सुरक्षा में तैनात जवानों को स्पेशल कमांडो ट्रेनिंग … भोपाल जेल की हाई सिक्योरिटी अंडा सेल में बंद हैं 24 आतंकी, 90 जवान 62 सीसीटीवी कैमरों से करते हैं 24 घंटे इनकी निगरानी

भोपाल सेंट्रल जेल में इस वक्त 24 सिमी आतंकी कैद हैं। इनमें वे 7 खूंखार आतंकी भी शामिल हैं, जिनमें से छह को गुजरात की विशेष अदालत ने अहमदाबाद में 2008 में हुए सीरियल धमाकों के मामले में शुक्रवार को फांसी और 1 को उम्रकैद की सजा सुनाई है। इन सभी को 4 करोड़ 50 लाख रुपए से बनी हाई सिक्योरिटी अंडा सेल में रखा गया है। इन पर नजर रखने के लिए कुल 94 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इनमें से 62 कैमरे सिर्फ अंडा सेल में लगे हैं, जिससे इन आतंकियों पर 24 घंटे हर पल नजर रखी जाती है।

अंडा सेल में 37 बैरक हैं। इनमें से एक बैरक में इन आतंकियों की कोर्ट से वीसी का सेटअप लगाया गया। आतंकियों की सुरक्षा के लिए 94 कैमरों को लगाने में ही करीब 94 लाख से ज्यादा का खर्च आया है। 90 जवानों को इनकी सुरक्षा में तैनात किया गया। ये राउंड द क्लॉक 8-8 घंटे की शिफ्ट में यहां पर ड्यूटी करते हैं।

इन जवानों को हर मूवमेंट से निपटने के लिए बीएसएफ के कैंप में स्पेशल कमांडो ट्रेनिंग दिलाई गई है। हर दो महीने में स्पेशल कोर्स के जरिये इनको अपडेट किया जाता है। जवानों को आधुनिक हथियारों से लैस किया गया है। जेल की दीवारों पर 50 लाख रुपए से इलेक्ट्रिक फेंसिंग कराई गई है।

अंडा सेल में हैं 37 बैरक- इनमें कैद हैं 7 खूंखार आतंकी; 6 को फांसी और 1 को उम्रकैद की सजा हो चुकी

जेल में कुल 6 वॉच टावर; 2 सिर्फ आतंकियों पर नजर रखने के लिए

सेंट्रल जेल के भीतर कुल 3 हजार से ज्यादा कैदी बंद हैं। इनकी निगरानी के लिए 6 वॉच टावर बनाए गए हैं। इनमें से दो वॉच टावर सिर्फ अंडा सेल में बंद सिमी आतंकियों की निगरानी के लिए बने हैं। दूर तक रोशनी देने वाली हाईमास्ट लाइटें भी लगाई गई हैं।

पहली बार तीन कंट्रोल रूम से जेलों की सुरक्षा की जांच

  • पहला कंट्रोल रूम अंडा सेल के बाहर बना है। यहां ट्रेंड स्टाफ तैनात है, जो हर मूवमेंट पर नजर रखता है।
  • दूसरा कंट्रोल रूम जेल अधीक्षक के केबिन के पास बना है। यहां से अन्य कैदियों पर भी नजर रखी जाती है।
  • तीसरा कंट्रोल रूम जेल मुख्यालय अरेरा हिल्स पर बनाया गया है।

डीजी जेल ने किया दौरा और पुख्ता होगी सुरक्षा व्यवस्था

गुजरात की विशेष अदालत द्वारा शुक्रवार को आतंकियों को फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद डीजी जेल अरविंद कुमार पुलिस के अफसरों के साथ शनिवार को सेंट्रल जेल पहुंचे। यहां पर उन्होंने अफसरों से आतंकियों की सुरक्षा की पूरी जानकारी ली। साथ ही दोबारा सिक्योरिटी ऑडिट कराने के निर्देश दिए हैं। इसके लिए नए सिरे से सिक्योरिटी ऑडिट कराया जाएगा। इसके बाद सिमी आतंकियों की सुरक्षा व्यवस्था को और ज्यादा पुख्ता किया जाएगा।

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