भिंड … कब मिलेगी ठेलों से मुक्ति ?

सदर बाजार से हाथ ठेला हटाने दो स्थान सुझाए तीन हॉकर्स जोन बनाए, एक भी नहीं आया रास…

अगले महीने सहालग में सदर बाजार में फिर बनेंगे ट्रैफिक जाम के हालात

शहर के मुख्य सदर बाजार में लगने वाले हाथ ठेला वालों को वहां से अन्यत्र स्थापित किए जाने में नगरपालिका पूरी तरह से विफल साबित हो रही है। नगरपालिका ठेला वालों को दो स्थान सुझा चुकी है। साथ ही तीन हॉकर्स जोन भी बना चुकी है। लेकिन एक भी हाथ ठेला वालों को रास नहीं आया है। वहीं प्रशासन भी इन ठेला वालों को अन्यत्र स्थान पर भेजने के लिए दृढ़ इच्छा शक्ति नहीं दिखा पा रहा है। बता दें कि सदर बाजार में खड़े होने वाले हाथ ठेला को हटाए के लिए नगरपालिका पिछले एक दशक से प्रयास कर रही है।

लेकिन अब तक उसे सफलता हाथ नहीं लग पाई है। आलम यह है कि करीब एक दशक पहले नगरपालिका ने हाथ ठेला वालों को महावीर गंज में भेजने की योजना बनाई थी। लेकिन महावीर गंज की रोड ठेला वालों को रास नहीं आई। ऐसे में नगरपालिका ने पुनः हाथ ठेला वालों को हाउसिंग कॉलोनी भेजा गया। लेकिन यह इलाका भी ठेला वालों का पसंद नहीं आया। परिणामस्वरुप नगरपालिका ने शहर में एक के बाद एक करके तीन हॉकर्स जोन बनाएं गए। लेकिन ठेला आज भी सदर बाजार में ही लग रहे हैं।

अब सहालग के सीजन में फिर उपजेगी समस्या क्योंकि सड़क सिकुड़ गई है
होली का त्यौहार संपन्न होने के बाद सदर बाजार में एक बार फिर ग्राहकों की चहल- पहल बढ़ेगी। कारण यह है कि अप्रैल महीने से सहालग शुरुआत होने वाली है। शहर का मुख्य बाजार होने के नाते सबसे ज्यादा भीड़भाड़ यहीं होगी। ऐसे में परेड चौराहा से गोल मार्केट तक सदर बाजार में डिवाइडर के दोनों ओर हाथ ठेला और फुटपाथ पर छोटे कारोबारियों के बैठने से मार्ग संकीर्ण हो जाता है, जिससे यहां ट्रैफिक जाम के हालात निर्मित होंगे।

पुराने रेलवे स्टेशन के हॉकर्स जोन में सब्जी विक्रेताओं को किया शिफ्ट
नगरपालिका ने सबसे पहले शहर के पुराने रेलवे स्टेशन पर हॉकर्स जोन बनाया था। नगरपालिका ने यहां पक्का चबूतरा बनाने के साथ छांव के लिए टीनशेड भी डाला गया था। लेकिन सालों तक जब यह सूना पड़ा रहा तो कोरोना काल में नगरपालिका ने इसमें सब्जी विक्रेताओं को शिफ्ट कर दिया। इसके बाद अग्रसेन चौराहा से बेटी बचाओ चौराहा के लिए व्यापार मंडल धर्मशाला के बगल वाले नाले पर भी एक हॉकर्स जोन बनाया था। लेकिन यह भी अब तक खाली पड़ा हुआ है।

दो साल से सूना पड़ा है 72 लाख का हॉकर्स जोन
शहर के अग्रसेन चौराहा से राज टॉकीज की ओर जाने वाले नाले का बंद करके नगरपालिका ने यहां हॉकर्स जोन बनवाया था। इस पर करीब 72 लाख रुपए नगरपालिका ने खर्च किए थे। नगरपालिका ने इस हॉकर्स जोन में विधिवत ठेला वालों को जगह भी आवंटित कर दी गई। लेकिन ठेला वाले यहां भी कारोबार करने को तैयार नहीं हुए हैं। स्थिति यह है कि आज भी यह हॉकर्स जोन सूना पड़ा हुआ है। जबकि इसे प्रचलन में लाने के लिए यहां से ऑटो-टमटम का रुट भी बनाया गया था।

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