रामपुर शहर सीट से आजम खां ने किया नामांकन … एक दिन पहले सीतापुर जेल में पूरी कई गई थी कागजी कार्यवाही, 3 प्रस्तावकों ने जमा किया पर्चा
रामुपर शहर विधानसभा सीट से आज आजम खां का नामांकन दाखिल हो गया। कलेक्ट्रेट में आजम खां के प्रस्तावकों ने रिटर्निंग ऑफिसर के पास नामांकन पत्र जमा किया। बता दें कि MP-MLA कोर्ट की अनुमति के बाद 26 जनवरी को रामपुर से रिटर्निंग ऑफिसर के साथ 3 प्रस्तावक सीचापुर जेल पहुंचे थे और कागजी कार्यवाही को संपन्न कराकर वापस रामपुर लौट गए थे। जेल प्रशासन की निगरानी में आजम खां के नामांकन पत्र भरने की पूरी प्रक्रिया संपन्न कराई गई थी।
सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष उमेंद्र सिंह चौहान ने बताया, वह आजम खां के प्रस्तावक बने हैं। बीते बुधवार को सीतापुर जेल से नामांकन प्रक्रिया में दाखिल होने वाले कागजात को भरवाया गया था। आज कलेक्ट्रेट में बनाए गए नामांकन कक्ष में उनके प्रस्ताव को जमा किया गया। उन्होंने बताया, प्रस्ताव की 2 सेट कॉपी जमा की गई है। उमेंद्र सिंह चौहान ने उम्मीद जताई कि अगर आजम खां को जमानत मिलती है तो वे जल्द आकर अपना चुनाव खुद लड़ेंगे। उनकी अनुपस्थिति में हम लोग चुनाव की कमान संभाले हुए हैं।
रामपुर सदर सीट से प्रत्याशी हैं आजम खां
बता दें समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और सांसद आजम खां को समाजवादी पार्टी ने रामपुर की सदर सीट से प्रत्याशी बनाया है। साथ ही आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम को रामपुर की स्वार टांडा सीट से प्रत्याशी बनाया है। बीते मंगलवार को MP-MLA कोर्ट में आजम खां के नामांकन करने की याचिक की सुनवाई हुई थी। जिसके बाद कोर्ट ने जेल से नामांकन कराने का आदेश सीतापुर जेल भेजा था।
फरवरी 2020 से जेल में हैं आजम खां
बता दें कि शत्रु संपत्ति सहित सैकड़ों मुकदम दर्ज होने के बाद सांसद आजम खां अपने बेटे अब्दुल्ला आजम और पत्नी तंजीन फातिमा के साथ रामपुर से सीतापुर जेल में 27 फरवरी 2020 को शिफ्ट किए गए थे। हालांकि तंजीन फातिमा की काफी पहले ही जमानत हो गई। वहीं अभी कुछ दिन पहले ही बेटे अब्दुल्ला आजम भी जमानत पर रिहा हो गए हैं। विधानसभा चुनाव में अब रामपुर की सीट पर अब आजम खां जेल से ही चुनाव लड़ेंगे।
2 मामलों में जमानत होना बाकी
आजम खां पर करीब 100 मुकदमे दर्ज हैं। जिसमें 2 मुकदमों को छोड़कर तकरीबन सभी में उनकी जमानत हो चुकी है। एक मुकदमा थाना अजीम नगर में शत्रु संपत्ति का है, जिसमें कोर्ट ने जमानत पर विचार को रिजर्व रखा है, वहीं एक अन्य लखनऊ के मामले में उनकी अभी जमानत होने की कार्रवाई जारी है।