महिलाओं के खिलाफ अपराध में भी यूपी नंबर-वन ………

राष्ट्रीय महिला आयोग के आंकड़े; 2020 के मुकाबले 30% बढ़ीं शिकायतें, इसमें से आधी यूपी की…….

बीते साल महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में आए। राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) के मुताबिक, देशभर से लगभग 31 हजार शिकायतें मिलीं। इसमें 15 हजार से ज्यादा सिर्फ यूपी की हैं।

राष्ट्रीय महिला आयोग की ओर से कहा गया है कि साल 2020 के मुकाबले 2021 में महिलाओं के खिलाफ अपराध की शिकायतें 30% बढ़ी हैं।

2014 के बाद 2021 में आई इतनी शिकायतें
2014 के बाद से राष्ट्रीय महिला आयोग को मिलीं शिकायतों की संख्या सबसे ज्यादा है। 2014 में कुल 33,906 शिकायतें मिली थीं, जबकि बीते साल 31 हजार के करीब मिली हैं। साल 2020 में शिकायतों का यह आंकड़ा 23722 था।

जुलाई से सितंबर के बीच बढ़े अपराध
महीने के हिसाब से देखें तो जुलाई से सितंबर के बीच हर महीने 3,100 से ज्यादा शिकायतें मिलीं। आखिरी बार 3,000 से ज्यादा शिकायतें मिली थीं। उस वक्त 2018 में मी-टू आंदोलन चल रहा था।

सबसे ज्यादा हुआ सम्मान के साथ रहने के अधिकार का हनन

  • महिलाओं ने सबसे ज्यादा शिकायतें दीं कि उन्हें सम्मान के साथ रहने नहीं दिया जा रहा। इस दौरान उनका मानसिक शोषण बहुत हुआ। इसके बाद घरेलू हिंसा फिर दहेज उत्पीड़न की शिकायतों के मामले रहे।
  • देशभर में सबसे ज्यादा यूपी की महिलाओं ने शोषण की शिकायतें कीं। यह कुल आंकड़ों में से आधे से ज्यादा हैं।
  • पिछले साल 1819 शिकायतें छेड़छाड़ में, 1675 शिकायतें बलात्कार या इसकी कोशिश, 1537 शिकायतें पुलिस की उदासीनता और 858 शिकायतें साइबर क्राइम की दर्ज हुई हैं।

(नोटः आंकड़े राष्ट्रीय महिला आयोग की ओर से।)

क्या कहते रहे हैं सीएम योगी आदित्यनाथ

  • अक्टूबर 2021ः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते साल अक्टूबर में लोगों से महिलाओं को देवी के रूप में देखने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा था कि इससे उनके खिलाफ अपराध को रोकने में मदद मिल सकती है।
  • मार्च 2021ः 4 साल पूरे होने पर सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा था कि महिला सुरक्षा को लेकर खास ध्यान दिया गया है।

योगी सरकार में महिला अपराध में यूपी नंबर वन

  • 2017 में 56,011 मामले दर्ज किए गए थे।
  • 2018 में संख्या बढ़कर 59,445 हो गई।
  • 2019 में यह संख्या 59,853 हो गई।
  • 2017 में 4,246 बलात्कार के मामलों की रिपोर्ट दर्ज हुई।
  • लगभग 1,560 मामलों में पीड़िता नाबालिग थी।
  • 2017 में हर रोज 153 मामले दर्ज हुए।
  • 2018 में महिलाओं के खिलाफ 162 मामले हर रोज दर्ज हुए।
  • 2018 में 1411 नाबालिगों सहित 4, 322 पीड़ितों के साथ 3, 946 बलात्कार के मामले दर्ज हुए।
  • लगभग 12 हर दिन दर्ज किए गए।
  • 2018 के दौरान POCSO के तहत 5,401 मामले दर्ज किए गए।
  • 2018 की रिपोर्ट में दावा- यूपी पुलिस के पास हर दो घंटे में बलात्कार का मामला।

(नोटः 2020 के आंकड़े एनसीआरबी के।)

2017 से पहले के आंकड़े

  • 2016 में 49,262 मामले दर्ज किए गए थे।
  • 2015 में 35,908 मामले दर्ज किए गए थे।
  • (नोटः आंकड़े एनसीआरबी के।)

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