सट्टा बाज़ार में BJP और अखिलेश यादव को कितनी सीट, इस पर करोड़ो का भाव, Yogi Adityanath पर दांव
Satta Bazar in Assembly Elections उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर इस समय सट्टा बाज़ार भी काफी गरम हो गया है। जहां करोड़ो रु के लेन देन होने जा रहे हैं। वहीं चुनाव जीतने से लेकर सरकार बनने तक की हर एक बात पर सट्टा लगाया जा रहा है। नाम न छापने की शर्त पर कुछ सटोरियों ने बताया कि सबसे ज्यादा सट्टा भाजपा कितनी सीटें जीतेगी इस पर भी सट्टा लगा हुआ है। वहीं योगी मुख्यमंत्री बनेंगे या नहीं इसको लेकर भी करोड़ों की डील हो सकती ह
UP Assembly Elections 2022 में विधानसभा सटोरियों की पहली पसंद बना हुआ है। दिल्ली, लखनऊ तथा हापुड़ के सट्टा बाजार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दोबारा सत्ता में आने को लेकर कयास लगाये गये हैं। सट्टा बाजार की पहली पसंद भाजपा है, जो उनके अनुमान के मुताबिक इस बार 190 सीटों पर सिमट रही है और दूसरे स्थान पर समाजवादी पार्टी है, जिसके बारे में उनकी राय है कि इस चुनाव में सपा का पहिया 155 से 180 सीट के बीच जा रहा है।
सट्टा बाज़ार में राजनीतिक पार्टियों की बोली
सटोरियों ने जनवरी में भाजपा के उत्तर प्रदेश में 210 सीट जीतने का अनुमान लगाया था लेकिन सात चरण के चुनाव के अंतिम दौर में अब सटोरियों का अनुमान है कि प्रदेश की 403 सीटों पर से इस बार 190 सीटों पर भी कमल का फूल खिल पायेगा। जबकि कांग्रेस फिलहाल सट्टा बाज़ार की रेस से बाहर है। लेकिन कांग्रेस की कुछ विधानसभा सीटों पर सट्टा लगा हुआ है। लेकिन इसका रेट काफी कम है।
सटोरियों ने जनवरी में भाजपा के उत्तर प्रदेश में 210 सीट जीतने का अनुमान लगाया था लेकिन सात चरण के चुनाव के अंतिम दौर में अब सटोरियों का अनुमान है कि प्रदेश की 403 सीटों पर से इस बार 190 सीटों पर भी कमल का फूल खिल पायेगा। जबकि कांग्रेस फिलहाल सट्टा बाज़ार की रेस से बाहर है। लेकिन कांग्रेस की कुछ विधानसभा सीटों पर सट्टा लगा हुआ है। लेकिन इसका रेट काफी कम है।
Satta Bazar in UP Assembly Elections
एक बुकी ने अपना न प्रकाशित करने की शर्त पर पत्रिका को बताया कि भाजपा को अधिक सीटें मिलने का अनुमान था लेकिन किसानों ने पूरा समीकरण बदल दिया। अंतिम चरण के चुनाव से पहले फिर लहर बदल गयी है। हमारा अनुमान है कि इस बार भाजपा को 190 सीटें ही मिलेंगी। वहीं अखिलेश यादव भी इसी के आसपास दूसरे स्थान पर देखे जा रहे हैं। उन्हें 190 से कम सीटें दी जा रही हैं। जबकि सट्टा बाज़ार के कई जगहों पर अखिलेश यादव को 200 से ऊपर दे रहे है।
एक बुकी ने अपना न प्रकाशित करने की शर्त पर पत्रिका को बताया कि भाजपा को अधिक सीटें मिलने का अनुमान था लेकिन किसानों ने पूरा समीकरण बदल दिया। अंतिम चरण के चुनाव से पहले फिर लहर बदल गयी है। हमारा अनुमान है कि इस बार भाजपा को 190 सीटें ही मिलेंगी। वहीं अखिलेश यादव भी इसी के आसपास दूसरे स्थान पर देखे जा रहे हैं। उन्हें 190 से कम सीटें दी जा रही हैं। जबकि सट्टा बाज़ार के कई जगहों पर अखिलेश यादव को 200 से ऊपर दे रहे है।
सटोरियों के मुताबिक शुरुआती हार के बाद भाजपा बहुमत से चुनाव जीतेगी। अगर सटोरियों के अनुमान के मुताबिक भाजपा इस बार चुनाव जीतती है तो 21 साल में ऐसा पहली बार होगा जब एक ही पार्टी दोबारा सत्ता में आयेगी। लेकिन भाजपा की आर्थिक नीतियों से लोगों में काफी नाराजगी है। जिसका सीधा फाइदा अखिलेश यादव को मिलेगा या यूं कहें कि मिलता हुआ दिखाई दे रहा है।
सट्टा बाज़ार ने पहले 130 सीटें दी थीं
सटोरियों ने चुनाव के शुरूआती रुझान को देखते हुये सपा को 130 सीटें दी थीं लेकिन अब उन्होंने इसके 140 से 190 सीट पर जीत हासिल करने का अनुमान लगाया है। बुकी भाजपा और सपा दोनों के लिये 100 का 100 भाव लगा रहे हैं। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों को सटोरिये कोई भाव नहीं दे रहे हैं। उनके मुताबिक ये दोनों पार्टियां बस मूक दर्शक हैं। हालांकि सटोरियों ने बहुजन समाजवार्टी के लिये सिर्फ 15 सीटों पर ही जीत का अनुमान लगाया है। सट्टा बाजार पेशेवरों के जरिये अपना कारोबार करता है और इस बाजार में सिर्फ उनके भरोसेमंद ग्राहक ही पैसा लगा सकते हैं।
सटोरियों ने चुनाव के शुरूआती रुझान को देखते हुये सपा को 130 सीटें दी थीं लेकिन अब उन्होंने इसके 140 से 190 सीट पर जीत हासिल करने का अनुमान लगाया है। बुकी भाजपा और सपा दोनों के लिये 100 का 100 भाव लगा रहे हैं। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों को सटोरिये कोई भाव नहीं दे रहे हैं। उनके मुताबिक ये दोनों पार्टियां बस मूक दर्शक हैं। हालांकि सटोरियों ने बहुजन समाजवार्टी के लिये सिर्फ 15 सीटों पर ही जीत का अनुमान लगाया है। सट्टा बाजार पेशेवरों के जरिये अपना कारोबार करता है और इस बाजार में सिर्फ उनके भरोसेमंद ग्राहक ही पैसा लगा सकते हैं।