ग्वालियर … Investigation:असुरक्षित बचपन; बीते 12 माह में गुम हुए 371 बच्चे, इसमें 67.65% बालिकाएं

शहर में बच्चे सुरक्षित नहीं हैं। बीते वर्ष शहर से औसतन हर रोज एक बच्चा लापता हुआ, इसमें बालिकाओं की संख्या बालकों की तुलना में अधिक है। पिछले साल जनवरी से दिसंबर के बीच 12 माह में 371 बच्चे लापता हुए, इसमें 251 बालिकाएं (67.65 प्रतिशत) हैं। 2020 में 301 बच्चे लापता हुए थे। इस तरह से 2020 की तुलना में 2021 में करीब 23 प्रतिशत अधिक बच्चे लापता हुए हैं।

हालांकि पुलिस ने 2021 में 453 बच्चे खोज निकाले हैं, फिर भी 131 बच्चे (83 बालिकाएं और 48 बालक) ऐसे हैं, जो बरामद नहीं हो सके। इसमें कई बच्चे ऐसे हैं जो 2021 से पहले से लापता थे। शहर का उपनगर ग्वालियर, माधौगंज, जनकगंज और कंपू ऐसे हॉट स्पॉट हैं, जहां से अधिक संख्या में बच्चे लापता हुए। कई बालिकाओं का तो अपहरण कर ज्यादती भी की गई, इसका खुलासा तब हुआ, जब इन्हें पुलिस ने बरामद किया।

हालांकि 2021 में 2020 की तुलना में अधिक बच्चे पुलिस ने ढूंढ़ निकाले। पुलिस ने 2021 में 453 बच्चों को ढूंढ़ा। इसमें वह बच्चे भी शामिल हैं, जो 2021 से पहले से लापता थे। इसे लेकर एएसपी अमित सांघी का कहना है- ऐसे क्षेत्र चिह्नित किए हैं, जहां से अधिक बच्चे गुम हुए। ऐसे इलाकों में पेट्रोलिंग बढ़ाने से लेकर गुम हुए बच्चों तक पहुंचने के लिए साइबर सेल की भी मदद ले रहे हैं।

1 जनवरी से 31 दिसंबर 2020

1 जनवरी 2020 से पहले 58 बालक व 153 बालिकाएं यानि 209 बच्चे ऐसे थे, जो पुलिस बरामद नहीं कर पाई थी। 2021 में जिन बच्चों को बरामद किया, उनमें कुछ पहले से लापता बच्चे भी शामिल हैं।

1 जनवरी से 31 दिसंबर 2021

1 जनवरी 2021 से पहले 60 बालिका व 149 बालिकाएं लापता थीं।127 बच्चे ऐसे हैं, जिन्हें पुलिस बरामद नहीं कर पाई। इस साल बरामद हुए 453 बच्चों में पिछले साल गुम हुए बच्चे भी शामिल हैं।

1 जनवरी से 31 जनवरी 2022

1 जनवरी 2022 से पहले 48 बालक और 79 बालिकाएं ऐसी हैं, जिन्हें पुलिस बरामद नहीं कर सकी। इनकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। कई मामलों में सुबूत भी मिले हैं।

विश्लेषण- 2020 की तुलना में 23% अधिक

वर्ष 2021 में कुल 371 बच्चे लापता हुए। जबकि यह आंकड़ा वर्ष 2020 में 301 था। इस तरह 2020 की तुलना में 2021 में करीब 23 प्रतिशत अधिक बच्चे लापता हुए। 2021 में लापता हुए बच्चों में से 251 बालिकाएं हैं, यानि 67.65% और 120 बालक (करीब 32.34%) लापता हुए। वहीं 2020 में 301 बच्चे कुल लापता हुए, इसमें से 205 बालिकाएं लापता हुई। यानि करीब 68.10%बालिकाएं। जबकि 96 बालक (करीब 31%) लापता हुए।

बरामदगी- 453 ढूंढ़ निकाले​​​​​​​

पुलिस ने 2020 में 303 बच्चों को ढूंढ़ निकाला, इसमें वह बच्चे भी शामिल थे, जो 2020 से पूर्व से लापता थे। लेकिन 211 बच्चे ऐसे रहे जिन्हें पुलिस नहीं ढूंढ़ पाई। 2021 में यह आंकड़ा 453 तक पहुंचा, यानि कई ऐसे बच्चे भी पुलिस ने ढूंढ़े जो 2021 से पूर्व से लापता थे, लेकिन अभी भी 131 बच्चे लापता हैं।

पहले से लापता बच्चों की बढ़ी है बरामदगी

बच्चों के लापता होने की घटनाएं बढ़ी हैं, लेकिन बरामदगी का प्रतिशत भी बढ़ा है। वर्ष 2020 की तुलना में 2021 में अधिक बच्चे पुलिस ने ढूंढ़े। उपनगर ग्वालियर, माधौगंज, जनकगंज और कंपू से सबसे अधिक बच्चे लापता हुए हैं। -अमित सांघी, एसएसपी

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