोगस कंपनियों में कोलकाता से निवेश कराया गया है। इसमें करीब 408 करोड़ रुपए के निवेश का मामला सामने आ रहा है। आयकर विभाग के सूत्रों का कहना है कि इसके लिए संबंधित लोगों की तरफ से 5 करोड़ रुपए का कमीशन भी दिया गया है।

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