फोरलेन निर्माण में अवैध खनन, ठेकेदार पर केस … इंदौर-ऐदलाबाद हाइवे का निर्माण कर रही KCC; सनावद में बगैर परमिशन पेड़ काटे, जमीन खोदी

इंदौर-ऐदलाबाद फोरलेन निर्माण में भारत सरकार की बगैर परमिशन के अवैध उत्खनन और पेड़ों की अंधाधुंध कटाई का मामला सामने आया है। फॉरेस्ट विभाग ने धनगांव से बलवाड़ा प्राेजेक्ट पर सनावद में अवैध उत्खनन को लेकर निर्माण कंपनी केसीसी के सीनियर मैनेजर के विरुद्व दर्ज कर लिया। कंपनी ने मनमानी पूर्वक वनभूमि पर पेड़ काटकर व जमीन खोदकर सड़क बना दी। इधर, जिम्मेदार अफसर एक-दूसरे की गलतियां बता रहे है।

वन विभाग की सनावद रेंजर ने 1 मार्च को केसीसी बिल्डकॉन प्राइवेट लिमिटेड के सीनियर मैनेजर राकेश यादव को नोटिस जारी किया। बताया कि, सनावद वन परिक्षेत्र के कक्ष क्रमांक 291 में भारत सरकार की बगैर परमिशन के काम किया गया है। जो कि वन अपराध की श्रेणी में आता है।

मैनेजर यादव के विरुद्व 26 फरवरी को अपराध क्रमांक 3605/22 में अवैध उत्खनन एवं अवैध कटाई को लेकर प्रकरण दर्ज किया। वहीं परिक्षेत्र कार्यालय में उपस्थित होकर बयान दर्ज करवाने का नोटिस दिया। जब मामला लाइट में आया तो फॉरेस्ट, एनएचएआई और निर्माण कंपनी के अफसर एक-दूसरे को जिम्मेदार बताते रहे।

पढ़िए… जिम्मेदारों ने एक-दूसरे को ठहराया दोषी

फॉरेस्ट विभाग- भास्कर रिपोर्टर ने सनावद रेंजर प्रियंका मरकाम से पूछा कि- आपने निर्माण कंपनी केसीसी के विरुद्व अवैध उत्खनन का केस दर्ज किया है, इस पर रेंजर प्रियंका ने कहा- हां प्रकरण दर्ज किया है। लेकिन मीडिया वालों को कोई जानकारी नहीं देंगे। यह हमारा ऑफिशियल मामला है।

केसीसी निर्माण कंपनी- अवैध उत्खनन और पेड़ कटाई के मामले में आरोपी बनाएं गए केसीसी बिल्डकॉन प्रालि के सीनियर मैनेजर राकेश यादव का कहना है कि, हमने सड़क बना दी है, हमारी कोई गलती नहीं है। हम लोग एनएचएआई (नेशनल हाईवे ऑथाेरिटी ऑफ इंडिया ) से मिली ड्राइंग के अनुसार निर्माण करते है।

एनएचएआई- एनएचएआई के तहत इंदौर-ऐदलाबाद फोरलेन के प्रोजेक्ट मैनेजर वीके कनकने का कहना है कि, निर्माण कंपनी पर गलत तरीके से केस दर्ज किया गया है। ये फॉरेस्ट विभाग की गलती है। जिस सनावद परिक्षेत्र में अवैध खनन और पेड़ों की कटाई का मामला बताया गया वह धनगांव से बलवाड़ा प्रोजेक्ट में शामिल है। जबकि वन विभाग ने इस जमीन को बलवाड़ा से तेजाजी नगर (इंदौर) प्रोजेक्ट में बता दिया। जिससे कि गलतफहमी हुई है, हमने नोटिस का जवाब दे दिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *