भिंड में जहरीली शराबकांड … दो सगे भाइयों की मौत के मामले में 2 पर FIR , एसआईटी ने अवैध शराब के साथ एक पकड़ा
भिंड के इंदुर्खी गांव में जहरीली शराब पीने के मामले में एसआईटी ने पहली सफलता हासिल कर ली। गांव में सरपंच चुनाव के लिए तैयार की गई दस पेटी शराब को छिपाकर रखा गया था। एसआईटी ने रात ढाई बजे छापामार कार्रवाई कर एक आरोपी को भी दबोचा है। पकड़े गए आरोपी ने पुलिस को अहम जानकारियां दी हैं। मामले में गांव के एक व्यक्ति का नाम सामने आया है। इधर रौन थाना पुलिस ने मनीष और छोटू जाटव की मौत के बाद गांव के दो युवकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली।
मंगलवार-बुधवार की रात करीब ढाई बजे एसआईटी अफसर इंदुर्खी गांव पहुंचे। यहां हरिओम उर्फ भिल्ली बाथम को पुलिस ने उठाया और सरपंच चुनाव के लिए तैयार की गई शराब के बारे में पूछा। पुलिस को करीब एक घंटे तक आरोपी ने गुमराह किया। पहले तो वो ठेके की शराब होना बताता रहा, लेकिन ज्यादा देर तक पुलिस के सामने टिक नहीं सका। सरपंची चुनाव के लिए तैयार होने वाली अवैध शराब की पूरी स्क्रिप्ट पुलिस के सामने बयां कर दी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर दस पेटी अवैध शराब जब्त कर ली।
पुलिस ने एक भिंड का एक इंदुर्खी का बनाया आरोपी
इधर, इंदुर्खी गांव के रहने वाले मनीष और छोटू की मौत पर पुलिस ने दो आरोपियों पर एफआइआर दर्ज कर दी। रौन थाना पुलिस के मुताबिक गोलू सीरोठिया गांव के युवकों को लेकर भिंड पहुंचे थे। भिंड के स्वतंत्र नगर में धर्मवीर बघेल के घर में अवैध शराब तैयार कराई गई। इसके बाद आरोपियों को पैसा और शराब के क्वार्टर देकर रवाना किया गया। इसके बाद मनीष और छोटू दो भाइयों की शराब पीने के बाद मौत हुई। पुलिस ने पूरे मामले की जांच की। रौन थाना पुलिस ने पीड़ित परिवारों के बयानों के आधार पर दो लाेगों पर एफआईआर दर्ज कर ली। दोनों आरोपियों 304 व आबकारी एक्ट की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
जहरीली शराब से चार लोगों की हो चुकी मौत
भिंड के इंदुर्खी गांव में जहरीली शराब पीने के मामले में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे पहले दो सगे भाई छोटू और मनीष की मौत हुई है। इसके अलावा मृतक के पिता नरेंद्र भी शराब पी, तो उसकी हालत बिगड़ी थी। मृतक के दो साथियों की हालत खराब हुई थी। गांव के पप्पू जाटव की तीन से चार दिन से हालत खराब चल रही थी। पप्पू शराब का आदी था। स्थानीय लोगों का कहना है कि पप्पू का स्वास्थ्य भी शराब पीने के कारण खराब हुआ था। मौत की असली वजह शराब अब तक स्पष्ट नहीं हो सकी। सोमवार को संतोष बाथम की मौत के बाद पुलिस चौंक गई। पुलिस का कहना है कि जाटव समाज के मृतकों से संतोष बाथम को कोई संबंध नहीं था। संतोष को शराब कहां से मिली? पुलिस ने पड़ताल शुरू की, इसके बाद घुल्लन को पुलिस ने उठाया। इस तरह पहली सफलता एसआईटी टीम को मिली है।
एक आरोपी पकड़ा
इंदुर्खी से एक आरोपी को दस पेटी शराब के साथ पकड़ा है। पकड़ा गए आरोपी ने यह बात कबूली है कि सरपंची चुनाव के लिए शराब आई थी। इस मामले में गांव के एक व्यक्ति का नाम भी उसने बताया है। पुलिस को अहम सुराग हाथ लगे हैं। आगे की जांच जारी है। – अवनीश बसंल, एसडीओपी, लहार अनुविभाग, भिंड