राज्यसभा में बोले पीएम मोदी- देश के मतदाताओं के अपमान पर पहुंचती है चोट
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राज्यसभा में बुधवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देते हुए कहा कि देश ने स्थिरता पर बल दिया। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस हारी तो क्या देश हार गया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की भाषा बोलकर मतदाताओं के विवेक पर चोट पहुंचाई गई।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारी आलोचना हो सकती है, वह स्वीकार्य है लेकिन मतदाताओँ का इस प्रकार का अपमान बहुत पीड़ा देता है।
प्रधानमंत्री ने राज्यसभा में बोलते हुए कहा कि उन्हें देश के कोने-कोने में जाने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि हमारे देश का किसान बिकाऊ नहीं है।
इससे पहले पीएम मोदी ने मंगलवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देते हुए कांग्रेस पार्टी पर बड़ा हमला बोला था। कांग्रेस पार्टी पर ”एक परिवार के अलावा किसी और के योगदान को महत्व नहीं देने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि इसके विपरीत वह ”लकीर छोटी करने की बजाय अपनी लकीर लंबी करने में विश्वास करते हैं। उन्होंने लोकसभा चुनाव के नतीजों को जनता द्वारा सरकार की ‘सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय नीति का अनुमोदन करार दिया। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ”कई दशकों बाद देश ने एक मजबूत जनादेश दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार गरीबों के कल्याण के साथ देश को आधुनिक बनाने की दिशा में भी काम करती रहेगी।”
कांग्रेस का नाम लिये बिना मोदी ने कहा कि सदन में कहा गया कि ”हमारी ऊंचाई को कोई कम नहीं कर सकता..। उन्होंने कहा, ” हम दूसरे की लकीर छोटी करने में विश्वास नहीं करते, हम अपनी लकीर लंबी करने के लिए जिंदगी खपा देते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ” आपकी ऊंचाई आपको मुबारक हो। आप इतने ऊंचे चले गए हैं कि जमीन दिखना बंद हो गयी है। आप इतने ऊंचे चले गए हैं कि आप जड़ों से उखड़ गए हैं। आप इतने ऊंचे चले गए हैं कि आपको जमीन के लोग तुच्छ लगने लगे हैं।