ऐ पुलिस, ऐ पुलिस…:अगर अखिलेश ने यूपी पुलिस के ये 5 चेहरे देखे होते तो कभी उन्हें बदतमीज नहीं कहते
17 फरवरी को अखिलेश यादव ने कन्नौज के तिर्वा में जनसभा की। अखिलेश के भाषण शुरू होते ही सपा कार्यकर्ता बैरीकेडिंग तोड़कर मंच की तरफ बढ़ने लगे। भगदड़ की नौबत देख पुलिस ने डंडा उठा लिया। इससे भड़के अखिलेश ने कहा,“ऐ पुलिस, ऐ पुलिस वालों, ऐ पुलिस, क्यों कर रहे हो ये तमाशा। तुम से बदतमीज कुछ नहीं हो सकता।”
इसके लिए अखिलेश को सोशल मीडिया पर खूब खरी-खोटी सुनाई जा रही है। लेकिन हम लोगों के जज्बाती कमेंट नहीं बल्कि यूपी पुलिस की दिलेरी के 5 विडियो लेकर आए हैं। अगर अखिलेश इन्हें देख लेंगे तो दोबारा पुलिसवालों को बदतमीज नहीं कहेंगे।
इन वीडियोज को लिखकर नहीं समझाया जा सकता। यहां हम सिर्फ वीडियो से परिचय के लिए 2-2 पैराग्राफ लिख रहे हैं। लेकिन असली तस्वीर वीडियो को देखने के बाद ही महसूस की जा सकती है।
वीडियो 1: यही यूपी पुलिस अलकायदा के आतंकियों से भिड़ गई थी
11 जुलाई 2021, दिन रविवार, लखनऊ के काकोरी थाना क्षेत्र के दुबग्गा इलाके में डर का महौल था। लोगों ने घरों की खिड़कियां बंद कर दी थी। खबर थी कि इलाके के एक गैराज में दो अलकायदा के आतंकी छिपे हुए हैं। एकतरफ टीवी पर न्यूज चैनल खुल गए थे। दूसरी ओर व्हाट्सएप पर आतंकी इलाके में बम ब्लास्ट न कर दें। ऐसे मैसेज फैलने लगे थे। हरतरफ डराने वाला सन्नाटा था। तब यूपी पुलिस का एंटी टेररिस्ट स्क्वाड ने मोर्चा संभाला था।
तीन घरों में तलाशी ली जाती है। कुछ घरों को खाली कराया जाता है। 7 घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलता है, फिर दोनों आतंकियों को गिरफ्तार कर लिया जाता है। दोनों के पास से प्रेशर कुकर और टाइम बम बरामद किए जाते हैं। इस घटना में यूपी पुलिस के अधिकारियों और ATS की टीम की सूझबूझ भरी कार्रवाई के चर्चे देशभर की मीडिया में थे।
वीडियो 2: लगा था 30 लोग जिंदा जल जाएंगे, लेकिन यूपी पुलिस ने सबको बचाया
04 अप्रैल 2021, दिन रविवार दोपहर का समय, पीलीभीत जिले के सुकटिया गांव के पांच घरों में भयंकर आग लग गई थी। बच्चे, महिलाएं आग की लपटों से घिरे हुए थे। गांव से उठते धुएं को देख वहां से गुजर रही 112 पुलिस की गाड़ी पहुंचती है। हेड कांस्टेबल ईसार अमहद, कॉन्स्टेबल जितेन्द्र सिंह और गाड़ी के ड्राईवर कृष्ण कुमार लोगों को बचाने के लिए घरों में घुस जाते हैं।
घरों में फंसे बच्चों और महिलाओं को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाता है। लेकिन आग की लपटें तेज होती जा रही थी। फायर ब्रिगेड को फोन लगाया गया। तब तक बाल्टियां इकट्ठा होती हैं। गांव वालों के साथ मिलकर नल, तालाब से पानी लाया गया। फायर ब्रिगेड की गाड़ी आने से पहले पुलिस टीम ने आग लगभग बुझा दी थी। इस घटना में किसी की मौत नहीं हुई।
वीडियो 3: एंबुलेंस नहीं मिली, आधी रात को घायल को कंधे पर लादकर अस्पताल पहुंचे
26 सितंबर 2021,दिन सोमवार, रात का समय। मथुरा के थाना राया क्षेत्र में हाथरस मार्ग पर देर रात को दर्दनाक हादसा हो गया। तेज रफ्तार कंटेनर ने बाइक सवार दो युवकों को रौंद दिया। हादसे में बाइक सवार एक युवक की मौत हो गई। दूसरे को काफी चोट आई थी।
काफी खून बह गया था। युवक बेहोश था। तभी राया थाने के एसआई राजकुमार यादव वहां पहुंचे। घायल लड़के की हालत देखी। एंबुलेंस का इंतजार नहीं किया और कंधे पर लादकर दौड़ते हुए अस्पताल पहुंचे। सही टाइम से इलाज मिलने से लड़के की जान बच गई।
वीडियो 4: महीने के 30 दिन ड्यूटी भी करते हैं, सरकारी स्कूल में बच्चों को पढ़ाते भी हैं
अप्रैल से जून 2021 में यूपी कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में आ गया। स्कूल बंद थे। शहरों में ऑनलाइन क्लासेज चल रही थीं। लेकिन गांवों में बच्चों की पढ़ाई ठप्प थी। अगस्त 2021 में सरकारी स्कूल खोले गए। बच्चे स्कूल पहुंचे तो बिलकुल अलग माहौल था। क्लास में मास्टर साहब की जगह पुलिस सर जी थे। … और पढ़ाई शुरू होती है।
यूपी पुलिस विभाग ने ‘पहल कार्यक्रम’ शुरू किया है। इसमें पुलिस अधिकारी ड्यूटी से कुछ समय निकालकर प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों को रोचक ढंग से पढ़ाई करवाते हैं। विभाग ने इस पहल में हर जिले में 100 पुलिस वालों को नियुक्त किया है।
वीडियो 5: चुनाव में 1 लाख, 60 हजार पुलिसवाले ड्यूटी पर हैं, कहीं भी हिंसा की घटना नहीं
यूपी में दो चरणों के चुनाव बीत चुके हैं। नेता चुनाव प्रचार में जुटे हैं, तो पुलिस वोटर जागरूकता अभियान चलाकर गांव-गांव पहुंच रही है। इस अभियान का मकसद वोटरों को डरा-धमकाकर वोट डलवाने की घटनाओं को रोकना है।
यूपी पुलिस विभाग के मुताबिक, विधानसभा चुनाव के पहले चरण में एक लाख पुलिसकर्मी और दूसरे चरण की वोटिंग में 60,000 से ज्यादा पुलिस वाली ड्यूटी पर थे। इलेक्शन कमीशन के अनुसार, यूपी में दोनों चरणों के दौरान कहीं भी हिंसा की घटना सामने नहीं आई है।
ये एक्स्ट्रा विडियो भी आपके लिए है। इसमें देखिए कि कैसे मस्ती भरे माहौल में पुलिस वाले चुनाव ड्यूटी कर रहे हैं।