RSS Meeting : मध्यप्रदेश समेत 12 राज्यों के चुनावों पर मंथन
- RSS की तीन दिवसीय प्रतिनिधि सभा अहमदाबाद में शुरू, एक लाख स्थानों तक संघ कार्य ले जाने के लिए बनाएंगे मैदानी रणनीति
- संघ की स्थापना को वर्ष 2025 में हो रहे हैं 100 साल, ग्रामीण स्तर पर स्वरोजगार से स्व-निर्भरता के लिए शुरू किए हैं उपक्रम
- स्वाधीनता के अमृत पर्व पर देश के गुमनाम नायकों-सेनानियों के योगदान को समाज के बीच ले जाने की भी योजना

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक आज गुजरात के कर्णावती में प्रारम्भ हुई। बैठक का शुभारम्भ पू. सरसंघचालक डॉ. मोहनजी भागवत और मा. सरकार्यवाह श्री दत्तात्रेय होसबाले जी ने भारत माता के चित्र पर पुष्पार्चन करके किया। बैठक 13 मार्च को सम्पन्न होगी। pic.twitter.com/gWNk7KwpwZ
— RSS (@RSSorg) March 11, 2022
गुमनाम नायकों-सेनानियों के योगदान को आम जन तक ले जाएंगे
स्वाधीनता के अमृत महोत्सव के अवसर पर संघ की व्यवस्था वाले प्रांतों ने जो आयोजन किए जा रहे हैं, उनकी चर्चा इस बैठक में होगी। देश में ऐसे वीर, नायक और बलिदानी हुए हैं, जिनके बारे में आम लोगों को विशेष जानकारी नहीं है। संघ अब जानकारी का संकलन कर समाज के बीच ले जाने जाएगा। कोरोना काल के चलते बेरोजगारी की स्थिति को देखते हुए ग्रामीण स्तर पर स्वरोजगार से स्व-निर्भरता कैसे पा सकते हैं, इस बारे में भी कई उपक्रम संघ ने शुरू किए हैं, उनको लेकर बात होगी।

समाज में समरसता, पर्यावरण, परिवार प्रबोधन जैसे विषयों पर संघ अनेक संगठनों के साथ मिलकर कार्य कर रहा है। इसको लेकर बैठक में चर्चा होगी और आगे की दिशा तय की जाएगी। मालूम हो कि संघ की व्यवस्था में अलग-अलग प्रकार की बैठकें होती हैं। निर्णय की दृष्टि से सबसे अहम बैठक प्रतिनिधि सभा में प्रचारकों समेत अन्य की जिम्मेदारियां भी तय की जाती हैं। मालूम हो कि नागपुर से बाहर पहली बार प्रतिनिधि सभा 1988 में गुजरात के राजकोट में हुई थी। जबकि पिछले साल उक्त बैठक बेंगलुरू में रखी गई थी।