मथुरा में एक और थाना:थाना कोतवाली वृन्दावन की जैंत चौकी बनी थाना, योगी होंगे जैंत थाना के पहले प्रभारी

मथुरा में पुलिस थानों की संख्या में एक थाना और जुड़ गया । थाना कोतवाली वृंदावन की जैंत पुलिस चौकी को थाना बना दिया गया है। इस थाने का उद्घाटन आई जी आगरा रेंज नचिकेता झा ने किया । मथुरा में जैंत थाना बनने के साथ ही कुल थानों की संख्या 22 हो गयी है ।

थाना कोतवाली वृंदावन की रिपोर्टिंग चौकी जैंत को अब थाना बना दिया गया है। हालांकि थाने की घोषणा काफी पहले हो चुकी थी लेकिन यह अस्तित्व में अब आया। सोमवार को आईजी आगरा रेंज ने नव सृजित थाना जैंत का फीता काटकर उद्घाटन किया।

जनपद में हुए अब 22 थाने

जिले में कानून व्यवस्था बेहतर करने के उद्देश्य से सोमवार को हाई वे पर नवीन थाने का उद्घाटन किया गया। आईजी रेंज आगरा नचिकेता झा ने थाने का मंत्रोचारण के मध्य फीता काटकर उद्घाटन क़िया। जैंत थाना बनने के बाद मथुरा में थानों की संख्या 22 हो गयी है।

38 राजस्व गांव को किया शामिल

जैंत चौकी पहले थाना वृन्दावन कोतवाली की रिपोर्टिंग चौकी थी। इसे अब वृन्दावन से अलग कर थाना बना दिया गया। जैंत थाने में 38 राजस्व गांव को शामिल किया गया है। एसएसपी गौरव ग्रोवर ने बताया कि जैंत थाना भविष्य में वृन्दावन का गेट वे साबित होगा। इसके साथ ही हाइवे का 19 किलोमीटर का एरिया भी कवर करेगा।

योगी बने पहले थाना अध्यक्ष

सोमवार को जैंत थाना अस्तित्व में आते ही इसके पहले प्रभारी सुनील कुमार योगी को बनाया गया। सुनील कुमार योगी को एसएसपी गौरव ग्रोवर ने पुलिस लाइन से जैंत भेजा। इसके साथ ही उपनिरीक्षक सन्दीप कुमार, गौरव वर्मा,जितेंद्र कुमार को थाना वृन्दावन से थाना जैंत जबकि थाना जैंत की चौकी अजहि का प्रभारी वीरेंद्र कुमार व चौकी नयति का प्रभारी रोहित कुमार को बनाया।

बनने के साथ ही शुरू हुआ जैंत थाने का विरोध

जैंत थाना क्षेत्र में वृंदावन के कुछ ऐसे इलाकों को भी शामिल कर दिया है जो कि वृंदावन थाना क्षेत्र से मात्र दो से तीन किलोमीटर दूर हैं। वृंदावन के नजदीक स्थित कुछ आवासीय कॉलोनी के जैंत थाना में शामिल होने से लोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है। स्थानीय निवासी मुकेश सारस्वत ने बताया कि क्षेत्र को पुनः वृंदावन में शामिल करने के लिए एसपी सिटी को ज्ञापन दिया है। उन्होंने बताया कि इन क्षेत्रों के लिए जैंत थाना दस से बारह किलोमीटर दूर पड़ेगा जबकि वृंदावन कोतवाली एक से दो किलोमीटर।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *