गडकरी के उड़ने वाली बस चलाने के दावे की पड़ताल …दुनिया में कहीं नहीं उड़ती बस, फिर गडकरी प्रयागराज में कौन सी टेक्नोलॉजी लाने वाले हैं?
प्रयागराज में प्रचार करने आए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि यहां उड़ने वाली बसें चलवाऊंगा। इस पर समर्थकों ने तालियां पीटीं। पहली नजर में अतिश्योक्ति लगी यानी सिर्फ कहने के लिए कह दिया, लेकिन उन्होंने हंसते लोगों को देखकर गंभीरता से अपनी बात दोहराई। इसलिए हमने उनके दावे की पड़ताल की। ये भी जाना की शहर के लोगों को उनकी बात पर कितना भरोसा है?
दुनिया में उड़ने वाली बस कहीं नहीं, सिर्फ चीन में सड़क से 8 फीट ऊपर चलती है
चीन के हेबेई राज्य में एक ट्रांजिट एलिवेटेड बस चलती है। जमीन से करीब 8 फीट ऊपर। नीचे इतनी जगह होती है कि कार गुजर सकती है। इस बस में 300 लोग बैठ सकते हैं, लेकिन उड़ने जैसी कोई क्वॉलिटी इस बस में नहीं है।
उड़ती हुई बस चलाने की मांग किसने की
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्र नेता राहुल यादव ने कहा, “सड़क और परिवहन साधनों के मामले में होता ये है कि जब कोई मांग करता है तभी उसकी घोषणा होती है। लेकिन उड़ती हुई बस की मांग किसी ने नहीं की। हां, हमने मेट्रो चलाने की मांग की थी, लेकिन उसका काम सर्वे के आगे नहीं बढ़ सका है।
10 साल पहले मेट्रो चलाने का वादा किया था
2012 में अखिलेश यादव ने प्रयागराज में मेट्रो चलाने का वादा किया। 2017 में भाजपा ने अपने घोषणा पत्र के 19वें पेज के पहले पॉइंट में लिखा, “सरकार बनने पर इलाहाबाद में मेट्रो का संचालन शुरू करेंगे।” दोनो ही वादों को 10 साल बीत गए, लेकिन काम सर्वे से आगे नहीं बढ़ा। सरकार ने पिछले दिनों कहा था कि मेट्रो चलाने के लिए नए सिरे से डीपीआर बनाई जा रही है।
‘जनता को मूर्ख समझकर दिया बयान’
राहुल यादव ने कहा, “जिस शहर में बसों का संचालन सही ढंग से नहीं है वहां उड़ती हुई बस की कल्पना करना ही बेकार है। चुनाव के बीच सभी नेता फेंकने के मामले में एकदूसरे को पीछे छोड़ना चाहते हैं। फिर गडकरी साहब क्यों पीछे रहे, इसलिए उन्होंने कह दिया कि इलाहाबाद में उड़ती हुई बस चलाएंगे।”
‘भाजपा है कुछ भी कर सकती है’
रसूलाबाद के भाजपा कार्यकर्ता नितिन साहू कहते हैं कि पिछले सात साल में देश के अंदर सड़कों का जाल बिछा। इलाहाबाद की सड़कें भी चौड़ी हुईं। ऐसे में इस संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता कि प्रयागराज में खंबों के जरिए बसें दौड़ेंगी। हालांकि, वह इसे जल्दबाजी में चुनावी फायदे के लिए की गई घोषणा बताते हैं।
पेशे से शिक्षक रामअवतार गुप्ता ने कहा, भाजपा जो कहती है वह करती है। गडकरी जी ने जो कहा, वह निश्चिततौर पर करेगी। पार्टी ने राम मंदिर की बात की थी उसे भी पूरा किया। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने की बात कही थी उसे कर दिया।
एक महीने पहले संगम में जहाज उतारने का दावा किया था
6 जनवरी 2022, बारिश के बीच गडकरी ने कौशांबी के सकाड़ा में एक रैली को संबोधित किया था। तब उन्होंने प्रयागराज में डबल डेकर ब्रिज बनाने का वादा किया। फाफामऊ क्षेत्र में केबल स्टे ब्रिज और उसमें रिवॉल्विंग आर्ट गैलरी बनाने का वादा किया। गडकरी ने कहा था कि मेरी इच्छा है कि दिल्ली से प्रयागराज के लिए कोई सी प्लेन में बैठे और त्रिवेणी संगम पर उतरे।
इतनी योजनाओं पर यकीन होता है क्या
शहर उत्तरी विधानसभा की वंदना सिंह कहती हैं कि चुनाव आते ही दावों और वादों की जो झड़ी लगती है। वह चुनाव बाद भुला दी जाती है। ये चीज लोगों को भी पता है लेकिन उनके सामने इतनी बार दोहराया जाता है कि वह असली मान लेते हैं। वह उड़ती हुई बस की चलाने तक की बात पर भरोसा करके झगड़ जाते हैं।
सोशल मीडिया पर पब्लिक ने खूब मजे लिए। कुछ नमूने यहां देख लीजिए…
गफलत में नहीं जानबूझकर गडकरी ने ऐसा कहा
गडकरी ने कहा, “प्रयागराज में रोड के ऊपर से उड़ती हुई बस चलाएंगे”, इसमें अतिश्योक्ति दिखती है। लेकिन अगली लाइन में उन्होंने कहा, “इसका डीपीआर तैयार हो रहा है मैंने केशव प्रसाद को भी इसके बारे में बता दिया है।” यानी वो गफलत में नहीं थे।