9 करोड़ की सरकारी जमीन पर फिर हुआ कब्जा …. अलीगढ़ प्रशासन ने छह माह पहले मुक्त कराई थी जमीन, माफियाओं ने फिर कब्जा कर शुरू कराया निर्माण
अलीगढ़ में भू माफियाओं का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। लगभग 9 करोड़ की जिस सरकारी जमीन को प्रशासन ने 6 महीने पहले भू माफियाओं के कब्जे से मुक्त कराया था, माफियाओं ने उस पर फिर से कब्जा करना शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं उन्होंने इस पर निर्माण कार्य भी शुरू करा दिया है और दो कमरे का कार्यालय बनाकर यही से अपने सारे कामकाज भी करते हैं। लेकिन प्रशासन और राजस्व विभाग के अधिकारी इस ओर जरा भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। गांव का प्रधान इस सरकारी जमीन को मुक्त कराने के लिए लगातार प्रशासन से गुहार लगा रहा है, लेकिन उसे सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है।
बरौली क्षेत्र के गांव मिर्जापुर सिया की है जमीन
अलीगढ़ के बरौली क्षेत्र की बरौली रोड पर यह सरकारी जमीन है। गांव के प्रधान पुत्र मो. शोएब ने बताया कि गांव मिर्जापुर सिया की यह जमीन बिल्कुल बरौली रोड पर मुख्य मार्ग के ऊपर है और इसकी कीमत लगभग 9 करोड़ रुपए है। इस पर कई सालों तक भू माफियाओं का कब्जा था, जिसे 25 जुलाई 2021 को प्रशासन ने माफियाओं से कब्जा मुक्त कराया था और अपने अधिकार में लिया था। लेकिन छह महीने बाद ही यह माफिया दुबारा सक्रिय हो गए हैं और इस जमीन पर निर्माण कार्य भी शुरू करा दिया है। जिसके बाद वह लगातार अधिकारियों से मिल कर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
174 नंबर गाटा की है सरकारी जमीन
गांव मिर्जापुर सिया की गाटा संख्या 174 में लगभग डेढ़ बीघा से ज्यादा जमीन है। ग्राम प्रधान ने बताया कि यह जमीन सरकारी है। मुख्य मार्ग पर होने के कारण इस जमीन की कीमत दिन प्रतिदिन बढ़ रही है और आज इसकी कीमत करोड़ों रुपए हैं। इसकी लगातार बढ़ रही कीमत के कारण माफियाओं की नजर हमेशा बनी रहती है। उन्होंने बताया कि पहले भी इस जमीन पर कब्जा हो गया था, जिसके तात्कालीन जिलाधिकारी ने मुक्त कराया था। अब फिर माफियाओं ने इस पर निर्माण कार्य शुरू करा दिया है। वह इसमें प्लाटिंग करके बेचने की तैयारी कर रहे हैं। अगर वह इसका विरोध करते हैं तो उन्हें धमकी भी दी जाती है।
कई रसूखदार लोग भी हैं इसमें शामिल
प्रधान ने बताया कि जब जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया था तो कई लोगों को जिला बदर भी किया गया था। लेकिन इसमें कई रसूखदार और राजनैतिक लोग शामिल हैं। जिला बदर हो चुके लोगों के जाने के बाद उनके दूसरे साथियों ने इस जमीन पर निर्माण कराना शुरू किया है। बीच बीच में जिला बदर लोग भी यहां देखे जाते हैं और इस जमीन का सौदा करने के लिए लोगों को भी अपने साथ लाते हैं। उन्होंने बताया कि वह इस जमीन को बेचने की तैयारी कर रहे हैं।
अधिकारी नहीं कर रहे सुनवाई
प्रधान ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में क्षेत्र के लेखपाल, कानूनगो समेत सभी अधिकारियों को सूचना दी। मगर कई शिकायतों के बाद भी उन्होंने कोई सुनवाई नहीं की। जिससे ऐसा लगता है कि वह भी माफियाओं के साथ मिले हुए हैं। जिसके बाद उन्होंने अब जिलाधिकारी से मिलकर सारा प्रकरण उनके सामने रखा है और उन्हें जल्दी ही कार्रवाई का आश्वासन मिला है।
वहीं इस बारे में जानकारी करने के लिए लेखपाल व एसडीएम का फोन मिलाया गया तो उन्होंने फोन नहीं रिसीव किया। कानून गो मकरध्वज से बात होने पर उन्होंने बताया कि कब्जा होने की उन्हें जानकारी नहीं है। अगर ऐसा हुआ है तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।