भिंड में स्कूलों की मान्यता रिन्यू में चला खुला खेल … नियम अधूरे फिर भी फिजिकल वेरिफिकेशन में दिखा दिए पूरे, BRCC ने दी हरीझंडी
भिंड जिले में शिक्षा का स्तर पूरी तरह चौपट हो चुका है। जिला शिक्षा अधिकारी हरभुवन सिंह ताेमर सरकारी स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता सुधार करने में फेल साबित हो रहे हैं। वहीं, निजी स्कूल पैसे की दम पर दबाव बनाए हुए है। नए सत्र की मान्यता को लेकर हर साल की तरह इस बार भी अधूरे नियमों को पूरा होना दिखाया जा रहा । इस बार फिर से निजी स्कूलों की प्राइमरी स्कूल, मिडिल स्कूल, हाईस्कूल व हायर सेकंडरी स्कूल की मान्यता रिन्यू कराए जाने का खुला खेल चल रहा है। सबसे ज्यादा भ्रष्टाचारी लहार ब्लॉक में देखी जा रही है। यहां नियमों को पूरा किए बगैर ही सालों से स्कूल संचालित हो रहे है।
दो कमरों में समेट स्कूल, खेल का मैदान न लाइब्रेरी
लहार ब्लॉक में निजी स्कूलों की संख्या 70 से अधिक है। ये स्कूल नियमों को पूरा नहीं कर रहे हैं। यह बीआरसीसी शैलेंद्र सिंह कुशवाह है। जिन्होंने इस बार स्कूलों की मान्यता पुन: दिए जाने के लिए फिजिकल बैरीफिकेशन किया है। स्कूल एज्युकेशन पोर्टल पर हर स्कूल में उपस्थित होकर नियम पूरे होना दर्शाते हुए फोटो अपलोड किए है। बीआरसीसी शैंलेंद्र सिंह चौहान की अनुशंसा पर जिला शिक्षा अधिकारी निजी स्कूलों की मान्यता रिन्यू करेंगे। सबसे बड़ी बात यह है कि जिन स्कूलों में शासन द्वारा जारी की गई गाइड लाइन के मुताबिक नियम नहीं है उन्हें पूरा कराए बगैर मान्यता रिन्यू की अनुशंसा पर सवाल खड़े होते है। लहार ब्लॉक में कई ऐसे स्कूल है जोकि दो कमरों में घर के अंदर चल रहे है। उन स्कूलों के पास पर्याप्त शिक्षक भी नहीं है। खेल का मैदान व लाइब्रेरी जैसी सुविधाएं दूरी की कौंड़ी साबित होती है। सूत्र तो बताते है कि हर स्कूल की मान्यता रिन्यू के पीछे खेल चला है।
मध्य प्रदेश सरकार से करेंगे शिकायत
बीजेपी के वरिष्ठ नेता अशोक चौधरी ने शिक्षा विभाग में मनमानी करने वाले अफसरों की प्रदेश सरकार से शिकायत किए जाने का मन बना लिया है। बीजेपी नेता चौधरी का कहना है कि लहार विधानसभा में शिक्षा विभाग में माफिया हावी है। जिन्हें बीआरसीसी शैलेंद्र सिंह कुशवाह का संरक्षण है। जिन स्कूलों ने शासन के नियमों को पूरा नहीं किया है। उनकी मान्यता हर साल कैसे रिन्यू होती है। निरीक्षण दल स्कूलों से मोटी रकम लेता है और मान्यता रिन्यू की अनुशंसा करता है। ये शिकायत मेरे पास भी आई है। प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर जांच कराने की मांग कर रहा हूं।

सीधी बात-
शैलेंद्र सिंह कुशवाह, बीआरसीसी, लहार ब्लॉक
प्रश्न– लहार ब्लॉक में निजी स्कूलों की संख्या कितनी है?
- ऐसे स्कूलों की संख्या 70-80 होंगी।
प्रश्न– क्या सभी स्कूलों का निरीक्षण करके मान्यता रिन्यू कराए जाने की अनुशंसा की जा चुकी हूं?
– यह काम 31 मार्च से पहले पूरा कर लिया गया है। सभी स्कूलों में पहुंचकर निरीक्षण के बाद पोर्टल पर अपलोड भी किया गया।
प्रश्न- स्कूलों के निरीक्षण में कुछ खामामियां मिली होंगी?
– जो कमियां थी उन्हें पूरा कराया गया है।
प्रश्न– लहार ब्लॉक में कुछ स्कूल दो कमरों, घरों में भी संचालित हो रहे हैं। अर्थात नियमों को पूरा नहीं कर रहे?
- ऐसा एक भी स्कूल नहीं है।
स्कूलों द्वारा यह नियम नहीं किए जा रहे पूरे

मैं जांच कराऊंगा
यदि नियम पूरे नहीं हुए है। मैं पूरे मामले की जांच कराऊंगा। अभी एक बैठक में हूं थोड़ी देरी से बात करता हूं।
-हरभवन सिंह तोमर, जिला शिक्षा अधिकारी, भिंड