गोहद .. जर्जर स्थिति में पुल:बेसली नदी पर पुराने पुल में आईं गहरी दरारें, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
गोहद से गोहद चौराहा को जोड़ने वाली बेसली नदी पर बना 46 साल पुराना पुल एक बार फिर जर्जर स्थिति में पहुंच गया है। करीब डेढ़ सौ मीटर लंबाई के इस पुल की स्लैब रोड में उभरी दरारों से ज्वॉइंट पर सरिया की चटाई निकल आई है। ज्वॉइंट खुलने के साथ ही रोड पर सरिया पूरी तरह से निकल आए हैं, साथ ही पुल के पिलर में गहरी दरारे भी आ चुकी हैं।
जिससे वाहन चालकों के लिए खतरा बढ़ गया है। पुल की ताजा स्थिति के बारे में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को जानकारी होने के बाद भी उनके द्वारा अभी तक न तो मरम्मत का कार्य प्रारंभ किया गया है और न हीं भारी वाहनों के परिवहन पर रोक लगाई गई है।
गौरतलब है कि बेसली नदी पर बने पुराने पुल से होकर प्रतिदिन छोटे-बड़े हजारों वाहनों का आवागमन रहता है। रात के वक्त इस मार्ग पर मौ,गोहद और ग्वालियर की ओर रेत-गिट्टी से भरे ओवरलोडिंग बढ़ जाती है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन को पुल पर क्षमता से अधिक गुजरने वाले वाहनों को प्रतिबंधित करना होगा। अगर ऐसा नहीं किया गया तो किसी भी क्षण बड़ा हादसा हो सकता है। खास बात तो यह है कि पुल के मरम्मत के काम में विलंब होने के चलते पुल की स्थिति दिन प्रतिदिन गंभीर होती जा रही है।
जनवरी में बनाए गए नए पुल में उद्घाटन से पहले ही आ गई थीं दरारें
बेसली नदी पर 2.70 कर ोड़ रुपए की लागत से जनवरी 2021 में नया पुल बनकर तैयार हुआ था,लेकिन पुल में उद्घाटन से पहले कई दरारें आ गई थी। जिसको लेकर दैनिक भास्कर द्वारा प्रमुख्ता से खबर प्रकाशित की गई थी। जिसके बाद लोक निर्माण विभाग द्वारा पुल की मरम्मत का काम शुरू किया गया था।
वहीं गोहद निवासी वीरेंद्र सिंह का कहना है कि नए पुल का निर्माण बेहद घटिया स्तर का हुआ है, जिसके कारण नया पुल समय से पहले ही कई जगहों पर जर्जर हो गया था। नगरवासियों ने वर्ष 2021 में नए पुल के निर्माण की जांच कराने की मांग प्रशासनिक अधिकारियों से की थी, मगर उसके बाद भी निर्माण कार्य की जांच नहीं हुई। नगर के लोगों की प्रशासन से मांग है कि नदी के पुराने और नए पुल के ऊपर से भारी वाहनों के आवागमन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया जाए।
कभी भी हो सकता है हादसा
गोहद निवासी एडवोकेट रवि रमन वाजपेयी,कुलदीप सिंह गुर्जर, दीपक चौधरी आदि बताते हैं कि पुल की स्लैब रोड में उभरी दरारों से ज्वाइंट पर सरिया की चटाई निकल आई है, साथ ही पिलर में भी दरारे आ चुकी हैं। खास बात यह है कि पुल के बीच में जिस स्थान पर सरिया निकल गए हैं, वहां लोक निर्माण विभाग या सेतु निगम द्वारा किसी प्रकार का संकेतक नहीं लगाया गया है।
जिससे वाहन चालक रात के अंधेरे में तेज रफ्तार में निकल रहे हैं। रमाकांत चौधरी, जगराम राठौर ने बताया पुल काफी पुराना होने के साथ मरम्मत के अभाव में जर्जर है। हमने पहले भी प्रशासन से पुल की मरम्मत को लेकर मांग की थी, लेकिन प्रशासन ने मेंटेनेंस पर ध्यान नहीं दिया। अब भी प्रशासन द्वारा भारी भरकम वाहनों पर रोक नहीं लगाई जा रही है। ऐसा ही चलता रहा तो पुल पर बड़ी अनहोनी हो सकती है। जिसकी जिम्मेदारी स्वयं प्रशासन की होगी।
विभाग को पत्र लिखेंगे
पूर्व में भी बेसली पुराने पुल पर भारी वाहनों के चलने से गड्ढे हुए थे, इस बात की शिकायत प्राप्त हुई थी। उस वक्त लोक निर्माण विभाग और ब्रिज कारपोरेशन को अवगत कराकर मरम्मत का कार्य किया गया था। दोबारा फिर मरम्मत के लिए लोक निर्माण विभाग को पत्र लिखकर कहा जाएगा।
शुभम शर्मा, एसडीएम, गोहद