कलेक्टर गाइडलाइन ….. ग्वालियर में असल गाइडलाइन में संपत्ति ग्राहक को नहीं मिल पाती
नई कलेक्टर गाइडलाइन की तैयारी भले ही चल रही है लेकिन हकीकत में यह गाइडलाइन दिखावा होती है।
ग्वालियर.। नई कलेक्टर गाइडलाइन की तैयारी भले ही चल रही है लेकिन हकीकत में यह गाइडलाइन दिखावा होती है। ग्राहक को कभी कलेक्टर गाइडलाइन वाले दाम में प्लाट या मकान नहीं मिल पाता है। कालोनाइजर और बिल्डर कलेक्टर गाइडलाइन से कहीं उंचे दाम पर सौदा करते हैं और रजिस्ट्री मौजूदा गाइडलाइन में ही कराते हैं। अभी हाल ही में उप जिला मूल्यांकन समिति की बैठक हुई है जिसमें होमवर्क किया जा रहा है।
नई कलेक्टर गाइडलाइन को लेकर शुक्रवार को उप जिला मूल्यांकन समिति की बैठक एसडीएम लश्कर अनिल बनवारिया की अध्यक्षता में हुई थी। अभी तक के हुए होमवर्क में सामने आया कि शहर में पांच सौ लोकेशन एसी हैं जहां कलेक्टर गाइडलाइन से 219 प्रतिशत तक की वृद्वि है। वहीं 200 लोकेशन समाप्त की जाएंगी क्योंकि यह इन लोकेशनों पर रजिस्ट्री नहीं है। नगर निगम में संपदा से मिली जानकारी की समीक्षा की गई तो सामने आया कि 1650 जगह में से औसत से अधिक रजिस्ट्री पाई गई जिनमें दस प्रतिशत का फिल्टर लगाया गया। भूखंड दस प्रतिशत से अधिक कीमत पर पंजीकृत होना पाए गए जिनमें दस से लेकर नौ सौ प्रतिशत तक की वृद्वि पाई गई।
बैठक में पंजीयन विभााग की टीम की ओर से नई गाइडलाइन को लेकर अभी तक की गई तैयारी और आगामी रणनीति पर चर्चा की गई। वहीं यह भी तय किया गया कि इस बार नया होमवर्क होगा जिससे मौजूदा गाइडलाइन पर ही हर किसी को कीमत मिल सके। 22 ग्रामीण क्षेत्रों में दस प्रतिशत से अधिक औसत वृद्वि दर पाई गई है। कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां दस्तावेज न के बराबर हुए हैं। जिन क्षेत्रों को खत्म कर नजदीकी क्षेत्रों में मर्ज किया जाएगा तो उनकी अधिकतम दरों को ही मान्य किया जाएगा। वार्ड 49 में पांच तरह की दरें हैं जिन्हें एक किया जाएगा। वार्ड 52 शिव कालोनी की दरें एक होंगी। वार्ड 56 में भी इसी तरह दरें एक की जाएगी। इसी वार्ड में ललितपुर कालोनी की दरें भी एक की जाएंगी। संपदा में 239 स्थानों को ट्रेस किया गया जिनमें छह सालों से दस्तावेज पंजीयन नहीं हुए हैं। वार्ड पांच अब एबी रोड की दर में जोड़ी जाएगी। वार्ड 18 सांई कालोनी की तीन दरें एक कर दी जाएंगी।