इन 55 सीटों के वोटर जहां गए, उसकी सरकार बनी …

BJP के सामने 37 सीटों को बचाने की चुनौती, 2012 का प्रदर्शन दोहराने को छटपटा रही सपा…. 

यूपी में दूसरे चरण की 55 सीटें सियासी दलों के लिए खास मायने रखती हैं। आंकड़े बताते हैं कि इन 55 सीटों के वोटरों ने जिधर रुख किया, सरकार उसी पार्टी की बनी। 2007 में यहां की 55 में से 35 सीटें जीतकर मायावती उत्तर प्रदेश की CM बनी थीं। 2012 में अखिलेश यादव ने यहां 40 सीटों पर जीत हासिल की और UP के सीएम बने। 2017 में भाजपा ने 37 पर जीत दर्ज की तो योगी की बतौर सीएम ताजपोशी हुई।

आज वेस्ट यूपी और रुहेलखंड क्षेत्र की जिन 55 सीटों पर मतदान हो रहे हैं, उनमें से 37 अभी भाजपा के पास हैं। जबकि 16 सपा और 2 कांग्रेस के पास हैं। बसपा यहां 2017 में अपना खाता भी नहीं खोल सकी थी। अब भाजपा के सामने इन 37 सीटों को बचाने की चुनौती है। जबकि सपा 2012 का प्रदर्शन दोहराने के लिए पूरी ताकत लगाए हुए हैं। बसपा की भी कोशिश है कि उसे 2017 जैसी स्थिति का सामना न करना पड़े। कुछ सीटों पर दलित- मुस्लिम समीकरण बनाकर बसपा टफ फाइट में है।

कांग्रेस के दोनों विधायक छोड़ चुके हैं हाथ का साथ
2017 में कांग्रेस को इस क्षेत्र में 55 में से 2 सीटें मिली थीं। सहारनपुर देहात से कांग्रेस के मसूद अख्तर और बेहट सीट से कांग्रेस के नरेश सैनी चुनाव जीतकर विधायक बने थे। लेकिन ये दोनों ही कांग्रेस छोड़ गए। नरेश सैनी ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन कर ली और अब भाजपा के सिंबल पर बेहट से ही चुनाव मैदान में हैं। मसूद अख्तर कांग्रेस का हाथ छोड़कर साइकिल पर सवार हो गए। हालांकि, मसूद अख्तर को सपा ने टिकट नहीं दिया है और उनकी जगह सपा ने आशू मलिक को उम्मीदवार बनाया है।

सहारनपुर में पीएम मोदी ने जनसभा को किया था संबोधित। (फाइल फोटो)
सहारनपुर में पीएम मोदी ने जनसभा को किया था संबोधित। (फाइल फोटो)

मौजूदा विधायकों में 12 मुस्लिम, 7 ठाकुर और 6 दलित
जातीय समीकरणों की बात करें तो मौजूदा 55 विधायकों में सबसे अधिक 12 मुस्लिम विधायक हैं। इनमें 11 सपा और एक कांग्रेस विधायक है। दूसरे नंबर पर 7 ठाकुर विधायक हैं। 6 दलित, 4 वैश्य और दो ब्राहम्ण MLA हैं। OBC व अन्य जातियां भी यहां प्रतिनिधत्व कर रही हैं।

7 सीटों पर 55 फीसदी मुस्लिम वोटर
55 सीटों में से सात सीट ऐसी हैं, जहां प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला मुस्लिम मतदाताओं के हाथ में होगा। इन सात सीटों में आजम खां की रामपुर शहर सीट पर सबसे अधिक 60 फीसदी मुस्लिम वोटर हैं। 55 फीसदी मुस्लिम वोटरों वाली सीटों में मुरादाबाद और सहारनपुर जिले की भी दो- दो सीटें शामिल हैं।

7 सीटों पर मुस्लिम मतदाता 55 प्रतिशत हैं। उनमें मुरादाबाद और सहारनपुर की 2-2, रामपुर, अमरोहा और संभल की एक-एक सीट शामिल है। मुरादाबाद जिले में मुरादाबाद ग्रामीण और कुंदरकी सीट पर 55 फीसदी मुस्लिम वोटर हैं। रामपुर में रामपुर सदर सीट पर मुस्लिम वोटरों की संख्या 60 प्रतिशत से भी अधिक है। अमरोहा जिले की अमरोहा शहर और संभल जिले की संभल विधानसभा सीट पर भी मुस्लिम वोटर 55 फीसदी के करीब हैं। सहारनपुर में बहट और सहारनपुर देहात सीट पर भी मुस्लिम वोटर 55 फीसदी का आंकड़ा छू चुके हैं। इसके अलावा करीब 20 सीटें ऐसी हैं जहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या 35 से 40 फीसदी तक है। यानी कह सकते हैं कि इन सीटों पर भी मुस्लिम वोटर रिजल्ट तय करने में अहम भूमिका निभाएंगे।

बिजनौर में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने की थी रैली। (फाइल फोटो)
बिजनौर में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने की थी रैली। (फाइल फोटो)

हर सीट का अपना जातीय समीकरण
बदायूं जिले की 4 और संभल की 2 सीटों पर यादव वोट प्रभावी हैं। मुस्लिम और यादव का गठजोड़ यहां सीधे-सीधे चुनाव की दिशा तय करने की स्थिति में है। संभल की असमोली, गुन्नौर और बदायूं की सहसवान, बिसौली, बदायूं और बिल्सी सीट पर यादव वोट बड़ी संख्या में हैं। कुछ सीटों पर वैश्य मतदाता प्रभावी हैं तो मुरादाबाद शहर समेत 3 सीटों पर ब्राह्मण वोटरों की संख्या रिजल्ट की दिशा तय कर सकने की स्थिति में है। बिजनौर की बढ़ापुर, धामपुर, ठाकुरद्वारा, शाहजहांपुर में कटरा समेत सहारनपुर की भी 1 सीट पर ठाकुर वोटरों की संख्या प्रभावी है।

ये हैं 9 जिले
बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, सम्भल, बदायूं, बरेली, सहारनपुर, शाहजहांपुर

इन सीटों लिए होगा मतदान
जिन विधानसभाओं में चुनाव होना है। उनमें बेहट, नकुड़, सहारनपुर सिटी, सहारनपुर, देवबंद, रामपुर मनिहारन, गंगोह, नजीबाबाद, नगीना, बरहापुरी, धामपुर, नहटौर, बिजनौर, चांदपुर, नूरपुर, कांठ, ठाकुरद्वारा, मुरादाबाद ग्रामीण, मुरादाबाद सिटी, कुंदरक, बिलारी, चंदौसी, अस्मोली, संभल, सुआरी, चमरौ, बिलासपुर, रामपुर, मिलक, धनौरा, नौगवां सादात, अमरोहा, हसनपुर, गुन्नौरी, बिसौली, सहसावन, बिल्सी, बदायूं, शेखपुर, दातागंज, बहेरी, मीरगंज, भोजीपुर, नवाबगंज, फरीदपुर, बिठारी, बरेली, बरेली छावनी, ओंला, कटरा, जलालाबाद, तिलहरो, शाहजहांपुर, दादरौली विधानसभा हैं।

इन 55 सीटों के तीन चुनाव के पिछले रिजल्ट

साल भाजपा सपा कांग्रेस बसपा
2017 37 16 2 0
2012 4 40 3 8
2007 7 11 2 35

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