इंदौर में छह कोच की मेट्रो दौड़ेगी, पहली जॉय राइड की प्लानिंग सितंबर 2023 में; पहले रेडिसन, विजयनगर, सुपर कॉरिडोर-3 और भौंरासला आदर्श स्टेशन बनेंगे
इंदौर में छह कोच की मेट्रो ट्रेन दौड़ेगी। पहली जॉय राइड सितंबर 2023 में प्लान की गई है। मेट्रो के प्रायरिटी कॉरिडोर के सबसे पहले चार स्टेशन रेडिसन, विजय नगर, सुपर कॉरिडोर-3 और भौंरासला आदर्श स्टेशन बनेंगे। बाकी स्टेशनों में यही चार डिजाइन कॉपी की जाएगी। इंदौर मेट्रो की लागत 7500.80 करोड़ है। इसमें 20 प्रतिशत इक्विटी भारत सरकार, 20 प्रतिशत राज्य सरकार और बाकी 60 प्रतिशत राशि बैंक लोन के जरिए ली जाएगी। 16 स्टेशन और 10.9 किमी के वाया डक्ट को आरवीएनएल द्वारा तैयार किया जा रहा है। मेट्रो का डिपो गांधी नगर में रहेगा, जिसका डिजाइन पूरा कर टेंडर निकाला जा चुका है।
इसके साथ ही इंदौर में मेट्रो के कोच के लिए एमपीएमआरसीएल पिछले महीने ही टेंडर बुला चुका है। इंदौर मेट्रो के लिए कोच (रोलिंग स्टॉक) के लिए 683 करोड़, सिग्नलिंग और ट्रेन कंट्रोल व टेलीकम्युनिकेशन सिस्टम के लिए 372 करोड़ और स्काडा (इंजीनियरिंग, सप्लाई, इरेक्शन, टेस्टिंग एंड कमिशन ऑफ पावर सप्लाय रिसीविंग सब-स्टेशन) के लिए 516 करोड़ सहित कुल 1571 करोड़ के टेंडर जारी किए गए हैं। इंदौर में छह कोच की ट्रेन दौड़ेगी। इसमें हर कोच में 250 पैसेंजर सवार हो सकेंगे। पहली जॉय राइड सितंबर 2023 में शुरू की जाएगी।
अंतरराष्ट्रीय मानकों के हिसाब से होंगे मेट्रो स्टेशन
- स्टेशनों का स्वरूप अंतरराष्ट्रीय स्तर का रहेगा। रेडिसन, विजय नगर, सुपर कॉरिडोर-3 और भौंरासला स्टेशन आदर्श होंगे। चारों की अलग-अलग डिजाइन होगी। बाकी स्टेशन इसी डिजाइन के बनेंगे।
- ग्रीन बिल्डिंग के कॉन्सेप्ट पर तैयार किए जा रहे स्टेशनों में एलईडी लाइट और सोलर पैनल लगेंगे।
- सभी स्टेशनों में सेंट्रल एयर कॉनकोर्स रहेगा, जिसके तहत एटीएम, फूड आउटलेट, कैफे, मोबाइल चार्जिंग सहित अन्य सुविधाएं रहेंगी।
- सभी स्टेशनों पर अत्याधुनिक फायर सेफ्टी प्रबंध किए जाएंगे। सभी स्टेशन पावर बैकअप के साथ ही लिफ्ट और एसकेलेटर से लैस होंगे।
- सभी स्टेशनों पर ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम होगा तथा सीसीटीवी कैमरे, मेटल डिटेक्टर व अन्य सुरक्षा उपकरण होंगे।