केंद्र की 2021-22 में कमाई ज्‍यादा खर्च कम, बजट से चुनावी राज्‍यों को काफी उम्‍मीद, जानिए किसे फायदा और कौन उठाएगा नुकसान

अगर चुनावी बजट हुआ तो सरकार अपनी कमाई कम कर सकती है. टैक्स में किसी तरह की छूट मिल सकती है. चुनावी बजट में सरकार हर वर्ग को खुश करने की कोशिश करेगी, जिससे सरकारी खजाने पर बोझ बढ़ सकता है.

बजट सत्र (Budget Session 2022) का आयोजन ऐसे समय पर हो रहा है, जब पांच राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब व मणिपुर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. आम बजट से चुनावी राज्यों की जनता को काफी उम्मीदें हैं. चुनाव के कारण ही बजट के लोक लुभावन होने के भी संकेत मिल रहे हैं. दरअसल, केंद्र सरकार की 2021-22 में कमाई ज्यादा हुई है और खर्च कम. ऐसे में कहा जा रहा है कि सरकार चुनावी राज्यों के लिए पिटारा खोल सकती है. बजट से किसान, ग्रामीण, नौजवान, गरीब, महिलाएं, पिछले, अति पिछड़े, सराकारी कर्मचारी, छोटे-बड़े व्यापारी और बड़े बिजनेसमैन की निगाहें इस बार के बजट पर रहेंगी.

वहीं, अगर चुनावी बजट हुआ तो सरकार अपनी कमाई कम कर सकती है. टैक्स में किसी तरह की छूट मिल सकती है. चुनावी बजट में सरकार हर वर्ग को खुश करने की कोशिश करेगी, जिससे सरकारी खजाने पर बोझ बढ़ सकता है. बजट लोकलुभावन भी हो सकता है क्योंकि सरकार की कमाई बढ़ी है. 2021-22 में 34.8 लाख रुपये खर्च होने थे लेकिन 20 लाख करोड़ रुपये ही खर्च हुए. सरकार की कमाई 70 फीसदी बढ़ी है.

उधर, मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने बजट सत्र में कोरोना प्रभावित परिवारों के लिए राहत पैकेज, महंगाई, बेरोजगारी, किसानों से जुड़े मुद्दे, सीमा पर चीन के साथ गतिरोध और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर सरकार को घेरने का फैसला किया है. पार्टी का कहना है कि सीमा पर चीन की बढ़ती आक्रामकता और उसके साथ चल रहे गतिरोध, महंगाई, बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था की स्थिति, एयर इंडिया तथा दूसरी सरकारी कंपनियों के निजीकरण तथा किसानों से जुड़े मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगा जाएगा.

आंकड़ों से समझिए राज्यों की अर्थव्यवस्था और गरीबी दर
उत्तर प्रदेश

– 17.5 लाख करोड़ की अर्थव्यवस्था

-19.98 करोड़ जनसंख्या

– 4.8 फीसदी बेरोजगारी दर

-32.8 फीसदी गरीबी दर

-करीब 55,456 रुपये प्रति व्यक्ति आय

उत्तराखंड

-1.01 करोड़ जनसंख्या

-2.8 लाख करोड़ की अर्थव्यवस्था

-5 फीसदी बेरोजगारी दर

-11.26 फीसदी गरीबी दर

– करीब 2 लाख 2 हजार रुपये प्रति व्यक्ति आय

पंजाब

-5.29 लाख करोड़ की अर्थव्यवस्था

-2.8 करोड़ जनसंख्या

-बेरोजगारी दर 6.8 फीसदी

-गरीबी दर 8 फीसदी

-करीब 25 हजार रुपये प्रति व्यक्ति आय

गोवा

-81 हजार करोड़ की अर्थव्यवस्था

-18.2 लाख जनसंख्या

-12 फीसदी बेरोजगारी दर

-गरीबी दर 3.76 फीसदी

-49 हजार करीब प्रति व्यक्ति आय

मणिपुर

-37 हजार करोड़ की अर्थव्यवस्था

-31 लाख जनसंख्या

-बेरोजगारी दर 44.4 फीसदी

-गरीबी दर 36.89 फीसदी

– करीब 92,430 रुपये प्रति व्यक्ति आय

 

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