तीन मंत्रों का कवच पहनकर चुनाव में उतरे योगी … पहला- दुश्मनों का विनाश, दूसरा- खुद की सुरक्षा और तीसरा- प्रभु की कृपा से जीत हासिल करने के लिए

योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को गोरखपुर शहर सीट से नामांकन किया। इस दौरान दो चीजें खास रहीं। पहली-इस मौके पर देश के गृहमंत्री अमित शाह की मौजूदगी और दूसरी- योगी का गोरखनाथ मंदिर में पूजा-पाठ करना।

जी हां, योगी ने नामांकन से पहले रुद्राभिषेक और मंत्रोच्चार के साथ-साथ काफी देर तक ध्यान लगाया। वह जिस गोरखनाथ मंदिर की गद्दी के महंत हैं, उसके गुरु की आराधना की, फिर अन्य देवी देवताओं की पूजा के साथ रुद्राभिषेक किया।

चलिए हम आपको बताते हैं, योगी की पूजा-पाठ के बीच किए गए मंत्रोच्चार के बारे में…

1. सबसे पहले ‘शाबर-मंत्र’…

इसके बारे में कहा जाता है कि इसे भगवान शंकर ने ही लिखा है, लेकिन उन्होंने माध्यम बनाया शिव भक्त गुरु गोरखनाथ और गुरु मत्स्येंद्र नाथ को। CM योगी आदित्यनाथ ने जिस मंत्र से आज शुरुआत की, वह भगवान हनुमानजी का ऐसा ही शाबर मंत्र माना जाता है, जिसे सिद्ध कर लिया जाए तो दुश्मन आपको हरा नहीं सकता।

ये मंत्र है:-

।। ओम गुरुजी को आदेश गुरजी को प्रणाम, धरती माता धरती पिता, धरती धरे ना धीरबाजे श्रींगी बाजे तुरतुरि आया गोरखनाथमीन का पुत् मुंज का छड़ा लोहे का कड़ा हमारी पीठ पीछे यति हनुमंत खड़ा, शब्द सांचा पिंड काचास्फुरो मन्त्र ईश्वरो वाचा।। अर्थात कहते हैं इस मंत्र को सात बार पढ़कर चाकू से अपने चारों तरफ रक्षा रेखा खींच लेन चाहिए जो गोलाकार हो. ऐसे में स्वयं हनुमानजी साधक की रक्षा करते हैं। ध्यान रहे मंत्र को सिद्ध करने के लिए उसे विधि विधान से पढ़ा जाए, तभी लाभ होगा.

2. दूसरा मंत्र यजुर्वेद से है…

जो क्षेत्र के कल्याण के लिए है। आसपास भी इससे सुख-शांति रहती है। योगी ने नामांकन के लिए निकलने से पहले इसकी पूरी साधना की।

ये मंत्र है:-

ॐ नमः शम्भवाय च मयोभवाय च नमः शंकराय च । मयस्कराय च नमः शिवाय च शिवतराय च ।।

अर्थात….. जो सर्व कल्याणकारी है, उसको नमन; जो सभी को सुख देने वाला है, उसको नमन; जो सभी का मंगल करने वाला है, उसको नमन, जो सर्व का सत्कार करे उसको नमन।

3. रुद्राभिषेक के मंत्र

योगी ने रुद्राभिषेक के मंत्रों का उच्चारण कर भगवान शिव की आराधना की। इस मंत्र- (सर्वदेवात्मको रुद्र: सर्वे देवा: शिवात्मका:। रुद्रात्प्रवर्तते बीजं बीजयोनिर्जनार्दन:।। यो रुद्र: स स्वयं ब्रह्मा यो ब्रह्मा स हुताशन:) के अलावा उन्होंने इस आराधना में मनोवांछित फल पाने के लिए सभी मंत्रों का उच्चारण किया। इन मंत्रों और पूरे विधि-विधान के साथ रुद्राभिषेक किया। इसमें पानी, शहद, मीठा, दूध और तेल से भगवान शिव की आराधना की।

क्या कहते हैं ज्योतिषाचार्य राजेंद्र बहादुर श्रीवास्तव

ज्योतिषाचार्य राजेंद्र बहादुर श्रीवास्तव के मुताबिक, गुरु गोरखनाथ के मंत्र ऊं नमो आदेश गुरु को धरती माता, धरती पिता…के जाप से शक्ति की प्राप्ति होती है। इसके प्रयोग से कोई ताकत आप का बुरा नहीं कर पाएगी और हनुमान जी आपकी रक्षा करेंगे। इसके अलावा उन्होंने मनोवांछित फल पाने के लिए रुद्राभिषेक किया।

धुंध वाले आसमान के बाद भी सूर्य की तरफ निगाह, 12.40 पर कलेक्ट्रेट कमरे में एंट्री

योगी आदित्यनाथ ने कलेक्ट्रेट में नामांकन के दौरान ग्रह नक्षत्रों का पूरा ध्यान रखा। उन्होंने धुंध होने के बाद भी आसमान की तरफ देख करके सूर्य दर्शन की कोशिश की। 12.40 मिनट पर उन्होंने दायां पैर रखकर कलेक्ट्रेट कमरे में प्रवेश किया। यहां पर 15 मिनट के दौरान नामांकन प्रक्रिया पूरी करके वापस चले गए।

ज्योतिषाचार्य राजेंद्र बहादुर श्रीवास्तव के मुताबिक 12.40 बजे से 3.58 बजे तक शुभ समय है। इससे पहले 11.13 से 12.35 बजे तक राहुकाल था, जिसमें शुभ कार्य करने में असफलता मिलती। ज्योतिषाचार्य के मुताबिक शुक्रवार को 3.58 बजे तक माघ मास शुक्ल पक्ष चतुर्थी तिथि पूर्व भाद्रपद नक्षत्र का प्रभाव रहेगा। उसके बाद उत्तर भाद्रपद नक्षत्र शुरू हो जाएगा। जिसके बाद संपूर्ण रूप से अच्छा समय नहीं माना जाता है। 12.40 से 3.58 तक सभी ग्रह और नक्षत्र शुभ होता है।

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