खाकी के बाद अब खादी पहनेंगे कानपुर के कमिश्नर रहे असीम अरुण, योगी सरकार ने स्वीकार किया VRS; कन्नौज सदर से लड़ेंगे चुनाव

1994 बैच के आईपीएस अफसर असीम अरुण ने शनिवार को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (VRS) के लिए राज्य के डीजीपी मुकुल गोयल को आवेदन दिया और इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी.

यूपी सरकार के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी (IPS officer) असीम अरुण (Aseem Arun) अब खाकी के बाद खादी लिबास पहनेंगे. कानपुर कमिश्नर रहे असीम अरुण का स्‍वैच्छिक सेवानिवृत्ति का आवेदन राज्‍य की योगी सरकार ने स्‍वीकार कर लिया है.

1994 बैच के आईपीएस अफसर असीम अरुण ने शनिवार को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (VRS) के लिए राज्य के डीजीपी मुकुल गोयल को आवेदन दिया और इसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, असीम अरुण के स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (VRS) के आवेदन का योगी सरकार ने मंजूर कर लिया है. यूपी की राजनीतिक हलकों में इस बात की जोरों से चर्चा है कि वे बीजेपी के टिकट पर कन्नौज सदर से यूपी विधानसभा का चुनाव लड़ सकते हैं. क्योंकि वह मूल रूप से कन्नौज के ठठिया के गांव खैर नग के मूल निवासी हैं. कन्नौज को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है और पिछले लोकसभा चुनाव ने बीजेपी ने यहां समाजवादी पार्टी को मात दी थी.

जानें कौन हैं असीम अरुण जिन्‍होंने खाकी छोड़ खादी पहनने का किया फैसला

पुलिस की नौकरी छोड़कर राजनीति के मैदान पर नई पारी का ऐलान करने वाले कानपुर के पहले पुलिस कमिश्नर मूलरूप से कन्नौज के रहने वाले हैं. उनके पिता श्रीराम अरुण दो बार सूबे के डीआईजी रहे हैं.उन्ही के नक्शेकदम पर चलते हुए असीम अरुण ने पुलिस की नौकरी को चुना और 1994 में आईपीएस बने. वह हाथरस, बलरामपुर, गोरखपुर, अलीगढ़, सिद्धार्थनगर सहित कई जिलों के कप्तान रह चुके हैं. असीम अरुण का अपने पैतृक गांव से गहरा ताल्लुक रहा है. पिता की पुण्यतिथि पर वह अपने गांव आते रहे हैं. इस साल भी उन्होंने पिता की पुण्यतिथि पर बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया था, जिसमें कई सीनियर अफसर और नेता भी पहुंचे थे. गांव में ही उनके पिता की ओर से स्थापित स्कूल का संचालन भी होता है.

असीम अरुण दे सकते हैं टिकट दावेदारों को झटका

कानपुर के पहले पुलिस कमिश्नर रहे असीम अरुण मूलरूप से कन्नौज के रहने वाले हैं. उनका अपने गांव खैर नग ने खासा लगाव है, यही वजह है कि उनका अपने गांव लगातार आना जाना होता रहा है. राजनीतिक पारी की शुरूआत करते ही असीम अरुण कन्‍नौज सीट से टिकट की दावेदारी करेंगे यह तय माना जा रहा है. वहीं यूपी के राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि असीम अरुण कन्‍नौज सदर से विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं. अगर ऐसा हुआ तो कन्‍नौज सीट पर लंबे समय से चुनाव की तैयारी में लगे हुए बीजेपी के दावेदारों को तकड़ा झटका लग सकता है. यहां से बीजेपी के बनवारी लाल टिकट की प्रबल दावेदारी पेश कर रहे हैं. इसके अलावा पार्टी के कई दावेदार हैं जो टिकट की दावेदारी कर रहे हैं और चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी में जुटे हुए हैं. कन्नौज सीट समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है. हालांकि अब देखना दिलचस्‍प होगा कि बीजेपी असीम अरुण पर दाव लगाती है या पार्टी के पुराने दावेदारों को ही मौका देती है.

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