2 महीने पहले BJP जॉइन की, अब योगी कैबिनेट में … ISIS आतंकवादी सैफुल्ला का एनकाउंटर करने वाले IPS असीम अरुण के राज्य मंत्री बनने की कहानी

असीम अरुण 27 साल तक IPS रहे। उन्होंने जनवरी 2022 में बीजेपी जॉइन की और 25 मार्च को उन्हें योगी कैबिनेट में राज्यमंत्री का दर्जा मिला। योगी के मंत्रियों की सीरीज में आज कहानी उस मंत्री की जिसने पहले चुनाव में ही 15 साल पुराने विधायक को हरा दिया। आइए इस कहानी में शुरुआत से उतरते हैं…

पापा के लिए बने थे IPS अधिकारी

असीम अरुण के बचपन की तस्वीर।
असीम अरुण के बचपन की तस्वीर।

साल: 1988, जगह: तिर्वा, कन्नौज
18 साल के असीम लखनऊ के सेंट फ्रांसिस स्कूल में पढ़ते थे। बचपन से ही पढ़ने लिखने का बहुत शौक था। उनके पिता श्रीराम अरुण एक IPS अधिकारी थे। वो असीम को भी अपनी तरह अफसर बनाना चाहते थे।

1991 में असीम ने B.Sc की। उसके बाद अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू कर दी। वो परीक्षा में पास भी हो गए। उन्हें 2 जनवरी 1995 को इंडियन पुलिस सर्विसेज में शामिल किया गया।

1995 में असीम अरुण IPS अधिकारी बने।
1995 में असीम अरुण IPS अधिकारी बने।

मनमोहन सिंह के साथ काम किया
साल 2004, मनमोहन सिंह की सरकार बनी। साल 2003 तक असीम ने कोसोवो में यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी कॉउंसिल यानी UNSC में अधिकारी के रूप में काम किया। उस वक्त से ही असीम को एक दमदार पुलिस अफसर माना जाने लगा।

इसलिए उन्हें मनमोहन के सबसे नजदीकी सुरक्षा अधिकारी यानी SPG में तैनात किया गया। उन्होंने 2008 तक ये पद संभाला।

आतंकवाद से बचने के लिए सबसे पहली जिला स्तर टीम SWAT बनाई

असीम ने देश की पहली SWAT टीम बनाई
असीम ने देश की पहली SWAT टीम बनाई

साल 2009, असीम की पोस्टिंग अलीगढ़ में थी। यहां उन्होंने देश की सबसे पहली SWAT टीम बनाई। SWAT यानी विशेष हथियार और रणनीति टीम या Special Weapons and Tactics Team. इसका मकसद था आतंकवाद से जुड़े सभी खतरनाक मिशन को पूरा करना।

ISIS आतंकवादी को मार कर लखनऊ में बड़ा हादसा होने से बचाया
मार्च 2017, असीम को खूफिया सूत्रों से सैफुल्ला नाम के एक ISIS आतंकवादी की जानकारी मिली। ये कानपुर के KDA कॉलोनी का रहने वाला था। लखनऊ में कहीं छुपा हुआ था। असीम को पता चला कि ये आतंकवादी 1-2 दिन में ही किसी वारदात को अंजाम देने वाला है। उसे पकड़ने के लिए ज्यादा वक्त नहीं था।

असीम ने तुरंत उसे पकड़ने का प्लान बनाया। उन्होंने ATS कमांडो और पुलिसवालों की मदद ली। 11 घंटे चले एनकाउंटर के बाद लखनऊ के ठाकुरगंज क्षेत्र में उसे घेर के मार गिराया। एक बड़ी घटना होने से बचा लिया।

VRS लेकर बीजेपी में शामिल हो गए
8 जनवरी 2022: असीम ने VRS ले लिया।

7 दिन बाद…
16 जनवरी 2022: असीम ने BJP में शामिल होने की घोषणा की।

6 दिन बाद…
23 जनवरी 2022:
 कन्नौज सदर सीट से बीजेपी ने असीम को अपना उम्मीदवार घोषित किया।

सपा के 3 बार विधायक रहे अनिल को हराया​​​​​
उन्होंने कन्नौज सदर से तीन बार के विधायक समाजवादी पार्टी के अनिल कुमार हराया। कुल 6 हजार 90 वोटों से चुनाव जीत गए।

जीतने के 3 घंटे बाद अनिल के घर गए, उन्हें साथ काम करने के लिए राजी किया

अनिल कुमार के साथ भगवा गमछे में असीम अरुण।
अनिल कुमार के साथ भगवा गमछे में असीम अरुण।

असीम जीतने के करीब 3 घंटे बाद सपा नेता अनिल कुमार के घर पहुंचे। उनका आशीर्वाद लिया। उनके साथ सेल्फी ली और उन्हें कन्नौज की बेहतरी के लिए मिलकर काम करने को राजी किया।

डिप्टी सीएम बनने के लिए असीम के नाम की भी चर्चा थी
शपथ ग्रहण समारोह से 4 दिन पहले वॉट्सऐप पर योगी मंत्रिमंडल की एक लिस्ट वायरल हुई। इसमें डिप्टी सीएम के आगे असीम अरुण का नाम लिखा था। हालांकि, ये लिस्ट फेक थी। लेकिन इसके बाद डिप्टी सीएम के पद के लिए असीम की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया। पर आखिर में डिप्टी सीएम के लिए केशव प्रसाद मौर्य और बृजेश पाठक के नाम पर मुहर लगी।

25 मार्च असीम ने राज्यमंत्री पद की शपथ ली

25 मार्च को असीम अरुण ने राज्यमंत्री पद की शपथ ली।
25 मार्च को असीम अरुण ने राज्यमंत्री पद की शपथ ली।

25 मार्च 2022, असीम अरुण ने योगी कैबिनेट में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार पद की शपथ ली। 28 मार्च को उन्हें समाज कल्याण, एससी और एसटी मामलों की जिम्मेदारी दी गई।

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