भिंड… आबकारी अफसरों की नींद टूट …. इंदुर्खी में शराब से हुई मौतों की जांच को आबकारी डिप्टी कमिश्नर ने की शुरू, उप निरीक्षक को ऑफिस भेजा
भिंड के इंदुर्खी में शराब पीने के बाद तीन की संदिग्ध हालत मौत हुई है। इस मामले में जहां पुलिस सख्त दिख रही है। वहीं, आबकारी अफसरों में सुस्ती बनी हुई है। अवैध शराब के कारोबार पर शिकंजा कसने में फेल आबकारी अफसरों पर अब तक कोई सख्त कार्रवाई नहीं हो सकी। हालांकि कुंभकरण की नींद से आबकारी अफसर जागे जरूर है। इसके बाद एक आबकारी अफसर को फील्ड से ऑफिस अटैच किया गया है। वहीं, जांच के लिए डिप्टी कमिश्नर इंदुर्खी पहुंचे। अब जांच के लिए तीन सदस्यीय दल गठित हो चुका है।
भिंड में अवैध शराब के मामले की जांच करने के लिए आबकारी विभाग के डिप्टी कमिश्नर डीसी चौबे रौन थाना पहुंचे। उन्होंने अब तक पुलिस विभाग द्वारा की गई जांच को जाना और शराब पीने के बाद हुई दो सगे भाइयों की मौत के बाद इंदुर्खी पहुंचकर गांव के लोगों से बातचीत की।
इसके बाद रौन, मिहोना, मौ, समेत अन्य क्षेत्रों में शराब दुकानों पर माल का रिकॉर्ड जाना। क्षेत्र में अवैध शराब की तस्करी करने वाले आरोपियों की भूमिका के बारे में पड़ताल की। इस दौरान कई साक्ष्य आबकारी अफसर के हाथ लगे। इन साक्ष्यों को पुष्टि किए जाने को लेकर पूरे मामले की तह तक जाने का दावा आबकारी विभाग के डिप्टी कमिश्नर कह रहे हैं।
कार्रवाई के नाम पर दिखावा
क्षेत्र में अवैध शराब की तस्करी को लेकर लहार अनुविभाग में पदस्थ आबकारी उप निरीक्षक अजीत सिंह यादव को ऑफिस अटैच किए जाने की कार्रवाई की गई। वहीं, तीन उप निरीक्षकों का दल गठित किया गया है। इस तरह आबकारी विभाग अब तक दिखावे की कार्रवाई कर रहा है। तीन लोगों की शराब पीने के बाद संदिग्ध मौतों पर आबकारी विभाग अब तक संवेदनशील नहीं हुआ। यह सब कार्रवाई भिंड कलेक्टर डाॅ सतीश कुमार एस के हस्ताक्षेप के बाद हुई है। इससे पहले आबकारी विभाग के कानों पर जूं तक नहीं रैंग रही थी। वहीं भिंड एसपी ने इस मामले को अतिसंवेदनशील से देखते हुए दो निरीक्षकों को निलंबित कर दिया है। जबकि पांच जवानों को लाइन भेजा है। जबकि पूरा मामला आबकारी से जुड़ा है फिर भी आबकारी अफसर सुस्त बने हुए हैं।
पूरे मामले की जांच की जा रही है
शराब पीने के बाद तीन लोगों की मौत की खबर पर मैं इंदुर्खी गांव गया था। पूरे मामले की पड़ताल की जा रही है। अभी कुछ भी कह पाना जल्दवाजी होगी।
- डीसी चौबे, डिप्टी कमिश्नर, ग्वालियर