30 लाख की लूट करने वाले 10 क्रिमिनल का बायोडाटा …. बुलंदशहर-गाजियाबाद बैंक लूटकांड के सभी आरोपी छात्र या नौकरीपेशा; दोस्ती में नशा करने लगे, रुपयों के लिए की डकैती
पश्चिमी यूपी में नए गैंग पनप रहे हैं। गाजियाबाद और बुलंदशहर के दो बैंकों से 30 लाख रुपए की लूट करने वाले कोई शातिर अपराधी नहीं थे। ये फ्रेशर क्रिमिनल थे। कोई स्टूडेंट है, तो कोई जॉब कर रहा है। किसी एक पर भी पुराना आपराधिक मुकदमा नहीं है। फ्रेशर गैंग पकड़े गए तो पुलिस भी हैरान रह गई, क्योंकि आरोपियों ने यारी-दोस्ती में एक ग्रुप बनाया था। वे नशा करने लगे। रुपए की जरूरत पड़ी तो बैंक लूटने का प्लान रच डाला।
सागर 12वीं, चिराग BA का छात्र
2 अप्रैल को बुलंदशहर जिले के कस्बा स्याना में उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक से 18 लाख रुपए लूटा गया। पुलिस ने इस मामले में चिराग अहलावत, रवि चौधरी और सागर त्यागी को गिरफ्तार किया। सागर 12वीं पास है। इसके पिता गांव में खेती करते हैं। चिराग BA की पढ़ाई कर रहा है। इसके पिता भी पेशे से किसान हैं। रवि का क्रिमिनल बैकग्राउंड है। दोस्ती के चक्कर में सागर और चिराग ने लूट में रवि का साथ दिया।
मास्टर माइंड रोबिन का दूध का काम, पिता हैं नेताजी
2 अप्रैल को ही गाजियाबाद में PNB की नूरनगर ग्रामीण शाखा में घुसकर करीब 12 लाख रुपए कैश लूटा गया। क्राइम ब्रांच ने इस मामले में छह बदमाश बुधवार को पकड़े हैं। मास्टर माइंड रोबिन है जो दूध का काम करता है। दूसरा आरोपी राजा उर्फ यश त्यागी बीए सेकेंड ईयर की पढ़ाई कर रहा है। राजा के पिता हार्डवेयर की दुकान करते हैं और क्षेत्र में नेताजी के रूप में उनकी पहचान है। हिमांशु उर्फ मोनी क्रोमा कंपनी में डिलीवरी बॉय है। एक अन्य आरोपी ओला में ड्राइवर है। खास बात यह है कि छह में से एक भी लुटेरे पर पूर्व में कोई मुकदमा नहीं है।
घर से पढ़ाई-नौकरी करने निकलते थे, दिनभर कमरे पर अय्याशी
पूछताछ में रोबिन ने बताया, माता-पिता ने पढ़ाई के लिए उसके खाते में साढ़े तीन लाख रुपए जमा कर रखे थे, जो अय्याशी और मौज-मस्ती में खर्च हो गए। मां-बाप को रुपयों का हिसाब देने के लिए उसने लूट की प्लानिंग रची और दोस्तों से शेयर की। मौज-मस्ती के लिए इस गैंग ने नंदग्राम थाना क्षेत्र में किराए का कमरा ले रखा था।
इसी कमरे पर लूट की पटकथा रची गई। इस गैंग के सभी आरोपी सुबह ही पढ़ाई या नौकरी के बहाने घर से निकलते थे और इस कमरे पर दिनभर अय्याशी करते थे।