UP Assembly Elections 2022 विधानसभा चुनाव 2022 के लिए सभी तरह के सरकारी चुनाव खर्चे का भुगतान निर्वाचन आयोग की ओर से किया जा रहा है। इसके लिए निर्वाचन आयोग चुनाव डयूटी में लगे कर्मचारियों से लेकर मतदान केंद्र और मतदाता सहायता बूथ पर व्यवस्था के लिए भी भुगतान करता है। हालांकि जिम्मेदारी पूरी तहसील की थी। लिहाजा भुगतान भी तहसील स्तर पर ही किया गया।
UP Assembly Elections 2022 विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मेरठ में गत 10 फरवरी को मतदान हुआ था। मेरठ जिले में मतदान के दौरान कुल 1172 मतदान केंद्रों बनाए गए थे। इन मतदान केंद्रों पर 2962 बूथ वोट डालने के लिए तैयार किए गए थे। प्रत्येक मतदान केंद्र पर एक मतदाता सहायता बूथ भी उपलब्ध कराया गया था। जिला प्रशासन/जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा प्रत्येक मतदान केंद्र पर व्यवस्थाओं के लिए 230 रुपये खर्च किए गए। जबकि प्रत्येक मतदाता सहायता बूथ के लिए 345 रुपये का भुगतान किया गया। इन व्यवस्थाओं पर जनपद के सातों विधानसभा क्षेत्रों में कुल 6,73,900 रुपये खर्च किया गया।
मतदान केंद्रों और मतदान सहायता बूथ पर व्यवस्थाओं का जिम्मा तहसील प्रशासन को सौंपा गया था। लिहाजा भुगतान भी तीनों तहसीलदारों के खातों में किया गया। जिले के सात विधानसभा क्षेत्रों में मतदान के लिए इस बार कुल 2962 बूथ बनाए गए। ये बूथ 1172 मतदान केंद्रों (स्कूल परिसर व अन्य सरकारी भवनों) में बनाए गए। मतदान केंद्रों की व्यवस्थाओं के लिए जनपद में 2,69,560 तथा मतदाता सहायता बूथों पर 4,04,340 रुपया खर्च हुआ। दोनों व्यवस्थाओं पर कुल खर्च 6,73,900 रुपये किया गया।
सरधना को भेजा मवाना का पैसा
मतदान केंद्रों और मतदाता सहायता बूथों के निर्माण के लिए तहसीलदारों के खातों में धनराशि ई-पेमेंट के माध्यम से भेजी गई। लेकिन भुगतान करने में गड़बड़ हो गई। मवाना तहसील को भेजी जाने वाली धनराशि सरधना के खाते में चली गई और सरधना के खाते में जाने वाली राशि मवाना तहसीलदार के खाते में चली गई। चूंकि मवाना क्षेत्र में मतदान केंद्र ज्यादा हैैं लिहाजा वहां धनराशि कम रह गई। तहसीलदार मवाना ने जिला प्रशासन से 43,470 रुपये की मांग की है।
मतदान केंद्र निर्माण के लिए मवाना तहसील को 1,01,430 तथा सरधना तहसील को 77,280 रुपये दिए जाने थे। जबकि मतदाता सहायता बूथ के लिए मवाना को 1,41,910 और सरधना को 1,22,590 रुपये दिए जाने थे। दोनों व्यवस्थाओं के लिए मवाना तहसील को 2,43,340 और सरधना को 1,99,870 रुपये भेजे जाने थे लेकिन भुगतान हो गया उल्टा। मवाना तहसीलदार ने बकाया राशि की मांग की है ताकि भुगतान किया जा सके।
विधानसभा वार बनाए गए मतदान केंद्र
बात विधानसभा वार बनाए गए मतदान केंद्रेां की करें तो सबसे अधिक मतदान केंद्र सिवाल खास में बनाए गए। इस विधानसभा में 185 बूथ बनाए गए थे। वहीं सबसे कम मेरठ शहर की सीट पर बने। मेरठ शहर में 130 जबकि हस्तिनापुर में 190,किठौर में 176,सरधना में 181, मेरठ कैंट में 144 मतदान केंद्र,मेरठ दक्षिण में 166 मतदान केंद्र बने। यानी जिले में कुछ 1172 मतदान केंद्र बनाए गए थे।