ग्वालियर में यशोदा रेजीडेंसी मामले में समय सीमा बीतने के बाद भी नहीं बनी संयुक्त सीमित
न्यू सिटी सेंटर स्थित यशोदा रेजीडेंसी टाउनशिप में किए गए फर्जीवाड़े में कार्यवाही से पहले सर्वे करने के लिए संयुक्त समिति बनाने का काम सिर्फकागजोंमेंहैं।
ग्वालियर । न्यू सिटी सेंटर स्थित यशोदा रेजीडेंसी टाउनशिप में किए गए फर्जीवाड़े में कार्यवाही से पहले सर्वे करने के लिए संयुक्त समिति बनाने का काम सिर्फ निर्देशों तक ही सीमित रह गया है। यहां नगर निगम, नगर तथा ग्राम निवेश (टीएंडसीपी) और सहकारिता विभाग के संयुक्त दल का गठन कर पूरी टाउनशिप का सर्वे कराना था, ताकि यह देखा जा सके कि बिल्डर क्या-क्या गड़बड़ियां की हैं। इसके अलावा टाउनशिप में अब क्या-क्या विकास कार्य बाकी हैं और उन्हें पूरा करने में क्या खर्चा आएगा, यह भी समिति को देखना था। इसके निर्देश गत 14 जनवरी को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सुनवाई करते हुए नगर निगम आयुक्त किशोर कान्याल ने दिए थे, लेकिन उसके बाद मामला आगे नहीं बढ़ा है। निरीक्षण के लिए समिति बनने के बाद
नगर निगम द्वारा इस टाउनशिप में रह रहे रहवासियों को राहत देने के लिए कार्यवाही की जानी है। इसमें टाउनशिप में बाकी बचे काम को पूरा करने के साथ ही बिल्डर के खिलाफ एक्शन लेना शामिल है। गौरतलब है कि इस मामले में नगर निगम द्वारा पूर्व में जांच कराई जा चुकी हैं, जिसमें गड़बड़ियां सिद्घ हुई हैं। इसके अलावा टाउनशिप में सरकारी जमीन घेरने, खेल मैदान पर बहुमंजिला इमारत बनाने और इडब्ल्यूएस आवासों की जगह बदलने के चलते नगर तथा ग्राम निवेश के अफसरों ने इस टाउनशिप को जारी की गईं तीन विकास अनुज्ञाओं को निरस्त कर दिया था।